
एवेरेस्ट बेस केम्प यात्रा के दौरान डिंगबोचे से जब हम लोबुचे की तरफ बढ़ते हैं तो बीच में कोई अन्य पॉइंट नहीं आता सिवाय 'थुकला' के। आपको जो भी खाना पीना हो या आराम करना हो ,यही कर लेना चाहिए। थुकला में बने टी हाउसेज के बाहर से ही शुरू होती हैं इस पूरी EBC यात्रा की एक सबसे दुर्गम चढ़ाई। यह चढ़ाई थुकला दर्रे की चढ़ाई हैं। करीब 40 से 45 मिनट मुझको इस चढ़ाई में लगे।
सबसे ऊपर पहुंचते ही आप अपने आप को हर तरफ से ग्लेशियर्स से घिरा हुआ पाओगे और साथ ही साथ आप देखोगे कि आपके आसपास हैं खूब सारे स्मारक। ये जो स्मारक थे ,इनको देख कर एक बार तो लगा कि कही यह कोई कब्रिस्तान तो नहीं हैं। ये स्मारक उन पर्वतारोहियों के थे जिन्होंने एवेरेस्ट की चढ़ाई के दौरान अपनी जान गवाई थी।हर एक स्मारक पर या तो कुछ फोटोज ,कागज़,घड़ी ,पेन या कुछ अन्य चीजें भी पड़ी मिलेगी।

जब हम यहाँ पहुंचे तो यहाँ ऊपर एकदम सूनापन था,कुछ याक जरूर चर रहे थे। बर्फीली हवा इतनी तीखी थी कि वीडियो बनाने के लिए मोबाइल से माइक कनेक्ट करूँ ,इतना साहस नहीं हुआ और सामान्य वीडियो में हवा की वजह से ज्यादा साफ़ आवाज़ रिकॉर्ड ना हो पाई। हाथ भी ठंड से सुन्न पड़ गया वो अलग। दर्रे से एक तरफ कुछ 600 -700 फ़ीट निचे थुकला और उसके साथ एक बर्फ से जमी हुई नदी को हम ऊपर से देख पा रहे थे।
दर्रे से कुछ 3 किमी दूर लोबुचे नाम का गाँव हैं ,जहाँ तक का रास्ता वैसे तो सीधा हैं। लेकिन चुकि यह इलाका 5000 मीटर की ऊंचाई लिए हैं तो इस सीधे रास्ते पर मौसम का कुछ नहीं बोला जा सकता।इस 3 किमी में हमारे रास्ते में इतने बादल आ गए थे कि हम कुछ फ़ीट आगे भी ना देख पा रहे थे।लोबुचे तक पहुंचते पहुंचते लोगों की हड्ड़ियाँ बोलने लग जाती हैं,हमारे साथ भी ऐसा ही हुआ। इतनी ऊंचाई पर पेड़ पौधे होते नहीं हैं ,बस कुछ छोटी -छोटी झाड़ियाँ मिलती हैं।
मैं EBC को दो भाग में देखता हूँ। एक थुकला से पहले का और एक बाद का। दोनों की कठिनाई और वातावरण में खूब फर्क हैं। थुकला के आगे सांस की दिक्कत शुरू हो जाती हैं। हम आठ लोगों में से एक को थुकला में कुछ अच्छा महसूस नहीं हुआ तो उन्होंने थुकला में हेलीकाप्टर मंगवा लिया और उसी से EBC और काला पत्थर पहुंच कर कुछ ही घंटों में काठमांडू पहुंच गए। हम 7 लोग ही आगे बढे ,कल 25 दिसम्बर आने वाला था। जहाँ दुनिया में एक तरफ लोग क्रिसमस की तैयारी कर रहे थे ,वही क्रिसमस के दिन हम सातों का इंतजार एवेरेस्ट बेस केम्प कर रहा था।

मेरे नए यूट्यूब चैनल पर आज के एपिसोड में डिंगबोचे से लोबुचे तक की यही यात्रा देखिये। यह एवेरेस्ट बेस केम्प सीरीज का 11वां एपिसोड हैं। यूट्यूब पर सर्च करे - RISHABH BHARAWA VLOGS और अगर आप यात्रा से जुड़ें वीडियोज देखते या यात्रा से जुड़ी जानकारियां लेते रहते हैं तो चैनल को सब्सक्राइब भी लेवे।मेरे अन्य आर्टिकल्स #traveltalesbyrishabh पर क्लिक करके आप पढ़ सकते हैं। इस वीडियो के लिए कमेंट में जानकारी चैक करे।
-Rishabh Bharawa