गुजरात का गांधीनगर रेलवे स्टेशन अब पहले जैसा नहीं रहा है। गुजरात सरकार और रेल मंत्रालय के गठबंधन से बनी कंपनी गरुड़ के अंतर्गत इस ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया गया है। लग्जरी होटल से लेकर शानदार सभागार और भव्य एंट्रेंस पर रंग बदलती रोशनी वाले गांधीनगर रेलवे स्टेशन की तस्वीर अब पूरी तरह से बदल गई है। इस रेलवे स्टेशन पर आपको अब एयरपोर्ट जैसी टॉप क्लास सुविधाएँ मिलेंगी जो आपकी यात्रा के पूरे अनुभव को और भी बेहतरीन बना देंगी।
गुरुवार को केंद्रीय रेल मंत्रालय द्वारा ट्विटर पर साझा की गई तस्वीरों में नवीन गांधीनगर रेलवे स्टेशन की कुछ खूबियाँ साफ दिखाई देती हैं। मंत्रालय ने स्टेशन की पुराना और विस्तार के बाद की तस्वीरें साथ ने शेयर की हैं जिसमें बदलाव साफ दिखाई देता है। कुछ तस्वीरों ने स्टेशन के टिकट बुकिंग काउंटर दिखाई दे रहा है जिसमें पहले जाली लगी हुई थी। रेनोवेशन के बाद टिकट काउंटर पर डिजिटल बोर्ड के साथ-साथ काँच की स्क्रीन लगा दी गई है। नए रेलवे स्टेशन का शुभारंभ देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन पोर्टल से किया। गांधीनगर स्टेशन भारत का पहला विश्वस्तरीय और एयरपोर्ट जैसी चकाचक सुविधाओं वाला स्टेशन बन गया है।
इस स्टेशन की खास बात है कि ये ग्रीन बिल्डिंग है। सीधे शब्दों में कहें तो स्टेशन परिसर और पूरी बिल्डिंग को इको फ्रेंडली बनाने की सभी संभव कोशिशें की गई हैं। दिव्यांगजनों को भी स्टेशन पर किसी तरह की असुविधा ना हो इसका भी खास ध्यान रखा गया है। इसके लिए स्टेशन पर टिकट बुकिंग काउंटर पर अलग से जगह बनाई गई है। साथ ही जगह-जगह पर लिफ्ट और रैंप जैसी सुविधाओं का भी इंतेजाम किया गया है। प्लेटफॉर्म को ढकने के लिए खास एल्यूमिनियम से बनी परतों का इस्तेमाल किया गया है। स्टेशन का मुख्य आकर्षण है इसका प्रवेशद्वार। जहाँ गुजरात की परंपरा और संस्कृति को ध्यान में रखकर सजावट की गई है। चमकदार रोशनी के बीच पूरा स्टेशन और भी अधिक खूबसूरत लगने लगता है।
यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर आने जाने में कोई परेशानी ना हो इसके लिए स्टेशन के तीनों प्लेटफॉर्म को तीन सबवे की मदद से जोड़ा गया है। इसके अलावा हर प्लेटफॉर्म पर यात्रियों के बैठने के लिए उचित व्यवस्था की गई है जहाँ 480 लोग एक बार में बैठ सकते हैं। स्टेशन में अंदर और बाहर आने जाने के लिए अलग अलग रास्ते बनाए गए हैं जिससे किसी भी समय भीड़ पर नियंत्रण रखने में आसानी हो। स्टेशन के पार्किंग एरिया में 163 कार, 120 दो पहिया वाहन और 40 ऑटो रिक्शा एक बार में खड़े किए जा सकते हैं। स्टेशन के एसी प्रतीक्षा हॉल में 40 लोगों के बैठने की जगह बनाई गई है।
स्टेशन पर बनाया गया महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर यहाँ का अगला सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र है। इस सेंटर का निर्माण यात्रियों की सुविधा के लिए किया गया है। ठीक रेलवे स्टेशन पर एक लग्जरी होटल भी बनाया गया है जो लगभग 7,400 वर्ग मीटर की भूमि पर फैला हुआ है। कन्वेंशन सेंटर में आयोजित सेमिनार और वर्कशॉप्स में हिस्सा लेने आए अतिथियों के लिए खास इस लग्जरी होटल में ठहरने की व्यवस्था भी की गई है। इस होटल के रख-रखाव और चलाने का काम किसी निजी कंपनी के हाथों में होगा। 318 कमरों वाले इस शानदार होटल का कुल खर्च 790 करोड़ बताया जा रहा है।
आगे आने वाले समय में स्टेशन पर नामी ब्रैंड्स के शोरूम और खाने पीने के सामान के लिए कैफेटेरिया खोलने का भी अनुमान लगाया जा सकता है। एलईडी लाइट वाली आर्ट गैलरी से सुशोभित ये रेलवे स्टेशन फिलहाल के लिए किसी भी फर्स्ट क्लास एयरपोर्ट को मात देने के लिए काफी है।
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