दुनिया में ऐसी कई जगहें है जो अपनी खूबसूरती, ऐतिहासिक महत्व, प्रसिद्धि या कोई विशेष खूबी के लिए जानी जाती हैं। जिसके कारण हम और आप जैसे कई लोग उन खूबसूरत जगहों को घूमने की इच्छा भी रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में बैन होने के बावजूद भी कई ऐसी बदनाम जगहें हैं, जहाँ आप अपनी बीवी या गर्लफ्रेंड, या अपने किसी दोस्त के साथ भी कतई जाना नही पसंद करेंगे। आम लोगों का तो उन बदनाम गलियों में आना-जाना भी मुश्किल रहता हैं। जहाँ आज भी सिर्फ पैसों के बदले जिस्म का व्यापार खूब चलता है। आपको बता दूं देश में ऐसी कई जगह आज भी मौजूद हैं, जहाँ देहव्यापार का धंधा आम बात है। तो आइए जानते है भारत के उन जगहों के बारे में जहाँ खुलकर देह व्यापार होता है। जहाँ किसी भी महिला के साथ जाना आपके लिए खतरनाक भी साबित हो सकता हैं।
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इलाहाबाद का मीरगंज
इलाहाबाद अपने कई खूबसूरत जगहों के लिए पर्यटकों की पहली पसंद माना जाता हैं। लेकिन इलाहाबाद में कुछ ऐसी भी बदनाम जगहें हैं जो सालों पहले से मौजूद हैं। इलाहाबाद का मीरगंज इलाका गैर-कानूनी सेक्स वर्किंग के लिए जाना जाता है। यहाँ किसी भी महिला के साथ जाना खतरे से खाली नहीं है। मीरगंज रेडलाइट ऐरिया तकरीबन डेढ़ सौ साल पुराना है। हर घर के बाहर सज-धज कर तैयार महिलाएं हर आने-जाने वाले को अपने पास बुलाती नजर आ जाएंगी। जानकारी के मुताबिक, यहाँ पर पहले कोठे चलते थे और यहाँ पुराने जमीदार मुजरा देखने आते थे। इसलिए आप जब भी इलाहाबाद घूमने जाए तो इन बदनाम जगहों पर भूल कर भी न जाएं।
ग्वालियर का रेशमपुरा
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रेशमपुरा एक बड़ा रेडलाइट इलाका है। यहाँ देह व्यापार के लिए विदेशी लड़कियों के साथ मॉडल्स, कॉलेज गर्ल्स भी हैं। यहाँ एक तरह से कॉलेज गर्ल्स के लिए बाकायादा ऑफिस खोले जाने लगे हैं। इंटरनेट और मोबाइल पर आने वाली सूचनाओं के आधार पर कॉलगर्ल्स की बुकिंग होती है। जानकारी के मुताबिक, यहाँ कॉलगर्ल्स को ठेके पर या फिर वेतन पर रखा जाता है। तो जब भी मध्य प्रदेश के ग्वालियर की यात्रा करें इस बदनाम जगह भूल कर भी न जाएं। ये जगहें आपके और आपके साथी के लिए मुसीबत का कारण बन सकती हैं।
वाराणसी का शिवदासपुर
वाराणसी के इस इलाके में जिस्माफरोशी का धंधा प्राचीनकाल से चल रहा है। घाटों के शहर, वाराणसी के एक अलग कोने में ये इलाका है जहाँ ये धंधा चलता है।शिवदासपुर, रेलवे स्टेशन से करीब 3 किलोमीटर दूर रेडलाइट एरिया के रूप में फेमस है। ये एक तरह से यूपी का सबसे बड़ा रेडलाइट इलाका है। यहाँ की तंग गलियों में घर के बाहर खड़ी लड़कियां ग्राहकों को उसी पारंपरिक तरीके से रिझाती नजर आती हैं, जैसे एक समय यहाँ चलने वाले कोठे में पारंपरिक रूप से चलन में था। तो जब भी वाराणसी जाए इन बदनाम जगहों पर भूल कर भी न जाए।
दिल्ली का जीबी रोड
दिल्ली की जीबी रोड का पूरा नाम गारस्टिन बास्टिन रोड है। ये दिल्ली का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है। हालांकि इसका नाम 1965 में बदल कर स्वामी श्रद्धानंद मार्ग कर दिया गया था। इस इलाके का भी अपना इतिहास है। बताया जाता है कि यहाँ मुगलकाल में कुल पांच रेडलाइट एरिया यानी कोठे हुआ करते थे। अंग्रेजों के समय इन पांचों क्षेत्रों को एक साथ कर दिया गया और उसी समय इसका नाम जीबी रोड पड़ा। यहाँ आज भी दुकानों के ऊपर बने कमरों की बालकनी से झांकती और इशारे करती लड़कियां दिख जाएंगी। जानकारों के मुताबिक, देहव्यापार का यहाँ सबसे बड़ा कारोबार होता है। नेपाल और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लड़कियों की तस्करी करके यहाँ के कोठों पर लाया जाता है। वर्तमान में एक ही कमरे में कई केबिन बनें हैं, जहाँ एक साथ कई कस्टमर्स को सेवा दी जाती है। तो जब भी आप दिल्ली जाए इन बदनाम जगहों पर भूल कर भी न जाए। खास कर किसी महिला के साथ तो बिल्कुल भी नहीं।
