भारत के सबसे रंगीन फ्लावर फेस्टिवल्स! जिनकी खूबसूरती देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे

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भारत हर तरह से समृद्ध देश है। लोग और उनकी बोली से लेकर यहाँ मिलने वाले पेड़ों और फूलों तक हर एक चीज में आपको विविधता दिखाई देगी। भारत में ऐसी बहुत सारी घाटियाँ हैं जहाँ आपको रंग-बिरंगे फूलों का संसार देखने मिलेगा। ऐसे में यदि आपसे कहा जाए कि अब इस रंगीन दुनिया को देखने के लिए आपको किसी दूर पहाड़ पर नहीं जाना होगा तो क्या आप विश्वास कर लेंगे? अगर आपको नहीं यकीन हो रहा है तो बता दें भारत में बहुत सारे फ्लावर फेस्टिवल्स का आयोजन किया जाता है जहाँ आप तरह-तरह के फूल देख सकते हैं। आपकी सहूलियत की लिए हमने कुछ मशहूर फेस्टिवल्स की लिस्ट तैयार की है। यदि आप इनके बारे में नहीं जानते है तो अब जान लीजिए।

1. द ट्यूलिप फेस्टिवल, श्रीनगर

2007 में शुरू किया गया ये फेस्टिवल केवल जम्मू ही नहीं बल्कि पूरे देश के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस फेस्टिवल में आपको ट्यूलिप की 70 से भी ज्यादा प्रजातियाँ देखने के लिए मिलेंगी। इस फेस्टिवल का आयोजन हर साल अप्रैल के महीने में किया जाता है। यहाँ आपको कोई हजार या लाख फूल नहीं मिलेंगे। बल्कि इस फेस्टिवल में लगभग 1 मिलियन से भी ज्यादा फूलों को प्रदर्शित किया जाता है। क्योंकि इस महोत्सव का आयोजन डल झील के बेहद नजदीक किया जाता है। इसलिए आप फेस्टिवल देखकर डल झील पर शिकारा की सवारी करने भी जा सकते हैं। इस गार्डन से बर्फीले जबरवान पहाड़ों का बेहतरीन नजारा दिखाई देता है जो इस उत्सव की खूबसूरती को और बढ़ा देता है। फूलों के अलावा आप सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद ले सकते हैं। इस फेस्टिवल में कश्मीरी हैंडीक्राफ्ट और कश्मीरी खाने के स्टॉल भी लगाए जाते हैं। इस जगह पर आप फूलों के साथ-साथ कश्मीरियत का भी बढ़िया अनुभव के सकते हैं।

कब: मार्च से अप्रैल

कहाँ: इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन, श्रीनगर

2. गुलाबों का फेस्टिवल, चंडीगढ़

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श्रेय: अमर उजाला

चंडीगढ़ को भारत के सबसे बढ़िया प्लानिंग वाले शहरों में गिना जाता है। लेकिन इस शहर को खास बनाने के पीछे केवल यही एक वजह नहीं है। हर साल चंडीगढ़ में होने वाला गुलाबों का फेस्टिवल भी इस शहर की लोकप्रियता बढ़ाने में योगदान देता है। इस शहर में दो गार्डन हैं- ज़ाकिर हुसैन रोज़ गार्डन और लेजर वैली। फरवरी के महीने में ये दोनों बागीचे गुलाबों के उत्सव के मेजबानी करते हैं जिसको फेस्टिवल ऑफ गार्डेन्स भी कहा जाता है। गुलाबों की तमाम वैरायती के अलावा यहाँ आपको और भी बहुत कुछ मिलेगा। साल के इस समय इन दोनों बागीचों में उत्सव जैसा माहौल होता है। यहाँ आपको तरह-तरह के खाने के साथ झूलों और ड्रिंक्स का भी ऑप्शन मिलेगा। इसके अलावा यहाँ की सारी प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है जिसमें फोटोग्राफी भी शामिल है। खास बात ये है कि फेस्टिवल के अंतिम दिन प्रदर्शनी के सभी गुलाबों में से प्रिंस और प्रिंसेस का चयन भी किया जाता है।

कब: फरवरी

कहाँ: ज़ाकिर हुसैन गार्डन, चंडीगढ़

3. इंटरनेशनल फ्लावर फेस्टिवल, गंगतोक

पूर्वोत्तर भारत के सभी राज्यों में पौधों और जानवरों की इतनी भरमार है कि आपको विश्वास नहीं होगा। कुछ लोग हैं जो इसके बारे में बहुत अच्छे से जानते हैं। लेकिन बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जिन्हें पूर्वोत्तर और खासतौर से सिक्किम के बारे में अच्छे से नहीं पता है। मार्च या अप्रैल में होने वाले इंटरनेशनल फ्लावर फेस्टिवल में ऑर्किड की लगभग 600 से ज्यादा प्रजातियाँ दिखाई जाती हैं। इसके अलावा इस फेस्टिवल में रोडोडेंड्रॉन की भी लगभग 50 वैरायटी सजाई जाती है। इस फेस्टिवल में आपको ग्लेडियोला और गुलाब के फूल भी देखने के लिए मिलेंगे। गंगतोक फ्लावर फेस्टिवल की खासियत ये भी है कि इस फेस्टिवल में आपको फूड और राफ्टिंग जैसी चीजें करने का भी ऑप्शन दिया जाता है। फेस्टिवल के दौरान आपको सिक्किम का पारंपरिक नृत्य, लोकल आर्ट और याक सफारी करने का मौका भी मिलता है जो आपके पूरे अनुभव को बेहद शानदार बना देगा।

