दोस्तों स्वर्णमंदिर का ख्याल आते ही हमारे ज़हन में जो सबसे पहला नाम और आँखों के सामने सबसे पहला चित्र जो उभर कर आता है, वो है अमृतसर का 'श्री हरिमन्दिर साहिब' स्वर्णमंदिर |
और ये सही भी है, क्यूंकि हमलोगो में से अधिकतर ने बचपन से लेकर अभी तक यही सुना है कि स्वर्णमंदिर अमृतसर में है |
जिसके बारे में कहा जाता है कि पूरा अमृतसर शहर स्वर्णमंदिर के चारो तरफ बसा हुआ है, और अमृतसर शहर का नाम वास्तव में उस 'अमृत-सरोवर' के नाम पर ही रखा गया है, जिस सरोवर का निर्माण स्वयं सिखो के चौथे गुरु 'गुरु राम दास' जी ने स्वयं अपने हाथों से किया था, और यह गुरुद्वारा भी इसी सरोवर के बीचो-बीच स्तिथ है, इस गुरूद्वारे का बाहरी हिस्सा सोने का बना हुआ है, इसलिए इसे स्वर्णमंदिर के नाम से भी जाना जाता है |
लेकिन आज हम बात कर रहे है, दक्षिण भारत के स्वर्णमंदिर की
जी हाँ, आपने बिल्कुल सही पढ़ा, दक्षिण भारत के तमिलनाडु में भी एक स्वर्णमंदिर है, जिसका नाम है श्रीपुरम |
यह मंदिर तमिलनाडु के वेल्लोर शहर के पास एक छोटी सी पहाड़ियों के तल पर 'श्रीपुरम आध्यात्मिक पार्क' के नाम से स्तिथ है, इस मंदिर में मुख्यतः श्री लक्ष्मी नारायण और देवी महालक्ष्मी की पूजा आरधना की जाती है |
लगभग 100 एकड़ भूमि पर स्तिथ यह बेहतरीन, अद्भुत और आलौकिक 'श्रीपुरम आध्यात्मिक पार्क' और स्वर्णमंदिर का निर्माण "श्री नारायणी पीडम" के द्वारा किया गया है, जिसके प्रमुख आध्यात्मिक संत श्री शक्ति अम्मा है, जिन्हे नारायणी अम्मा के नाम से भी जाना जाता है |
स्वर्णमंदिर अमृतसर की तरह श्रीपुरम मंदिर के भी चारो तरफ जल सरोवर है, जिसे सर्व तीर्थम सरोवर के नाम से जाना जाता है, कहा जाता है कि इस सरोवर में भारत के सभी प्रमुख नदियों का जल मिलाया गया है, और इस सरोवर के बीच में ही ये मंदिर स्तिथ है, लेकिन अंतर सिर्फ इतना है की स्वर्णमंदिर अमृतसर का सरोवर मछलियों से भरा हुआ रहता है, और श्रीपुरम मंदिर का जल सरोवर नगदी पैसे, ATM और आभूषणो से भरा पड़ा रहता है, हालांकि मंदिर प्रशासन ने भक्तो को सरोवर में मुद्रा और आभूषण फेंकने पर पाबंदिया लगा रखी है, लेकिन फिर भी ये तो हिंदुस्तान है साहब यहां हम वहीं करते है जो हमें अच्छा लगता है |
और दूसरी सबसे अद्भुत बात यह है कि जब आप मंदिर के मुख्य द्वार से अंदर सरोवर स्तिथ मंदिर में जाने के लिए प्रवेश करते है तो मुख्य द्वार से मंदिर की दुरी लगभग 1.8 km है, और इस 1.8 km के रास्ते को श्रीयंत्र के आकर का बनाया गया है, और रास्ते में आपको तमाम जड़ी-बूटीयां समेत अनेक दुर्गम पेड़ पौधे और आध्यात्मिक सन्देश पढ़ने को मिल जायेंगे
अगर आप अमृतसर स्वर्णमंदिर के अलावा एक और अद्भुत, आलौकिक और अद्वितीय स्वर्णमंदिर देखना चाहते है, तो तमिलनाडु के वेल्लोर स्तिथ श्रीपुरम स्वर्णमंदिर जरूर जाए,
और आत्मिक शांति की अनुभूति को अनुभव करे |
कैसे पहुंचे - आप हिंदुस्तान के किसी भी शहर से आसानी से ट्रेन, बस, कार अथवा हवाईजहाज से श्रीपुरम वेल्लोर पहुंच सकते है |
नजदीकी रेलवे स्टेशन - काटपाडी रेलवे स्टेशन
दुरी - लगभग 10 km
नजदीकी बस अड्डा - वेल्लोर बस स्टैंड
दुरी - लगभग -6 km
नजदीकी हवाई अड्डा - चेन्नई
दुरी - लगभग -145 km
कहां रुके - आपको श्रीपुरम मंदिर के पास ही अच्छे और सस्ते होटल और रेस्टोरेंट मिल जायेंगे, अथवा
आप वेल्लोर में भी अपनी सुविधा अनुसार ठहर सकते है,
यहां आपको होटल से लेकर लॉज तक के अनेक ऑप्शन मिल जायेंगे, आपको आपकी सुविधा अनुसार 200 से लेकर 2000 तक के होटल्स और लॉज मिल जायेंगे |
धन्यवाद |