कोलकाता का सोनागाछी
देश के पूर्वी भाग के सबसे बड़े महानगर सोनागाछी को एशिया का सबसे बड़ा रेडलाइट एरिया माना जाता है। अनुमान के मुताबिक, यहाँ कई बहुमंजिला इमारते हैं, जहाँ करीब 12 हजार लड़कियां देह व्यापार में लिप्त हैं। उत्तरी कोलकाता के शोभा बाजार के पास स्थित चित्तरंजन एवेन्यू इलाके में वेश्यावृत्ति से जुड़ी महिलाओं को बाकायदा लाइसेंस दिया गया है। यहाँ इस व्यापार को कई तरह के ग्रुप चलाते हैं, इन्हें एक तरह से गैंग कहा जाता है। एक अनुमान के मुताबिक, इसमें 18 साल से कम उम्र की करीब 12 हजार लड़कियां इस व्यापार में शामिल हैं। तो जब भी आप कोलकाता जाए इन बदनाम जगहों पर भूल कर भी न जाए। खास कर किसी महिला के साथ तो बिल्कुल भी नहीं। क्योंकि यहां से गुजरना भी खतरनाक साबित हो सकता हैं।
मुंबई का कमाठीपुरा
ये भारत का दूसरा सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है। यहाँ कई यौनकर्मी रहते हैं, जिनकी हालत बद से बदतर है। यहाँ छोटी सी बीड़ी बनाने की इंडस्ट्री भी है, जिन्हें महिलाएं चलाती हैं। 80 के दशक में हाजी मस्तान और दाऊद इब्राहिम जैसे गैंगस्टर यहाँ आया करते थे। 1880 में यह क्षेत्र अंग्रेजों के लिए ऐशगाह बन गया था। यहाँ आज भी वैसा ही माहौल है, जो पहले हुआ करता था। तो जब भी आप मुंबई जाए इन बदनाम जगहों पर भूल कर भी न जाए। खास कर किसी महिला के साथ तो बिल्कुल भी नहीं। क्योंकि यहाँ से गुजरना भी आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता हैं।
पुणे का बुधवारपेठ
पुणे के बुधवारपेठ को भारत का तीसरा सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया माना जाता है। यहाँ जानकारी के मुताबिक करीब 5000 यौनकर्मी काम करते हैं। इस इलाके में किताबों और इलेक्ट्रॉनिक सामान का भी कारोबार भी होता है। तो जब भी आप पुणे जाए इन बदनाम गलियों की ओर भूलकर भी रुख ना करें।
नागपुर का गंगा-जमुना
महाराष्ट्र के नागपुर में इतवारी इलाके में गंगा-जमुना इलाका है, जहाँ देह व्यापार आम बात है। ये इलाका देह व्यापार के लिए पूरे नागपुर में फेमस है। यहाँ की खास बात ये है कि ये कई तरह के अपराधों का भी अड्डा है। तो जब कभी भी आप नागपुर जाए तो इस इलाके भूल कर भी न जाएं।
मुजफ्फरपुर का चतुरभुज स्थान
यहाँ कई सालों से मंदिर और कोठे आस-पास हैं। इस इलाके के बारे में जान कर लगता है कि हमारे पूर्वजों के समय कुछ तो अलग सामाजिक मान्यताएं रही होंगी। बताया जाता है कि उत्तरी बिहार का ये सबसे बड़ा रेडलाइट इलाका है। तो आप जब कभी बिहार के मुजफ्फरपुर जाए इन बदनाम इलाकों से कभी न गुजरें।
मेरठ का कबाड़ी बाजार
पश्चिमी यूपी के बड़े शहर मेरठ में स्थित कबाड़ी बाजार बहुत ही पुराना रेड लाइट एरिया है। यहाँ अंग्रेजों के जमाने से देहव्यापार किया जाता है। यहाँ देह व्यापार के धंधे मे अधिकांश नेपाली लड़कियां ही हैं। तो जब कभी भी मेरठ शहर की यात्रा करें इन बदनाम इलाकों से कभी न गुजरें।
नोट- ये सभी फोटो प्रतीकात्मक हैं और स्टोरी प्रजेंटेशन के लिए इस्तेमाल की गई हैं। इस आर्टिकल को लिखने का उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचाना नहीं हैं।
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