एक जमाना था जब हम प्रेमिका की गली से गुजरते थे, ताकि उसकी एक झलक दिख जाए। क्योंकि, उस वक्त मिलना-जुलना संभव नहीं था। उस वक्त स्मार्ट फोन भी तो नहीं थे, एक चिट्ठी का ही सहारा था, जिससे प्रेम का इजहार होता था। पर, ख्वाहिश में लिपटी जरूरत की दुनिया का तो शुरू से यही दस्तूर रहा है कि प्रेम पर हजार पहरे लगा दो। इतनी बंदिशें लगा दो कि प्रेमी–प्रेमिका प्यार के इजहार करने की हिम्मत न कर सके। लेकिन, वक्त के साथ समाज बदला और बदलने लगी है सोच। शायद यही वजह है कि आज प्रेम खुलेआम होने लगा और उसे दिखाना ट्रेंड बन गया है।
आज कोई भी कपल अपने रिलेशनशिप स्टेट्स को छुपाना नहीं चाहता। उसे सार्वजनिक स्थलों पर भी जाहिर करने से पीछे नहीं हटता। इसका जीता-जागता उदहारण है, पटना के कई खूबसूरत पार्क। जहांँ पहले लोग पार्कों मे पिकनिक मनाने और सैर-सपाटे के लिए जाया करते थे। वही अब ये पार्क लवर प्वांइट्स में तबदील हो गए हैं, जहांँ लव बर्ड्स को कोई रोकने-टोकने वाला नहीं होता है। अगर आप भी ऐसे ही किसी पार्क की तलाश में हैं, जहांँ आप अपने पार्टनर के साथ कुछ सुकून के पल बिता सकें, तो आज हम आपको उन पार्कों का पता बताएंगे, जहांँ आप अपने पार्टनर के साथ बिना रोक-टोक प्यार भरी मीठी बातें कर सकते हैं। जी हां आपने सही सुना वो खूबसूरत जगहें बिहार में ही स्थित है। जो आपको अपने लाइफ पार्टनर के ओर क़रीब ले आएँगी।
इको पार्क भी है लवर्स पॉइंट
अत्यधिक प्रदूषण, तनाव, काम के दबाव और जिंदगी के भागमभाग से परेशान इंसान को यदि कोई चीज अच्छा महसूस करवा सकती है तो वो है प्रकृति। शहरों में यदि प्रकृति को महसूस करना है तो पार्क से बेहतर विकल्प और भला क्या हो सकता है ? नए जोड़ों के लिए इको पार्क एक खूबसूरत विकल्प है। हों भी क्यूँ ना, इको पार्क है ही खूबसूरत जगह, जहांँ आपको कई couples घूमते हुए और रोमांस करते नजर आ जाएंगे।
संजय गाँधी जैविक उद्यान
संजय गाँधी जैविक उद्यान (जिसे संजय गाँधी वनस्पति और प्राणि उद्यान या पटना चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है) पटना, बिहार, भारत में बेली रोड पर स्थित है। इस पार्क को 1973 में एक चिड़ियाघर के रूप में जनता के लिए खोला गया था। यह पार्क पटना का सबसे अधिक पिकनिक स्थल है, जहांँ 2011 में अकेले नए साल के दिन 36,000 से अधिक आगंतुक आते हैं और यहाँ की मीठी यादें ले कर जाते हैं।
बुद्ध स्मृति पार्क
बुद्ध स्मृति पार्क जिसे बुद्ध मेमोरियल पार्क के रूप में भी जाना जाता है, एक शहरी पार्क है जो भारत के पटना में पटना जंक्शन के पास फ्रेज़र रोड पर स्थित है। यह पार्क विक्रम लाल द्वारा डिजाइन किया गया है और बिहार सरकार द्वारा बुद्ध की 2554 वीं जयंती मनाने के लिए विकसित किया गया है। आध्यात्मिक और घूमने के साथ साथ डेटिंग के लिए यह जगह बहुत सही चयन रहेगा।
गोलघर, बिहार
गोलघर, बिहार प्रांत की राजधानी पटना में गाँधी मैदान के पश्चिम में स्थित है। 1770 में आई भयंकर सूखे के दौरान लगभग एक करोड़ लोग भुखमरी के शिकार हुए थे। तब के गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग ने गोलघर के निर्माण की योजना बनाई थी, ब्रिटिश इंजिनियर कप्तान जॉन गार्स्टिन ने अनाज़ के (ब्रिटिश फौज के लिए) भंडारण के लिए इस गोल ढाँचे का निर्माण 20 जनवरी 1784 को शुरु करवाया था। इसका निर्माण कार्य ब्रिटिश राज में 20 जुलाई 1786 को संपन्न हुआ था। इसमें एक साथ 140000 टन अनाज़ रखा जा सकता है। गोलघर जगह देखने लायक बनती है और यहाँ आसपास की जगह पर बहुत ही आकर्षक हरियाली और झरने मन को मोह लेतें है।
राजगीर
पटना से 100 किमी दक्षिण-पूर्व में पहाड़ियों और घने जंगलों के बीच बसा राजगीर न केवल एक प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थस्थल है बल्कि एक सुन्दर हेल्थ रेसॉर्ट के रूप में भी लोकप्रिय है। यहांँ हिन्दु, जैन और बौद्ध तीनों धर्मों के धार्मिक स्थल हैं। बुद्ध के उपदेशों को यहीं लिपिबद्ध किया गया था और पहली बौद्ध संगीति भी यहीं हुई थी। यहांँ बहुत से नव विवाहित जोड़े आपको मौज मस्ती करते मिल जाएंगे। हों भी क्यूँ नहीं, यह जगहें बिहार के उत्तम जगहों में से एक है।
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जय भारत
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