ईद का त्योहार हमेशा खुशियों से भरा होता है। रमजान के पाक महीने के बाद आने वाले इस त्योहार की धूम केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में देखने के लिए मिलती है। लोग सुबह उठकर तैयार होकर मस्जिद जाते हैं जहाँ ईद की नमाज अदा करते हैं। नमाज पूरी करने के बाद सभी एक दूसरे को गले लगाकर ईद मुबारक कहते हैं। घरों में तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं। बिरयानी, शीरकोरमा, सेवइयां की मीठी खुशबू से पूरा माहौल महक उठता है। लेकिन इस साल ईद थोड़ी अलग होगी। कोरोना महामारी के चलते कई जगहों पर मस्जिदों में आम लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं दी गई है। कोविड के नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके। सभी की सुरक्षा को देखते हुए उठाया गया ये कदम संक्रमण को रोकने के लिए लिया गया है। लेकिन ये मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आपको ईद की खुशियाँ बांटने से पीछे रहना चाहिए। आप घर में रहकर अपने परिवार के साथ नमाज पढ़ना और लजीज पकवान खाने का भी अपना एक अलग मजा है।
1. जामा मस्जिद, दिल्ली
पुरानी दिल्ली का ये मस्जिद केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे भारत की जान है। शायद ही कोई ऐसा होगा जिसने अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान जमा मस्जिद नहीं देखा होगा। आमतौर पर जामा मस्जिद वो है जहाँ सबसे पहले रमजान की आखिरी नमाज अदा की जाती है। 350 साल से भी ज्यादा पुरानी इस हेरिटेज साइट को देखने के लिए बहुत लोग आते हैं। वैसे बता दें ईद के समय जामा मस्जिद में लोगों की खूब भीड़ होती है। साल के इस समय ये जगह लोगों से भरी होती है। ज्यादातर लोग यहाँ नमाज पढ़ने आते हैं लेकिन कुछ सिर्फ इस मस्जिद के सौंदर्य को देखने भी आते हैं। ईद के समय यहाँ इतने लोग होते हैं कि आप यकीन नहीं करेंगे। कुछ लोग मस्जिद के अंदर बैठकर नमाज पढ़ते हैं और जिन्हें अंदर जगह नहीं मिल पाती है वो सीढ़ियों और यहाँ तक की बाहर सड़कों पर बैठकर भी नमाज अदा करते हैं। ईद के समय जामा मस्जिद देखने लायक होता है। मस्जिद में बढ़िया सजावट की जाती है। मस्जिद के ठीक बाहर के बाजार में भी ईद के समय कुछ अलग रौनक दिखाई देती है। चमचमाती लाइटों से सजा चांदनी चौक देखने लायक होता है।
2. हाजी अली दरगाह, मुंबई
हाजी अली की दरगाह को मुंबई की शान भी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इस दरगाह से मायानगरी मुंबई को एक अलग पहचान मिलती है जो शहर की सारी चकाचौंध से अलग है। समुंदर के बीच बनी इस दरगाह में ईद की नमाज अदा करना बेहद खूबसूरत एहसास होता है। ये दरगाह मुंबई की वो जगह है जहाँ हर धर्म के लोगों को आने की आजादी है। आप चाहे किसी भी रिलिजन से हों, अगर आप हाजी अली आना चाहते हैं तो आप बिना किसी संकोच के यहाँ आ सकते हैं। वैसे तो इस दरगाह को देखने हजारों लोग आते हैं लेकिन ईद के समय यहाँ कुछ अलग किस्म की भीड़ होती है। ईद की खुशी में डूबे लोग यहाँ रमजान की आखिरी नमाज पढ़ने आते हैं। नमाज अदा करने के बाद सब एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद देते हैं। दरगाह के आसपास की सड़कों और गलियों में भी दुकानों की खूब भीड़ रहती है। कहीं स्वादिष्ट सेवइयां मिलती हैं तो कहीं खजूर का ढेर लगा होता है। कुछ लोग तो नमाज अदा करने के बाद थोड़ी देर ठहरकर परिवार के साथ समुंदर के बेशकीमती नजारों का भी मजा लेते हैं।
