भारत में एक से बढ़कर एक खूबसूरत स्थान है जो अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए दुनिया भर में लोकप्रिय है।भारत में स्थित कश्मीर को तो धरती का स्वर्ग कहा जाता हैं और हो भी क्यों न प्रकृति का जो अनुपम सौंदर्य यहां पर देखने को मिलता है वो धरती पर और कहीं भी नहीं देखने को मिलता है।यहां के पहाड़, नदी ,पेड़ पौधे ,झरने ,झील, और खूबसूरत वादियां किसी सपने जैसा प्रतीत होती है।आज हम आपको कश्मीर के एक झील से मिलता जुलता ही एक और झील के बारे में बताएंगे जिसका नाम यहां के सबसे लोकप्रिय झील डल झील पर ही रखा गया है,लेकिन यह झील कश्मीर नही बल्कि हिमाचल प्रदेश है।जी हां अपने बिल्कुल सही सुना हम कश्मीर नही बल्कि हिमाचल के डल झील की बात कर रहे है।क्या आप इसके बारे में जानते है अगर नही आज हम आपको इसके विषय में बताएंगे।
डल झील
हिमाचल प्रदेश मे स्थित डल झील धर्मशाला से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी और मैक्लोडगंज से करीब 2 किमी. की दूरी पर स्थित है।समुंद्र तल से लगभग 1,775 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हिमाचल का यह डल लेक हरे भरे खूबसूरत लंबे लंबे देवदार के पेड़ो के बीच एक बहुत ही सुन्दर और आकर्षक स्थान पर स्थित है।प्रकृति के बीच स्थित यह एक शांत और बहुत ही खूबसूरत स्थान है।जहां आप घंटो अपने पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकते है।यह झील करीब एक हेक्टेयर में फैली हुई है।इस डल झील के तट पर एक प्रसिद्ध शिव मंदिर भी स्थित है।कहा जाता है कि यह मंदिर करीब 200 साल पुराना है।पौराणिक मान्यता है कि दुर्वासा ऋषि ने यहां भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रार्थना की थी।
डल झील का धार्मिक महत्व
यह झील केवल एक पिकनिक स्पॉट ही नहीं बल्कि इसके पीछे कई लोगो की धार्मिक भावनाएं भी जुड़ी हुई है।वहां के स्थानीय लोग इस झील को भगवान शिव का आशीर्वाद मानते हैं।उनका मानना है कि यह भगवान शिव द्वारा बनाया गया सरोवर है जिसमे डुबकी लगाने मात्र से सभी पापो से मुक्ति मिल जाती है।इसलिए बहुत से लोग यहां पवित्र स्नान और प्रार्थना के लिए भी आते है।
डल झील पर क्या करे
वैसे तो ऐसे स्थानों पर लोग घंटो शांति के पल बिताने आते है क्योंकि प्रकृति के बीच ऐसे शांत माहौल में एक सुकून मिलता है।इसके अलावा यह एक पिकनिक स्पॉट है तो आप यहां बोटिंग और कयाकिंग जैसी गतिविधियां भी आप कर सकते है।यहां के अथॉरिटी से परमिशन लेकर आप चाहे तो यहां मछलियां भी पकड़ सकते है।साथ ही यहां स्थित शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर सकते सितंबर माह में यहां मेला का आयोजन किया जाता है जिसमे बड़ी संख्या में गद्दी जनजाति के लोग शामिल होते है।तो आप उसमे शामिल हो सकते है।झील के किनारों पर कई सारे रेस्टुरेंट और कैफे है जहां आप अपने पसंद के व्यंजन खा सकते है।यहां का माहौल इतना शांतिप्रिय है आप झील के किनारों पर टहल सकते है।
डल झील घूमने जाने का सबसे अच्छा समय
हिमाचल के डल लेक घूमने का सबसे अच्छा समय मई से अक्टूबर के बीच का माना जाता है।सर्दियों में यहां चारो तरफ बर्फ जमी होती है और झील भी काफी हद तक जमी रहती है ऐसे में आप यहां कोई भी गतिविधि नही कर पाएंगे।सितंबर में यहां का माहौल काफी अच्छा होता है क्योंकि इस दौरान यहां मेले का आयोजन किया जाता है।
कैसे पहुंचें
हवाई मार्ग द्वारा
अगर आप हवाई मार्ग से यहां जाना चाहते है तो आपको बता दें की गगल हवाई अड्डा डल झील का सबसे निकटतम हवाई अड्डा है, जो धर्मशाला से केवल 10 कि.मी. दूर स्थित है। यह हवाई अड्डा अक्सर उड़ानों के जरिए दिल्ली से जुड़ा हुआ है।
ट्रेन द्वारा
अगर आप ट्रेन से यहां आना चाहते है तो आपको बता दें कि यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन पठानकोट कैंट है जो कि धर्मशाला से 88 किमी की दूरी पर और नजदीकी नैरो गेज रेलवे स्टेशन कांगड़ा मंदिर रेलवे स्टेशन है। इसके अलावा आप एक टैक्सी किराये पर ले सकते हैं, या सीधे बसों की सुविधा धर्मशाला के लिये उपलब्ध है|
सड़क मार्ग द्वारा
डल झील धर्मशाला से 8 कि.मी. की दूरी पर है और नई दिल्ली से लगभग 500 किलोमीटर दूर है। आप आईएसबीटी नई दिल्ली से वोल्वो बसों ले सकते हैं या टैक्सी भी किराए पर ले सकते हैं। धर्मशाला से डल झील कि लिये आप स्थानीय बसें ले सकते हैं या टैक्सी भी किराये पर ले जा सकते हैं।
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