
कश्मीर को यूंही नहीं धरती का स्वर्ग कहा जाता है उसके पीछे की वजह है वहां का प्राकृतिक सौंदर्य जो हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित कर लेता है।ऊंचे ऊंचे बर्फ से ढके पहाड़,हरे भरे घास के मैदान,कल कल करती नदियां,झरने और खूबसूरत झीले ये सब मिलकर कश्मीर को एक स्वर्ग बनाती है जहां जाने वाला बस उसकी खूबसूरती में खो जाता है।आज हम आपको इस स्वर्ग के एक छोटे से टुकड़े की सैर कराएंगे।श्रीनगर के बारे में तो हम सब ने सुना है और यहां की खूबसूरत डल झील की खूबसूरती की तो बात ही क्या है।पर क्या आप जानते है कि कश्मीर में डल झील के अलावा भी कई और झीलें भी है जो किसी मायने में डल झील से बिल्कुल भी कम नहीं है।तो आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको कश्मीर के खूबसूरत झीलों की सैर कराएंगे।

1.वुलर झील
वुलर झील को एशिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील के रूप में जाना जाता है।और यह कश्मीर के सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है।लाखो पर्यटक यहां पिकनिक मनाने ,घूमने , स्कीइंग और नौकायन करने आते है।आप यहां मछुआरों को मछलियों का जाल डालते भी देख सकते है। यहां सूर्यास्त और सूर्योदय का नजारा भी काफी मनमोहक लगता है।यहां से आप सोपोर और लोलाब घाटी जैसे नजदीकी शहरों की भी यात्रा कर सकते हैं, जो अपनी ग्रामीण सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं।

2.मानसबल झील
मानसबल झील को भारत की सबसे गहरी झील के रूप में जाना जाता है।यह झील श्रीनगर से थोड़ी दूरी पर गांदरबल जाने वाले रास्ते पर मुगल गार्डन के सामने स्थित है। चारों तरफ़ से खूबसूरत पहाड़ों से घिरे इस झील में आपको दीप्तिमान और पूर्ण खिले हुए कमल देखने को मिलेंगे।ऐसा खूबसूरत नजारा देख कर ऐसा प्रतीत होगा मानो आप किसी और ही दुनिया में आ गए है।झील के पास ही नूरजहां द्वारा बनवाया गया ऐतिहासिक किला भी मौजूद है जहां पर्यटक घूम सकते है।

3.निगीन झील
निगीन झील एक बहुत ही शांत परिदृश्य में स्थित झील है।अगर आपको ऐसी जगह की तलाश है जहां आप खुद अपने साथ समय बिता सके तो यह जगह आपके लिए एकदम परफेक्ट है।यदि आप पर्यटन स्थल की भीड़ भाड़ से बचना चाहते है और अपनी छुट्टियां सुकून से बिताना चाहते है तो आपको डल झील के बजाए निगिन झील में हाउसबोट बुक करना चाहिए। यह हरि पर्वत और हजरतबल के काफी करीब है और इसलिए आप मंदिर तक शिकारा से भी जा सकते हैं।

4.गडसर झील
गांदरबल में एक और ऊंचाई वाली झील स्थित है और वो है गडसर झील।यह झील मुख्य रूप से ग्लेशियर के पिघले से बनती है इस लिए दिसंबर से अप्रैल तक यह झील जमी होती है।इस झील में कई प्रकार की मछलियां भी पाई जाती है खास कर इसे ट्राउट का घर कहा जाता है।आस पास खूबसूरत घास के मैदान और ग्लेशियर से ढकी हुई चोटिया दिखाई देती है। यहां पर आपको फूलों की एक जीवंत श्रृंखला देखने को मिलेंगी इसी कारण इसे फूलो की घाटी भी कहा जाता है।

5.गंगाबल झील
चारों ओर से हरमुख पर्वत से घिरा हुआ यह झील देखने में काफी खूबसूरत लगता है।नारनाग से इस झील की दूरी लगभग 15 किमी की है।अगर आप इस खूबसूरत झील को अच्छे से एक्सप्लोर करना चाहते है तो आपको इसके रोमांचकारी यात्रा पर टट्टू की सवारी या फिर ट्रेकिंग करनी चाहिए।खूबसूरत वादियों में खूबसूरत तस्वीरे लेते हुए आप अपने गंतव्य पर पहुंच कर एक सुकून का एहसास करेंगे।खूबसूरत वादियों से गुजरती हुई यह झील अंततः सिंध नदी में विलीन हो जाती है।

6.कौसर नाग
चारो तरफ़ से पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला से घिरी यह झील समुद्र तल से लगभग 13,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।इस प्राचीन झील को देखकर आपको ऐसा लगेगा मानो आपन दीवार पर टंगी हुई कोई खूबसूरत पेंटिंग देख रहे हैं।चारो ओर से खूबसूरत पहाड़ों और वादियों से घिरे हुए इस खूबसूरत झील तक पहुंचने के लिए आप ट्रेक भी कर सकते है जो की एक रोमांचकारी अनुभव होगा।

7.सत्सर झील
सत्सर झील जोकि सात चोटी झीलों का संगम है जोकि केवल गर्मियों के दौरान ही पर्यटकों के लिए खोली जाती है।सर्दी में यहां काफी बर्फबारी होती है जिस कारण यहां का रास्ता बन्द रहता है।लेकिन गर्मियों के दौरान यहां काफी चहल पहल देखने को मिलती है।पर्यटक और ट्रैकर्स यहां कैंपिंग के लिए आते है।अगर आपको भी ट्रेकिंग और कैंपिंग का शौक है तो आपको यहां जरूर आना चाहिए।

8.नुन्दकोल झील
गंगाबल झील के करीब, नुंदकोल झील भी हरमुख पर्वत की तलहटी में स्थित है। इसे गंगाबल और माउंट हरमुख के पिघलते ग्लेशियरों से पानी मिलता है।हरे भरे घास के मैदान से होकर ट्रैकर्स इस झील तक पहुंचते हैं जोकि एक बहुत ही सुखद अनुभव है।यह झील नारानाग ट्रेक पर पड़ता है जो गडसर झील और विशनसर झील से होकर गुजरता है।गर्मियों में आप यहां कैंपिंग भी कर सकते है।

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