हमारा भारत तो परंपराओ और संस्कृतियों का देश है। यहां कदम-कदम पर कल्चर का रंग बदलता हुआ दिखाई देता है।हर जगह की अपनी अलग संस्कृति और अपने अलग त्योहार।इसीलिए भारत को विविधताओं का देश कहा जाता हैं जहां बहुत कुछ अलग हो कर भी हमसब एक है और यही हमारा सबसे बड़ा गौरव है।
भारत में वैसे तो पूरे साल अलग अलग त्यौहार मनाए जाते है और सबकी अपनी अलग अलग मान्यता है।सर्दियों के त्यौहार की बात करे तो हमारे जेहन में बस क्रिसमस का ही ख्याल आता है ।पर क्या आपको पता है की सर्दियों के मौसम में भारत के अलग अलग हिस्सों कई त्यौहार मनाए जाते हैं।अगर आप भी इन त्योहारों का हिस्सा बनेंगे तो आप भी यहां के सस्कृति और अच्छे से जान पाएंगे।तो आइए जानते है भारत में मनाए जाने वाले विंटर फेस्टिवल के बारे में।
1. मनाली विंटर फेस्टिवल
मनाली भारत के सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल में से एक है और सर्दियों में यहां का नजारा ही कुछ खास होता है। चारों तरफ बर्फ की चादर फैली होती है।इसी सर्द मौसम में जनवरी के महीने में यहां पर मनाली विंटर कार्निवल का आयोजन किया जाता है।इस दौरान यहां हिमाचली ससकृति को भली भांति दर्शाया जाता है।इस दौरान आप यहां लोक नृत्य, सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं और लोकल फूड को भी एंजॉय कर सकता है।
2. रण उत्सव, कच्छ
गुजरात के कच्छ,में मनाए जाने वाला रण उत्सव भारत के सबसे फेमस विंटर फेस्टिवल में से एक है।यह उत्सव गुजरात के कच्छ जिले के सफेद रेगिस्तान में प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है।दुनिया के सबसे बड़े नमक के रेगिस्तानों में से एक, कच्छ का रण गुजरात का एक बहुत फेमस पर्यटन स्थल है।यह उत्सव तीन माह तक चलता है।इस दौरान लोक नृत्य, संगीत प्रदर्शन, हस्तशिल्प और भोजन की दुकानों, ऊंट की सवारी और साहसिक खेलों का आयोजन किया जाता है।
3. जैसलमेर डेजर्ट फेस्टिवल
इस फेस्टिवल का आयोजन जैसलमेर में हर साल फरवरी के महीने में यह तीन दिनों के लिए किया जाता है।अगर आप को भी राजस्थान के पारंपरिक रेगिस्तानी जीवन का अनुभव करना है तो आपको भी इस आयोजन में अवश्य शामिल होना चाहिए।इस दौरान यहां तरह तरह का आप ऊंट अलंकरण, फर काटने और ऊंट पोलो का आनंद ले सकते हैं। इसमें ऊंट जिमनास्टिक और बैंड के साथ ऊंट गठन नृत्य भी शामिल है।इसके अलावा आप राजस्थानी जाम, कैमरून की सवारी, मूँछों की प्रतियोगिता, लोक संगीत और बहुत कुछ का आनंद ले सकते हैं।
4. गोवा कार्निवाल
मौज-मस्ती के कल्चर वाले गोवा के बारे में तो हम सब जानते है।वहां का festival भी उतना मौज मस्ती से भरा हुआ होता है।इसका आयोजन दिसंबर के अंत में किया जाता है।इस आयोजन को संगीत, मनोरजन और खानपान के जरिए यहां सेलिब्रेट करने का अलग ही मजा है।इस दौरान गोवा के अधिकतर हिस्सों को लाइट्स से सजा दिया जाता है और नाइट पार्टीज के जरिए यहां अलग ही धूम रहती है।
5. नागौर महोत्सव
रामदेवजी मेला जिसे नागौर महोत्सव भी कहा जाता है, देश का दूसरा सबसे बड़ा पशु मेला है।इसका आयोजन फरवरी माह में किया जाता है।मेले में हर साल ऊंटों, घोड़ों और गायों सहित अन्य पशुओं का व्यापार होता है।इसके अलावा, हर दिन विभिन्न सांस्कृतिक उद्यम और उत्सव ,सूरज से शुरू होते हैं, जहां आप मुर्गों की लड़ाई, बैल दौड़, रसाक्षी, लोक संगीत और नृत्य प्रदर्शन, पगड़ी बांधना, मूंछें, करतब प्रदर्शन जैसी प्रतियोगिताएं देखने का आनंद ले सकते हैं। यहां पर कई कठपुतली शो भी किए जाते है।
6. लोहड़ी
लोहड़ी पंजाब के प्रमुख त्योहारों में से एक है।जो जनवरी के महीने में मनाया जाता है।शीतकालीन संक्रांति पर, लोहड़ी का त्योहार रात में अलाव जलाकर मनाया जाता है, परिवार की पूर्ति के लिए प्रार्थना की जाती है और आग के चारों ओर नृत्य किया जाता है।
7. हॉर्नबिल महोत्सव, कोहिमा
कोहिमा, नागालैंड में मनाए जाने वाला हॉर्नबिल महोत्सव भारतीय जनजातियो का एक प्रमुख त्योहार है।जहां नागालैंड की विभिन्न जनजातियां मिलकर शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करती है।इस त्योहार के माध्यम से वे अपनी कला, संगीत, शिल्प और संस्कृति का प्रदर्शन करती है।
8. बीकानेर का ऊंट उत्सव
ऊंट की सवारी का मजा ही अलग है।लेकिन बीकानेर में ऊंट का मार्च निकाला जाता है।है न मजेदार बात जी हां यहां पर सर्दियों के दिनों में बीकानेर में ऊंटों को सजाकर जूनागढ़ के किले से उनका जुलूस निकाला जाता है।ये ऊंट उत्सव दुनियाभर में प्रसिद्ध है।
तो देर किस बात की आप भी निकल जाए इन सर्दियों में हमारी भारत की विभिन्न संस्कृतियों से मिलने और शमिल हो जाए इन विंटर फेस्टिवल में।
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