ये है waste to wonder दिल्ली के सराय काले खान में, इसके नजदीकी मेट्रो स्टेशन है निज़ामुद्दीन मेट्रो स्टेशन. इस जगह की खास बात ये है कि यहां दुनिया के सात अजूबे हैं जो बने हैं waste जैसे स्क्रैप, धातु, पाइप, ऑटोमोबाइल पार्टस और भी बहुत कुछ.
यहां एक वयस्क का टिकट है 50 रुपये. वही आप रविवार को आते हैं तो टिकट आपको पड़ेगी 100 रुपये की, 3-12 साल की उम्र के बच्चों का टिकट है 25 रुपये रविवार ये हो जाएगा 50 रुपए. वरिष्ठ नागरिकों और 3 साल से कम उम्र के बच्चों और एमसीडी स्कूलों के छात्रों के लिए मुफ्त है ये जगह.
सबसे पहला अजूबा है यहां पिरामिड ऑफ गीज़ा. महान गीज़ा पिरामिड वर्ष लगभग 4 सालो का इंसानों द्वारा बनाई गई सबसे ऊंची चीज थी. सोचिए बिना किसी बड़ी टेक्नोलॉजी के यह ऊंची बिल्डिंग कैसे बनाई गई होगी. एक वो अजूबा है असली पिरामिड ऑफ गिजा और एक है यहां waste to wonder में waste से बना पिरामिड ऑफ गीज़ा
दूसरा वेस्ट से बना अजूबा है यहां पीसा की झुकी हुई मीनार जो कि इटली में है. इस अजूबे की खसियत है कि यह सालों से झुकी हुई है लेकिन बिल्कुल सही सलामत खड़ा है.
पीसा के बाद तीसरा अजूबा है यहां Eifle Tower जो कि फ्रांस की राजधानी पेरिस में है. हाँ मानव निर्मित ख़ूबसूरत ऊँची इमारतों में से एक है. रात को लाइटिंग के बाद जितना खूबसूरत ये पेरिस में लगता है, उतना ही खूबसूरत रात के वक्त waste to wonder में भी लगता है.
चौथा अजूबा है कोलोसियम जो इटली में है. यहां होती है गुलामों के बीच लड़ाई. मनोरंजन के लिए कभी उन्हें आपस में तो कभी जानवरों के साथ लड़ाया जाता था. इस जगह को लेकर अनुमान है कि यहां करीब 10 लाख से ज्यादा इंसान और 5 लाख जानवर मारे गए थे.
पांचवा अजूबा है मुहब्बत की निशानी ताजमहल.
क्राइस्ट रिडीमर
क्राइस्ट रिडीमर अजूबा ब्राजील देश के रियो डी जेनेरो में ईसा मसीह की एक प्रतिमा है. यह दुनिया की सबसे आकर्षक कारीगरी में से एक है.
आखिरी अजूबा है यहां स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी जो कि अमेरिका में है.
वीडियों देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें