मई जून की गर्मियाँ आते ही हर किसी का मन सब छोड़कर पहाड़ों पर चले जाने के लिए मचल जाता है। शहरों में रहने वालों को तो हरी भरी वादियों में जाना बेहद पसंद है और खास तौर पर बात हो मई-जून गर्मियों की।
गर्मियाँ आते ही पहाड़ों में जाने की जैसे ही बात चलती होगी तो ज्यादातर लोगों के मन में कश्मीर, हिमाचल और स्विटजरलैंड ही आता होगा। तो आप लोग थोड़ा गलत हैं या आपको उत्तराखंड हिल स्टेशन के बारे में जानकारी थोड़ा कम हैं यह उत्तराखंड के ऐसे खूबसूरत हिल स्टेशन हैं जहां आप जाकर जन्नत का एहसास कर सकते हैं।
उत्तराखंड के पहाड़ों में आप खुली हवा में सांस लेते हुए खूबसूरत नजारों को अपनी आंखों और कैमरों दोनों में कैद कर सकते हैं और ज़रा सोचिए अगर ऐसी सुंदर जगह तक पहुंचने के लिए बाइक से इन खूबसूरत रास्तों को तय किया जाए, तो वह एहसास कितना सुखद हो जाएगा। तो चलिए जानें कौन सी हैं वे जगहें, जहां एक बार तो जाना ही चाहिए।
1. चोपता
उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में चोपता (Chopta) एक छोटा मगर खूबसूरत हिल स्टेशन है। अल्पाइन घास के मैदानों और सदाबहार वनों से घिरा चोपता, लोगों को बहुत पसंद आता है। यहां पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले हरिद्वार या ऋषिकेश पहुँचना होगा। फिर वहां से आपको चोपता (मिनी स्विट्जरलैंड) के लिए बस मिल जाएगी। गोपेश्वर से चोपता की दूरी केवल 43 किलोमीटर है।
ट्रेकर्स के लिए चोपता किसी स्वर्ग से कम नहीं है। केदारनाथ वन्यजीव अभ्यारण्य का हिस्सा होने की वजह से चोपता में कई तरह के वन्यजीवों की दुर्लभ प्रजातियां भी मिलती हैं, जिसमें कस्तूरी मृग और उत्तराखंड के राज्य पक्षी, मोनाल का नाम भी शामिल है।
2. अस्कोट
हिमालय की गोद में बसा सुन्दर हिल स्टेशन अस्कोट, अपने सुन्दर नजारों और नदियों के लिए मशहूर है। यह ऑफबीट हिल स्टेशन भारत-नेपाल सीमा के पास उत्तराखंड के पूर्व में स्थित है। अस्कोट के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, तो अगर आप हिमालय में इस ऑफबीट डेस्टीनेशन को चुनते हैं, तो यहां आप हरे-भरे देवदार के पेड़ और रोडोडेड्रॉन वन देख सकते हैं। जो सारी थकान को खत्म करने के लिए कारगर साबित होंगे।
यहां पहुंचने के लिए आप उत्तराखंड के काठगोदाम तक के लिए ट्रेन ले सकते हैं। वहां से अस्कोट के लिए आपको 234 किमी की यात्रा करने के लिए कैब किराए से लेनी होगी। क्योंकि काठगोदाम से अस्कोट के लिए बस गिनी चुनी ही चलतीं हैं।
3. धनौल्टी
धनोल्टी, मसूरी के पास एक छोटा सा और खूबसूरत हिल स्टेशन है, इस हिल स्टेशन से गंगोत्री रेंज के पहाड़ों का दृश्य साफ दिखाई देता है। यह खूबसूरत हिमालय की चोटियों के बीच में बसा हुआ है। अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं, तो यह जगह आपके लिए बिल्कुल सही रहेगी। यहां के ऊंचे पहाड़ों पर बने होटल या गेस्ट हाउस में रहकर आपको अलग ही सुकून मिलेगा।
दिल्ली से सड़क मार्ग के जरिए धनौल्टी पहुंचने में 8 घंटे का समय लगता है। यह गढ़वाल हिमालय की तलहटी में है और मसूरी से यह हिल स्टेशन 24 किलोमीटर की दूरी पर है। धनोल्टी, टिहरी की तहसील है। आप देहरादून से यहां आराम से पहुंच सकते हैं।
4. ग्वालदम हिल स्टेशन
ग्वालदम हिल स्टेशन, प्रकृति की गोद में बसी एक शानदार और रोमांचक जगह है, जो खूबसूरत वादियों से घिरी हुई है। यहां चाय और सेब के बागानों की खूशबू दिल व दिमाग को ताज़ा कर देती है। भारत के उत्तराखण्ड के चमोली का यह शानदार हिल स्टेशन विदेशी पर्यटकों को भी पसंद आता है।
यह भी एक ऑफ़ बीट हिल स्टेशन है, इसलिए बहुत कम लोग ही यहां आते हैं। देहरादून से ग्वालदम हिल स्टेशन की दूरी करीब 149 किलोमीटर है। यहां से निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम जंक्शन है। काठगोदाम से ग्वालदम हिल स्टेशन की दूरी करीब 82 किलोमीटर है।
5. शीतलाखेत
एक पर्यटक स्थल के रूप में शीतलाखेत बहुत ज्यादा लोकप्रिय नहीं है, लेकिन प्रकृति के पास रहने के इच्छुक सैलानियों की यह पसंदीदा जगह है। शीतलाखेत अल्मोड़ा से 32 किलोमीटर की दूरी पर है।
यह अपने प्राकृतिक सौंदर्य और हिमालय की चोटियों के दृश्य के लिए जाना जाता है। यहां से हिमालय की बहुत विस्तृत श्रृंखला करीब ही दिखाई पड़ती है। यह चारों ओर से लगभग 1800 हेक्टेयर वन क्षेत्र से घिरा हुआ है। शीतलाखेत, कुमाऊँ की उन जगहों में से एक है, जहां बेहद घना जंगल मौजूद है। अगर आप फोटोग्राफी का शौकं रखते हैं तो यह पर्यटन स्थल आपके लिए उत्तम है।
जय भारत
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