3. चारमीनार, हैदराबाद
हैदराबाद का ये नगीना वैसे तो हेरिटेज साइट के तौर पर पूरे विश्व में फेमस है। लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि ईद के समय चारमीनार देखने लायक होता है। मुहम्मद कुली कुतुब शाही द्वारा बनवाया गया ये शानदार स्मारक मूसी नदी के किनारे बसा हुआ है। वैसे तो चारमीनार की खूबसूरती के चर्चे दूर-दूर तक हैं लेकिन ईद के मौके पर यहाँ कुछ अलग ही माहौल देखने के लिए मिलता है। रमजान की आखिरी नमाज अदा करने के बाद लोग सजधज कर अपने घरों से बाहर निकलते हैं और एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हैं। इन सबके बीच हैदराबादियों की पसंदीदा डिश शीर कोरमा की भी खूब डिमांड रहती हैं। मिठाई की दुकानों में शीर कोरमा और सेवइयां के लिए खास ऑर्डर दिए जाते हैं। हैदराबाद भारत के उन चुनिंदा शहरों में से हैं जहाँ ईद की रौनक देखने लायक होती है। साल के इस समय हैदराबाद की सड़कों को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। खासतौर से चारमीनार के आसपास का इलाका और लाड बाजार में तो ईद का जश्न देखने लायक होता है।
4. हजरतबल दरगाह, श्रीनगर
कश्मीर की खूबसूरती के बारे में कौन नहीं जानता है। ऐसे में जरा सोचिए बर्फीली वादियों से घिरी घाटी में ठंडी हवाओं के बीच ईद मानना कितना मोहक होता होगा। हजरतबल दरगाह श्रीनगर की वो जगह है जहाँ मुहम्मद का एक बाल रखा गया है। श्रीनगर की डल झील के किनारे स्थित इस मस्जिद में ईद की नमाज पढ़ना बेहद शानदार एहसास होता है। यकीन मानिए आपको इस मस्जिद के माहौल जैसा वातावरण कहीं और नहीं मिलेगा। आखिर ईद के दिन शांति और सुकून भरे माहौल में नमाज पढ़ना किसको अच्छा नहीं लगेगा। खास बात ये भी है कि ईद के नजदीक आते ही श्रीनगर का पूरा रूप बदल जाता है। जगह-जगह पर सजावट की जाती है। श्रीनगर के बाजार भी लोगों की भीड़ से गुलजार हो जाते हैं। कुछ बाजारों में तो रातभर ईद की खरीदारी करने वाले लोगों का मेला लगा रहता है। जिन इलाकों में वैसे शायद आपको भीड़ ना भी मिले, ईद के समय वहाँ भी आपको लोग एक-दूसरे से गले मिलते हुए मिल जाएंगे।
5. ताजमहल, आगरा
ईद को भाईचारे और प्रेम का संदेश देने वाला त्योहार माना जाता है। ऐसे में ईद के मौके पर प्यार की सबसे खूबसूरत निशानी का जिक्र ना किया जाए ऐसा हो ही नहीं सकता। बहुत कम लोगों को पता है कि ईद के समय ताजमहल में भी लोगों की भरी भीड़ होती है। साल के इस समय ताजमहल में पर्यटकों से ज्यादा ईद की नमाज अदा करने वाले लोगों का मेला लगा रहता है। संगमरमर से बनी ये खूबसूरत इमारत जिस कैंपस में स्थित है, वहीं पर एक मस्जिद भी है। ईद के मौके पर आगरा के ज्यादातर लोग ताजमहल के इस मस्जिद मे नमाज पढ़ने आते हैं। ईद के दिन सुबह से ही मुस्लिमों की खूब भीड़ रहती है जो यहाँ ईद की नमाज अदा करने आते हैं। खास बात ये भी है कि ईद के दिन ताजमहल में एंट्री के लिए कोई टिकट नहीं लगता है। इस दिन हर व्यक्ति को फ्री में जाने दिया जाता है। बाद में शाम के समय पूरा ताजगंज रंग-बिरंगी लाइटों और ढेर सारी सजावट से चमचमा उठता है। ताजगंज की सड़कों पर अलग-अलग चीजों की दुकानें लगाई जाती हैं जिनसे लोग खूब खरीदारी करते हैं। पूरी रात ये बाजार लोगों की भीड़ से गुलजार रहता है।
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