जब भी गुजरात की बात आती है तो हम सभी के मन में या तो वहाँ का खाना आता है या फिर ‘केम छो, माजा मा?’ आता है। हम पूरे भारत में कहीं के भी रहने वाले हों पर गुजरात की कुछ चीज़ें ऐसी हैं जिनसे हम सभी जुड़े हुए हैं। अगर आपके मन में कभी भी ये ख्याल आया हो कि गुजरात घूमने जाना है तो मैं आपको उन चीज़ों के बारे में बताउँगी जिनका अनुभव आपको ज़रूर करना चाहिए।
1. पतंग उत्सव या फिर ‘उत्तरायण’
अगर आपको नीले आसमान में रंग बिरंगे पतंगों को उड़ता देख आनंद मिलता है या आप पतंग उड़ाने के शौक़ीन है तो आपको गुजरात के पतंग उत्सव में ज़रूर भाग लेना चाहिए। उत्तरायण के नाम से प्रसिद्ध इस उत्सव को देखने और भाग लेने पूरे विश्व भर से लोग आते हैं और आपको आसमन में सिर्फ भारतीय नहीं बल्कि चीन, जापान और मलेशिया की भी पतंगें देखने को मिलेंगी। उत्तरायण का त्योहार हर वर्ष मकर संक्रांति के दिन पूरे ज़ोर-शोर से मनाया जाता है।
2. गिर नैशनल पार्क
गिर सैंक्चुअरी दुनिया भर में शेरों के लिए बहुत प्रसिद्ध है। यहाँ पर आपको एशिया के सभी प्रजाति के शेर मिलेंगे और शेरों को इतने करीब से देखने का अनुभव आपको पूरे विश्व में कहीं नहीं मिलेगा। यहाँ पर आपको और भी कई ऐसे जानवर मिलेंगे जो आम तौर पर सैंक्चुअरी में नहीं मिलते। यहाँ आपको ह्येना, फिश आउल, ब्लैक बक जैसे कई जानवर मिलेंगे। आपको एक अलग अनुभव मिलेगा जब आप जीप में बैठ कर शेरों को इतने करीब से देखेंगे। अगर आपको एडवेंचर पसंद है तो यहाँ ज़रूर जायें।
3. ग्रेट रण ऑफ़ कच्छ
ग्रेट रण ऑफ़ कच्छ विश्व का सबसे बड़ा सफ़ेद रेगिस्तान है और यहाँ की संस्कृति का अनुभव लेने के लिए हर वर्ष गुजरात सरकार ‘रण महोत्सव’ का आयोजन करवाती है। इस दो महीने के महोत्सव में आपको इस सफ़ेद रेगिस्तान में गुजरात के लोक गीत, वहाँ का लोक नृत्य और वहाँ के खाने का आनंद मिलेगा। गुजरात में धोर्दो में यात्रियों के लिए टेंट में रहने की व्यवस्था की जाती है। इस महोत्सव की शुरुवात नवम्बर में होती है, इसलिए आप सभी के पास अच्छा मौका है कि कुछ दिन की छुट्टियाँ लेकर इस रंगारंग महोत्सव का हिस्सा ज़रूर बनें।
4. गाँधी आश्रम
गाँधी जी का जन्म गुजरात के पोरबन्दर में हुआ था और शादी के बाद 12 वर्ष तक महात्मा गाँधी अपनी पत्नी कस्तूरबा गाँधी के साथ इस साबरमती आश्रम में रहे थे जो अहमदाबाद में स्थित है। आश्रम के पास साबरमती नदी है। डांडी मार्च की शुरुवात साबरमती से होने की वजह से यह जगह काफी प्रचलित है। यहाँ घूमने के लिए आप किराए पर साइकिल भी ले सकते हैं। आश्रम में आपको गाँधी जी का चरखा और उनके जीवन से जुड़ी कई वस्तुएँ देखने को मिलेंगी।
5. कांकरिया झील
कांकरिया झील अहमदाबाद की दूसरी सबसे बड़ी झील है और यहाँ की खूबसूरती आपके मन को शांति का अनुभव करवाएगी। मेरा सुझाव होगा कि आप इस झील पर या तो बिलकुल सुबह जाएँ या फिर शाम को घूम कर आएँ। सुबह की ताज़गी और झील के पास सूर्योदय आपके मन को स्फूर्ति से भर देगा। सुबह 9 बजे के पहले आपको एंट्री के लिए को फ़ीस भी नहीं देनी होगी। अगर आप शाम को इस झील पर जाते हैं तो आपको वहाँ कई तरह के कार्यक्रम मिलेंगे। झील पर लगी लाइट उसकी सुन्दरता को और बढ़ा देती है। झील के आस पास आपको बच्चों के लिए झूले दिखाई देंगे और नौजवानों के लिए वहाँ बुल राइड है जहाँ आपको एक आर्टिफीशियल बैल पर बैठना होगा और आपको झूले की तरह उस पर घुमाया जायेगा। ये एडवेंचर बहुत ही मज़ेदार होता है। कांकरिया झील पर आप बोटिंग भी कर सकते हैं और वहाँ का लेज़र शो ज़रूर देख कर जाएँ।
6. अक्षरधाम मंदिर
अक्षरधाम मंदिर गांधीनगर का सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण है। यह भव्य मंदिर भारत के इतिहास की कारीगरी को बयां करता है। यहाँ आकर आप कई घंटे शांति से बिता सकते हैं और शाम को यहाँ का मशहूर म्यूज़िक एंड वाटर शो भी देख सकते हैं।
7. नवरात्रि
गुजरात की नवरात्रि और गरबा तो पूरे विश्व में मशहूर हैं। नवरात्रि के वक़्त गुजरात जाना मतलब भारत के सबसे खूबसूरत शहर में ये त्योहार मनाना। नवरात्रि की हर रात हर तरफ गरबा और डांडिया नाईट का आयोजन किया जाता है। सभी लोग तैयार होकर और खासकर औरतें घागरा चोली पहनकर गरबा खेलने की तैयारी करती हैं। आपको इस त्योहार के अवसर पर गुजरात का स्वादिष्ट खाना जैसे खाकरा, खमण और कई तरह के व्यंजन खाने को मिलेंगे।
8. स्टेचू ऑफ़ यूनिटी
31 अक्टूबर 2018 को प्रन्धन्मंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के आयरन मैन-सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए स्टेचू ऑफ़ यूनिटी का उद्घाटन किया था। ये स्टेचू 182 मीटर ऊँचा है और ये विश्व का सबसे ऊँचा स्टेचू है। यह स्टेचू सिर्फ वल्लभ भाई पटेल को याद करने के लिए नहीं बल्कि गुजरात का टूरिज्म बढ़ाने के लिए भी बनाया गया है। आपको इस स्टेचू को देखने ज़रूर जाना चाहिए।
गुजरात जैसे बड़े राज्य में ये कुछ अनुभव हैं जहाँ कि यात्रा किए बिना आपका सफर शायद अधूरा रह जाए! तो लिस्ट बनाइए, टिकट बुक कीजिए और गुजरात में कुछ दिन गुज़ारने के लिए तैयार हो जाइए।