अगर आप शहरी भीड़ , शोर-शराबे और प्रदूषण से दूर किसी शांत और खूबसूरत जगह की तलाश में हैं तो आज का यह आर्टिकल आपके काम जरूर आएगा। उत्तराखंड के नैनीताल के सात प्रसिद्द ताल हैं उनमें से एक हैं -भीमताल। ताल का मतलब यहाँ तालाब या झील से हैं। आप अगर दिल्ली से अल्मोड़ा या नीम करोली बाबा की तरफ जा रहे हैं तो यह शानदार स्टेशन मुख्य मार्ग में ही पड़ता हैं। भीमताल से केवल 4 किमी की दूरी पर ही उन सात ताल में से एक और ताल 'नौकुचियाताल' मौजूद हैं।
दिल्ली से जुड़े इतने बड़े सड़क मार्ग से केवल चार किलोमीटर ही अलग होने के बावजूद भी यह जगह कई टूरिस्ट से आज भी अनजान हैं।2018 में कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान हमें एक रात भीमताल में रोका गया था ,तब हम 'नौकुचियाताल' नहीं जा पाए तो 2019 में उसी कैलाश यात्रा के कुछ साथियों के साथ फिर इस तरफ आये और एक रात स्पेशली 'नौकुचियाताल' में ठहरे थे और यकीन मानिये भीड़ से हटकर बसी इस जगह परिवार या मित्रजनों के साथ ठहरने का मजा ही कुछ अलग हैं।
यह जगह एक झील के किनारे बसी हैं जिसके नौ किनारे हैं।यहाँ के अधिकतर गेस्ट हाउस से यह झील साफ़ नजर आती हैं। नौकुचियाताल में आप केवल नेचर के साथ कुछ शान्ति के पल बिता सकते हैं इसके अलावा यहाँ करने को केवल कुछ साहसिक गतिविधिया हैं। जैसे आप शाम को झील में बोटिंग करे और झील के सभी किनारे घूम आये। उसके बाद आप कयाकिंग जरूर ट्राई करे।बच्चो के लिए यहाँ वाटर जॉर्बिंग एक्टिविटी हैं ,जिसमें बच्चो को एक प्लास्टिक के बेलनाकार ट्यूब में बंद करके उस ट्यूब को पानी पर घुमाया जाता हैं।इसके अलावा फिशिंग ,बर्ड वाचिंग का भी आनंद यहाँ झील के किनारे लिया जा सकता हैं।सुबह -सुबह मॉर्निंग वॉक पर आप भीमताल तक जा सकते हैं और वहां किनारे पर बैठी बतखों को दाने या ब्रेड्स खिला सकते हैं। सुबह -सुबह का यह वॉक और फिर बतखों के साथ का समय आपका दिन बना देगा।
भीमताल से नौकुचियाताल आते समय एक 52 फ़ीट की हनुमान मूर्ति के भी दर्शन होते हैं। नौकुचियाताल झील के किनारे ही काफी रेस्टोरेंट्स और कैफे बने हुए हैं। जहाँ से झील को निहारते हुए आप काफी वेरायटी की चीजें खा पी सकते हैं।नौकुचियाताल के कुछ ही किलोमीटर दूर पैराग्लिडिंग भी होती हैं। असल में लोग यहाँ अपना समय शान्ति से व्यतीत करने ही आते हैं। अगर आप भी ऐसा ही कुछ छह रहे हैं तो यह एक शानदार प्राकर्तिक सौंदर्य युक्त स्थल आपको जरूर पसंद आएगा। नीम करोली बाबा के दर्शन करने जाते समय आप अपना एक स्टॉप यहाँ बना सकते हैं।
कैसे पहुंचे : यह जगह नैनीताल से 26 किमी और दिल्ली से 310 किमी दूर स्थित हैं। आप सड़क मार्ग से सीधे यहाँ पहुंच सकते हैं। यहाँ का नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम स्टेशन हैं।
अन्य नजदीकी स्थल : अल्मोड़ा ,गोलू देवता मंदिर ,नीम करोली मंदिर ,नैनीताल
धन्यवाद
-ऋषभ भरावा