विजयादशमी यानी दशहरा पर हिंदुओं के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। दुबई में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन हो गया है। इस मंदिर को आज से आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। यानी अब इस मंदिर में कोई भी जाकर पूजा-पाठ कर सकता है। इससे पहले मुस्लिम राष्ट्र दुबई में कोई मंदिर नहीं था। जिसके चलते यहां रहने वाले हिंदुओं को अपने त्योहारों पर घर पर ही पूजा-पाठ करना पड़ता था।
सफेद मार्बल से बना है मंदिर
यह हिदू मंदिर जेबेल अली में अमीरात के कॉरिडोर ऑफ टॉलरेंस में स्थित है। मंदिर 70,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है। इस मंदिर को बनाने के लिए सफेद मार्बल का इस्तेमाल किया गया है। मंदिर की छत पर घंटियां लगाई गई हैं और इसे पूरी तरह हिंदू ज्यामितीय डिजाइन से बनाया गया है। भारत के शीर्ष गणमान्य लोगों की मौजूदगी में इस भव्य मंदिर के कपाट आधिकारिक तौर पर खोल दिए गए।
मंदिर के बगल में हैं चर्च-गुरुद्वारा
इस मंदिर की खास बात यह भी है कि इसके परिसर में चर्च, गुरुद्वारा सहित कई धार्मिक स्थल हैं। यह मंदिर जाबेल अली एरिया में है। इस इलाके को ‘वर्शिप विलेज’ या पूजा गांव भी कहा जाता है। इसकी वजह यह है कि यहां 6 चर्च और सिख श्रद्धालुओं के लिए बेहद खूबसूरत गुरू नानक दरबार गुरुद्वारा भी है। मंदिर में सभी देशों और मजहब के लोग आ सकते हैं। यहां सिखों का पवित्र ग्रंथ गुरू ग्रंथ साहिब भी मौजूद है।
मंदिर में है डिजिटल लाइब्रेरी
मंदिर में डिजिटल लाइब्रेरी भी बनाई गई है। वैदिक भाषा से जुड़ी जानकारी के लिए फिजिकल और ऑनलाइन क्लासेज भी ऑर्गनाइज की जाएंगी। इस हॉल में एक बड़ा सा 3डी प्रिंटेड गुलाबी कमल है जो पूरे गुंबद पर नजर आता है और उसे खूबसूरत बना देता है। जरूरतमंदों की मदद के लिए मेडिकल और एजुकेशनल फेसेलिटीज भी होंगी। यहां हिंदी और अरबी में निर्देश लिखे गए हैं। किचन में एक बार में एक हजार लोगों के भोजन तैयार होगा। मंदिर के निर्माण पर अनुमानित तौर पर 550 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
मंदिर में क्यूआर कोड से मिलेगा प्रवेश
हिंदू मंदिर प्रबंधकों ने श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए अपनी वेबसाइट के माध्यम से क्यूआर कोड अपॉइंटमेंट बुकिंग प्रणाली को भी सक्रिय किया है। क्यूआर कोड के जरिये भक्तों को भीड़ और अन्य परेशानियों से नहीं गुजरना पड़ेगा। इससे मंदिर में व्यवस्था और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने में भी मदद मिलेगी।
मंदिर के खुलने और बंद होने का समय
मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, यहां सुबह 6:30 बजे से रात 8 बजे तक प्रवेश खुला रहेगा। प्रवेश सिर्फ उन श्रद्धालुओं को मिलेगा, जिन्होंने 5 अक्तूबर के लिए मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट से बुकिंग कराई होगी। हिंदू मंदिर में रोजाना लगभग 1000 से 1200 श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं।
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