कब: अप्रैल

कहाँ: व्हाइट हॉल, गंगतोक

4. दासरा फ्लावर शो, मैसूर

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श्रेय: फेसबुक

मैसूर में दासरा को दशहरा भी कहा जाता है। इसलिए मैसूर का फ्लावर फेस्टिवल सितंबर से अक्टूबर के बीच मनाया जाता है। दशहरा के तमाम अन्य उत्सवों में इस फ्लावर फेस्टिवल की भी बहुत मुख्य भूमिका है। इस फूलों के मेले में आपको गुलाब और ऑर्किड की तमाम ऐसी प्रजातियाँ देखने के लिए मिलेंगी जिनके बारे में आपने पहले कभी नहीं सुना होगा। केवल यही नहीं इन फूलों की मात्र इतनी ज्यादा होती है कि लगता है जैसे किसी ने फूलों की चादर जमीन पर बिछा दी है। फूलों के अलावा इस फेस्टिवल में और भी बहुत कुछ होता है। इस फेस्टिवल में आपको पतंगों को मेला, खाने के स्टॉल्स, सजे हुए हाथियों का झुंड जैसी चीजें भी देखने के लिए मिलेंगी। हालांकि वो चीज जो इस पूरे फेस्टिवल का मुख्य आकर्षण है वो है यहाँ का म्यूजिकल फाउंटेन और फूलों की सजावट।

कब: सितम्बर-अक्टूबर

कहाँ: निषाद बाग, मैसूर

5. लालबाग फ्लावर शो, बंगलौर

अगर आप सोचते हैं कि बंगलौर केवल सॉफ्टवेयर से जुड़े लोगों के लिए ही बना है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। अगर आपको फूलों से लगाव है तो आपको बंगलौर का फ्लावर शो बहुत पसंद आएगा। बाकी शहरों के मुकाबले बंगलौर में एक साल के अंदर हो दो फूलों की प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है। इसमें एक शो जनवरी में गणतंत्र दिवस के दिन मनाया जाता है। वहीं दूसरा फ्लावर शो अगस्त में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित किया जाता है। इन दोनों फ्लावर शो का आयोजन लालबाग गार्डन में ही होता है जो अपने आप में किसी राजमहल से कम नहीं है। फ्लावर शो के दौरान इस गार्डन में आपको फूलों से बने स्मारक, शाही सैनिक, हाथी और घोड़े देखने के लिए मिलेंगे। अगर आपको भी प्रकृति की ऐसी सुंदर छटा देखने का मन है तो बंगलौर का फ्लावर शो में जरूर शामिल होना चाहिए।

कब: 26 जनवरी और 15 अगस्त

कहाँ: लालबाग बोटैनिकल गार्डन, बंगलौर

6. द फ्लावर शो, ऊटी

मई का महीना आपकी अगली दक्षिण भारत की ट्रिप के लिए बिल्कुल सही है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस समय तमिलनाडु के सबसे लोकप्रिय और फॉस हिल स्टेशन ऊटी में आपको फूलों का सबसे शानदार उत्सव देखने के लिए मिलेगा। 1896 में शुरू हुआ ये फेस्टिवल तमाम तरह के पौधों और फूलों को एक साथ देखने का बहुत बढ़िया मौला है। इस फ्लावर शो में आपको फूलों के साथ-साथ फलों और सब्जियों की भी बढ़िया वैरायटी देखने के लिए मिलेगी। इस फेस्टिवल में आपको फूलों से बनी रंगोली भी मिलेगी जिसमें फूलों को जापानी संस्कृति के मुताबिक सजाया जाता है। इसके आलवा आप पास में स्थित रोड गार्डन और सिम्स पार्क में भी तमाम कार्यक्रम देख सकते हैं।

कब: मई

कहाँ: गवर्नमेंट बोटैनिकल गार्डन, ऊटी

7. चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल, शिलांग

शिलांग की खूबसूरती के बारे में कौन नहीं जानता है। आखिर ये देश के सबसे प्यारे राज्यों में से है। इस राज्य को और भी प्यारा बनाता है यहाँ होने वाला चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल। जिसको देखने के लिए देशभर से लोग आते हैं। शिलांग की सड़कों पर लगे चेरी ब्लॉसम के पेड़ साल के अंत में गुलाबी फूलों से भर जाते हैं जो देखने में बेहद खूबसूरत लगता है। इसको और भी बढ़िया बनाती हैं सड़कों पर लगी लाइटें। जिनकी रोशनी से ये पेड़ जगमगा उठता हैं। इस फेस्टिवल में आपका मनोरंजन करने के लिए और भी बहुत चीजें हैं। फेस्टिवल के समय शिलांग में खास वॉकिंग टूर्स होते हैं जो रात के समय होते हैं। इसके अलावा फैशन शो, रोक कॉन्सर्ट और यहाँ तक कि जापानी संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम भी होते हैं।

कब: नवंबर

कहाँ: शिलांग

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