Dakshin Bharat Yatra : ooty day 2
दक्षिण भारत का सुहाना और धार्मिक सफर
[ 04-04-2016 Day 2 ]
भारत के खूबसूरत पर्यटक स्थलों में एक है ऊटी
आज हमे ऊटी के आसपास कि जगह जाना था हमने कल शाम को ही होटल वाले से पुछ लिया उसने बताया उटी से लगभग 70km दूर मुदुमलाई अभयारण्य है वहां जाना के लिए उसने प्रति व्यक्ति के हिसाब से एक लोकल टूर आपरेटर से बस बुक कर दी जो हमे रास्ते मे चार पांच जगह ओर घुमाने वाला था.इसलिए सुबह जल्दी उठकर फटाफट तैयार होकर उस जगह पहुंच गए जहां बस आनी थी सुबह के 9:20 बजे बस आ गई हम अपनी सीटो पर बैठ गए.बस होटल से तुरंत ही चल पडी.
गोल्फकोर्स
बस सबसे पहले एक जगह रूकी वो थी गोल्फ कोर्स.यह एक सुन्दर सा मैदान था ओर यहा पर ज्यादातर फिल्मो की सुटिंग होती है हमारे गाईड ने बताया की साजन फिल्म का सैट भी यही लगाया गया था.थोडे समय बाद हम वहा से आगे चल पडे.
अब हमारी बस रूकी एक बांध पर जो एक झील पर बना है यह एक सुन्दर और शांत जगह थी गाईड ने बताया की यहा पर भी काफी सारी फिल्मो की सुटींग होती रहती है एक फिल्म रोजा मे तो यह बाँध भारत पाकिस्तान की सीमा पर दिखाया गया है मतलब इस पार भारत ओर उस पार पाकिस्तान
यहा से चलने के बाद एक बडे से मैदान व ढालनुमा जगह पर रूके, यहा पर हवा बहुत तेज चल रही थी.हर जगह हरी हरी घास थी चारो ओर यहा पर खुबसूरती फैली हुई थी, पर्यटक और हम उस खुबसूरती को अपने कैमरे मे कैद भी कर रहे थे यहां पर राजा हिंदुस्तानी फिल्म के कुछ हिस्सा कि शुटिंग हुई थी
यहा से चलने के बाद ही बस पाईन फोरेस्ट नाम कि जगह रूकी, यह जगह पाईन के लम्बे लम्बे पेडो से भरा पडी थी.पाईन शायद चीड भी कहते हैं ,राज फिल्म मैं विपाशा बसु कि प्रेत आत्मा से लडाई जिस जंगल होती है वो जंगल यही है पाईन फोरेस्ट यहीं उस सीन कि शुटिंग हुई थीं
पायक्रा बांध
बस अपने अगले पड़ाव पर पहुंची पायक्रा बांध पर जो काफी मनमोहक थी पहाड़ो से बहता पानी सबका मन मोह रहा था सब खो गये उसकी सुंदरता मैं समय कब बीता पता ही नही चला
मुधुमलाई वन्य अभयारण्य
यहा से हम सीधा रूके मुधुमलाई वन्य अभयारण्य मे.यह ऊटी से मैसूर वाले रास्ते पर स्थित है यहा पर बाध, तेन्दुआ व जंगली बिल्ली ओर हाथी पाए जाते है.हम एक आफिस मे बैठ गए आते आते शाम के 6.00 चुके थे अभयारण्य वाले बोल रहे थे अब अभ्यारण्य बंद होने वाला है काफी जद्दोजहद के बाद टिकट मिल गई जल्दी ही वन विभाग कि बस आ गई
हम सब उसमे बैठ गए ओर चल पडे जंगल की तरफ. हम आगे बढे.आगे चलकर हमे हाथी दिखाई दिया.यहा पर हिरणो की भरमार थी.मोर पक्षी जो हमारे देश का राष्टीय पक्षी मुधुमलाई भी है यहा बहुत है.कुछ देर बस रोक दि ओर बस मे बैठे बैठे हिरनो व हाथियो के फोटो खिचते रहै हम सभी की नजर बाघ व तेन्दुए को ढुंढ रही थी पर वो कहा छुपे थे हमे मालुम नही था.आखिरकार बाघ को बिना देखे हम जंगल से बाहर आ गए ओर ऊटी की तरफ चल पडे,शाम को 7 या 8 बजे हम वापिस ऊटी पहुंच गए.