यात्रा करना मुझे तो बहुत पसंद है। इतना कि मैं हमेशा एक सफर के बाद अगले सफर पर जाने के बारे में सोचने लगता हूँ। बहुत लोग मुझसे पूछते हैं कि घूमने से क्या होता है? इतने पैसे क्यों बर्बाद करते हो? पहले तो उन लोगों को पता होना चाहिए कि घूमना बिल्कुल भी महंगा नहीं है। अब घूमना क्यों चाहिए? उसकी कई वजहें हैं। यात्राएँ कई समस्याओं का हल बनकर आती हैं। वो आपको फिर से जिंदगी की चुनौती से लड़ने के लिए तैयार कर देती हैं। ट्रैवलिंग आपको थोड़ी देर के लिए चेंज नहीं करती है, ये आपको मेंटली और शारीरिक तौर पर भी तैयार कर देती है। इसलिए घूमते रहना चाहिए और बेहतर होते रहना चाहिए। अगर आपको घूमने के फायदे ही जानने हैं तो चलिए मैं आपको बता देता हूँ।
1. फिट रहोगे
अगर आप अपने तनाव को कम करना चाहते हो और खुश रहना चाहते हो तो घूमना शुरू कर दीजिए। घूमते वक्त आप सिर्फ गाड़ी में नहीं रहते। खूब चलना पड़ता है, कभी पहाड़ों के दुर्गम रास्तों पर, तो कभी जंगलों में। ये दौड़ना-फिरना हमें फिट रखता है और स्वास्थ्य भी अच्छा रखता है। अनजान लोगों के साथ यूँ ही भटकना बहुत अच्छा इलाज है। यात्राएंँ चिंताएँ, तनाव जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए सबसे बढ़िया इलाज है। लेकिन कुछ इस प्रकार घूमना पड़ेगा कि आप ज्यादा से ज्यादा चलें। टूरिस्ट की तरह घूमने का शायद ही कुछ फायदा हो। मुझ पर भरोसा करें और ज्यादा से ज्यादा घूमें।
2. रोजमर्रा की जिंदगी से दूर
ऐसा अक्सर होता है कि आप रोज़ की जिंदगी में इस कदर फंस जाते हैं, जैसे चलती हुई घड़ी अपने समय में। ऐसी ज़िदगी ज़रुरी तो है लेकिन इसमें चिपके रहना, नुकसानदायक है। अगर आपको लगता है कि आप भी ऐसे ही कुछ फंसे हुए हैं तो उस घुटन से निकलिए। कभी-कभी एक कदम वापस लेना सबसे बेहतरीन निर्णय होता है। हो सकता है कि आपका वो फैसला जाने कहाँ ले जाए। शायद आप किसी दिन गहरी सांस लेकर टावर ब्रिज से सेल्फी ले रहे हों और सबसे अच्छी जिंदगी जी रहे हों। इसलिए इस रोजमर्रा की जिंदगी से बाहर निकलने के लिए यात्रा बुरा विकल्प नहीं है।
3. ट्रैवलिंग आपको स्मार्ट बनाता है
यात्रा करते समय आप सिर्फ यात्रा नहीं कर रहे होते हैं। आप बहुत कुछ देख रहे होते हैं, बहुत कुछ गलतियाँ कर रहे होते हैं। जिनसे आप सीखते हैं। कभी ये सीखना एक दूसरी भाषा हो सकती है, कुछ नये शब्द हो सकते हैं। यात्रा इन सब चीजों से परिचित करवाती है। इन सबसे बड़ी बात यात्रा आपको खुद को जानने का एक मौका देती है। आप जब भी यात्रा करते हैं, आप हर बार अपने करीब जा रहे होते हैं। आप कई चुनौतियों का सामना करते हैं, जिंदगी को जीने का एक अलग नजरिया मिलता है। ये सब आपको यात्रा करते समय और करने के बाद अनुभव होगा। तभी तो कहते हैं, यात्रा जितना सिखाती है, उतना कोई और नहीं सीखा सकता।
4. नई संस्कृति को समझने का मौका
हर व्यक्ति अपने कल्चर और सोसायटी के बारे में अच्छे से जानता है। ये समझ हमें देखते-देखते आई है। अपने संस्कृति के बारे में जानकारी अच्छी बात है लेकिन दूसरी संस्कृतियों को भी हमें जानना चाहिए। ये जानकारी हमें कोई किताब नहीं, सिर्फ यात्रा ही दे सकती है। सेंट ऑगस्टीन ने कहा था, ‘दुनिया एक किताब है और जो लोग यात्रा नहीं करते हैं। वे केवल एक पेज ही पढ़ पाते हैं’। किताब में आप सिर्फ एक कल्चर के बारे में सिर्फ पढ़ पाते हैं। लेकिन जब आप उसको अपनी आँखों से देखते हैं तो वो समझ पाते हैं। इसलिए ट्रैवल करना कोई मस्ती नहीं है। ये हमें कुछ नया बताती है, कुछ अच्छा सिखाती है। जो ऐसा कहते हैं वो बहुत गलत हैं। यदि आप जहाँ रहते हैं उसको जानना चाहते हैं, अनुभव करना चाहते हैं यात्राएँ करना शुरू कर दीजिए। मैं शर्त लगा सकता हूँ कि आप ये सब करके खुश ही होंगे।
5. आप मज़ेदार बन जाते हैं
