अगर आपको भी है प्रकृति से प्यार तो बरसात के दिनों में फॉरेस्ट ट्रैकिंग के लिए इन जगहों पर जरूर जायें

Tripoto
3rd Aug 2021
Photo of अगर आपको भी है प्रकृति से प्यार तो बरसात के दिनों में फॉरेस्ट ट्रैकिंग के लिए इन जगहों पर जरूर जायें by Smita Yadav
Day 1

आजकल फॉरेस्ट ट्रैकिंग का प्रचलन दुनियाभर में हो गया है। खासकर के बरसात के दिनों में पर्यटक ट्रैकिंग पर जाना ज्यादा पसंद करते हैं। वैसे पर्यटकों की पसंद में असमानता है। कुछ पर्यटक हिल स्टेशन पर ट्रैकिंग के लिए जाते हैं, तो कुछ फॉरेस्ट ट्रैकिंग पर जाना पसंद करते हैं। और ये सही भी हैं क्योंकि सबकी पसंद अलग अलग होती हैं। अगर आप भी प्रकृति से प्यार करते हैं, और अपनी यात्रा को एडवेंचरस बनाना चाहते हैं तो बरसात के दिनों में ट्रैकिंग के लिए इन जगहों पर जरूर जाएं। हालांकि, यात्रा के दौरान कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें। इससे आपको संक्रमण का खतरा कम रहता है। तो आइए जानते हैं ट्रैकिंग स्पॉट के बारे में,

कान्हा नेशनल पार्क, मध्य प्रदेश

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कान्हा नेशनल पार्क देशभर में बहुत प्रसिद्ध है। कान्हा नेशनल पार्क मध्यप्रदेश में स्थित यह मध्य भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है, जो राष्टीय पशु बाघ और ऐसे कई जंगली जानवरों का आवास स्थान के लिए प्रसिद्ध है। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश राज्य के मंडला जिले में स्थित ऐसा कस्बा है जो यहाँ आने वाले पर्यटकों को अपनी प्राक्रतिक सुंदरता से आनंदित कर देता है। यहां 22 प्रकार की स्तनधारी जीव पाए जाते हैं। यहाँ टाइगर यानी बाघ को आसानी से देखा जा सकता है। कान्हा नेशनल पार्क जंगल सफारी और जंगल ट्रैकिंग के लिए मशहूर है। इस नेशनल पार्क को एशिया सर्वश्रेष्ठ पार्कों में से एक माना जाता है, जिसमे बड़े स्तनधारियों की 22 प्रजातियों के साथ 300 से अधिक कई प्रकार के वन्यजीवों और विविध पक्षी जीवों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान की सबसे खास बात यह है कि ये रुडयार्ड किपलिंग की पुस्तक- द जंगल बुक के माध्यम से दुनिया भर में जाना जाता है।

टैली घाटी, अरुणाचल प्रदेश

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अरुणाचल प्रदेश में कई खूबसूरत जंगल हैं। हाल के दिनों में ट्रैकिंग के लिए ये जंगल दुनियाभर में पॉपुलर हुआ है। टैली घाटी रोमांच पसंद लोगों के लिए परफेक्ट है। यह जगह ट्रेकिंग के लिए फेमस है। टैली घाटी वन्य जीव अभ्यारण्य प्रदेश के जीरो से करीब 30 किलोमीटर दूर है। इस अभ्यारण्य में वनस्पतियों और जीवों की विशेष किस्म ध्यान आकर्षित करती है। यहां क्लाउडेड तेंदुआ जैसी दुर्लभ प्रजाती के वन्यजीव भी पाए जाते हैं। खास बात यह है कि 337 स्क्वेयर किलोमीटर में फैले इस अभ्यारण्य में से तीन नदियां होकर गुजरती हैं जो यहाँ का अनुभव यादगार बना देती हैं।

दांदेली, कर्नाटक

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कर्नाटक के वेस्टर्न घाट में दांदेली स्थित है। यह शहर काली नदी के किनारे बसा हुआ है। यह स्थान प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अविस्मरणीय स्थानों में से एक है। यहाँ पर मौजूद वन्य जीव अभ्यारण्य, लुभावनी घाटी और शाही नदियां प्रकृति का एक अनुपम रूप प्रदर्शित करता है। यहाँ आपको कई प्रकार के दुर्लभ प्रजाति के जीव-जन्तु और कई किस्म की वनस्पतियां देखने को मिलेगी। इस स्थान पर आप कई साहसिक गतिविधियों, बोटिंग, नेचर वॉक आदि का लुत्फ़ उठा सकते है। इसके अलावा आप यहाँ की सबसे प्रमुख काली नदी जो कि अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य को जोड़ती है। इसके अलावा, दांदेली से 22 किलोमीटर दूर सूपा बांध है। इसके अलावा, शहर में दानदेलप्पा मंदिर स्थित है। जब कभी आप कर्नाटक जाएं, तो दांदेली जरूर जाएं।

ताडोबा, महाराष्ट्र

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महाराष्ट्र का यह सबसे पुराना राष्ट्रीय पार्क है। इस पार्क में कई प्रकार के वन्य जीव देखने को मिल जाते हैं। खासकर आप बाघ का भी दीदार कर सकते हैं। ताडोबा को बंबू जंगल कहा जाता है। मानसून के दिनों में ट्रैकिंग के लिए सबसे परफेक्ट डेस्टिनेशन है। इस मौसम में वातावरण बेहद आनंददायक रहता है। जब भी मौका मिले, ताडोबा वन जरूर जाएं। खासकर मानसून के दिनों में ताड़ोबा जरूर जाएं।

क्या अपने भी इन जगहों में से किसी जगह पर फॉरेस्ट ट्रैकिंग का आनंद लिया हैं। अपने अनुभव को हमारे साथ शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

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