अगर आप बहुत ज्यादा ट्रैवल करते हैं तो लोग आपसे ज्यादा करते हैं। हो सकता है कि आप बहुत कम बोलते हों लेकिन जब आप घूमते हो तो आपके पास बहुत मज़ेदार किस्से और अनुभव होते हैं। यही अनुभव आपको एक मज़ेदार शख्स बना देती है। सोचिए एक व्यक्ति वेकेशन पर आराम से टी.वी. देखते हैं और एक व्यक्ति वेकेशन पर कहीं घूमने निकल जाता है। लोग किससे बात करना चाहेंगे? एक घुमक्कड़ के पास अनुभवों के अलावा कुछ ऐसा होता है, जिसके बारे में बहुत कम लोगों को पता रहता है। ये अनुभव चाहे अच्छे हों या बुरे लेकिन इतना ज़रूर है कि ये यादगार हैं। तो आप सोचिए कि आपको क्या बनना है? वो घर पर बैठकर टी.वी. देखने वाला या अपने वेकेशन पर कुछ मज़ेदार करना।
6. लज़ीज़ व्यंजनों का स्वाद
वैसे तो हर किसी को घर का खाना ही पसंद होता है लेकिन घूमते समय हर कोई कुछ नया और लज़ीज़ खाना चाहते हैं। एक घुमक्कड़ जानता है कि ये लज़ीज़ खाना किसी बड़े होटल या रेस्तरां में नहीं मिलेगा बल्कि उस शहर की तंग गलियों में मिलता है। इन स्ट्रीट फूड के स्वाद जैसी बात किसी बड़े होटल में नहीं है। एक नए देश में वहाँ का खाना पूरी तरह से एक अलग अनुभव है। वहां का खाना और स्वाद पूरी तरह से अलग होता है। इसलिए जब आप किसी नई जगह पर होते हैं तो वहाँ के फूड से भी आप परिचित होते है।
7. एडवेंचर ही एडवेंचर
आज पूरी दुनिया बहुत अच्छी तरह से जुड़ी हुई है। फिर भी बहुत सारी जगहें हैं जिनके बारे में लोगों को पता ही नहीं है। आपको ऐसी जगहों की एक लिस्ट बनानी चाहिए, जहाँ आप जाना चाहते हैं। इन नई जगहों पर जाने का फायदा ये है कि आप कुछ नई जगहों के बारे में अच्छे से जान लेते हैं। ऐसा करना रोमांचक और एडवेंचर से भरा होता है। लेकिन ज़रूरी नहीं है हर बार एडवेंचर इस प्रकार ही हो। एडवेंचर के लिए पहाड़ों और जंगलों में महीनों रहना ज़रूरी नहीं है। यदि आप एक बड़े शहर में रहते हैं और वीकेंड पर कहीं जाते हैं तो वो भी एडवेंचर ही है। एडवेंचर वो सब है जिसमें कुछ नया है। बस आप अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलिए, आपकी जिंदगी में एडवेंचर ही एडवेंचर होगा।
8. सोशन नेटवर्क बढ़ता है
सोचिए आप किसी छोटे-से शहर में रहते हैं तो आपको कौन जानता है? आपके रिश्तेदार, दोस्त और परिवार। जो ज्यादा से ज्यादा कुछ शहरों में रहते होंगे। लेकिन जब आप ट्रैवल करते हैं तो आप ना जाने कितनों लोगों से मिलते हों, उनसें बात करते हो और उनके साथ रहते भी हो। ये सब होने से आपको सोशल नेटवर्क बढ़ाता है। लोगों से जुड़ना या नेटवर्क बनाना आज की दुनिया का सबसे स्मार्ट काम है। कभी-कभी ये नेटवर्क अच्छे हो जाते हैं और संबंध बढ़िया हो जाते हैं। जो लंबे समय तक चलते भी हैं। इसलिए घूमते समय जाने कौन-से संबंध कब बन जाएँ, पता ही नहीं चलता? बस वो कनेक्शन सबसे मज़बूत होते हैं।
9. यादों को समेटती है
दादियाँ दुनिया की सबसे बढ़िया कहानीकार होती हैं। जब मैं छोटा था तो मेरी दादी मुझे कहानियाँ सुनाया करती थीं। वे मुझे अपनी यात्राओं के बारे में सुनाया करती थीं। उनकी यात्राएं मेरे गाँव के नज़दीक के गाँवों और शहर की थी। जब वे पहली बार शहर गईं तो उनके साथ क्या हुआ? ये सब सुनना मुझे बहुत अच्छा लगता था। वो कहती हैं कि मुझे और कई शहरों को देखने जाना चाहिए था। मैं नहीं जा पाई, तुम ज़रूर जाना। तब मैं समझ नहीं पाता था कि वो ऐसा क्यों कहती थीं? लेकिन अब समझता हूँ कि वो यात्रा करने को नहीं, यादें समेटने को कहती थीं। ये बिल्कुल भी फर्क नहीं पड़ता कि आपकी यात्रा कैसी थी? बस वो अनुभव और यादें मायने रखती हैं जो आपको लंबे समय तक याद रहेगा। बस इसलिए यात्राएँ करते जाना और यादें बटोरते जाना।
10. ट्रेवलिंग से प्यार
घर के बारे में जादू की बात ये है कि इसे छोड़ना अच्छा लगता है और वापस आने के लिए यह बेहतर लगता है’। आप सोच रहे होंगे कि ये क्या कह रहे हो? घर तो सबको प्यारा होता है और हर कोई घर ही जाना चाहता है। आप ये बात तब समझेंगे जब आप घर लौटेंगे। जब आप किसी खूबसूरत सफर से लौटकर आएंगे और आप देखेंगे कि क्या बेहतर है? घर से दूर जाना या घर लौटना। आप एक ही जगह पर बोर हो सकते हैं या फिर हर बार एक नई जगह पर जा सकते हैं। मेरा यकीन मानिए आपको घर से ज्यादा घूमने से प्यार हो जाएगा और सब कुछ अच्छा लगेगा।