उड़ीसा भारत का वो राज्य है जो अपनी खूबसूरत समुंद्र तट और अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। ओडिशा का जगन्नाथ पूरी मंदिर और कोणार्क का सूर्य मंदिर को विश्व विरासत का दर्जा प्राप्त है।यह राज्य भारत की संस्कृति को आज भी अपने अंदर सहेजे हुए है।वैसे ओडिशा में देखने और घूमने लायक बहुत से स्थान है पर आज हम आपको ओडिशा के वाणिज्य शहर के बारे में बताएंगे जो कभी ओडिशा की राजधानी हुआ करती थी।तो आइए जानते इस खूबसूरत शहर में एक ट्रेवलर के लिए क्या क्या है।
कटक
कटक को ओडिशा के वाणिज्य शहर के रूप में जाना जाता है। क्योंकि ओडिशा के अधिकांश और बड़े व्यापारिक घरानों का संबंध कटक से ही है।कटक ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 28 किमी की दूरी पर स्थित है।प्राकृतिक और ऐतिहासिक रूप से संपन्न यह शहर महानदी और कठजोरी नदियों के मिलने से बने एक उपजाऊ डेल्टा पर स्थित है।अगर आप कटक घूमने का प्लान बना रहे है तो आपको बता दें कि इस शहर में आपके देखने के लिए बहुत कुछ है।साथ ही आप यहां खरीदारी भी कर सकते हैं।यहां के चांदी के आभूषण काफी लोकप्रिय है।इस शहर को भारत के सहस्राब्दी और स्लिवर शहर के रूप में भी जाना जाता है। यहां के विश्व प्रसिद्ध चांदी के आभूषणों और गहनों पर फिलीग्री का काम किया जाता है।इसके अलावा यह शहर कपड़ा उद्योग के साथ-साथ हाथीदांत और पीतल के काम के लिए भी जाना जाता है।
कटक में पर्यटकों के मुख्य आकर्षण
1. कटक चंडी मंदिर
महानदी के तट पर स्थित चंडी मंदिर कटक के मुख्य आकर्षण में से एक है।यह मंदिर स्थानीय लोगों की आस्था का केंद्र है।लगभग तीन हजार साल पुराने इस मंदिर में स्थित माता चंडी को यहां के लोग जीवित मानते हैं और उनकी मान्यता है की माता से मांगी हुई मुराद अवश्य पूरी होती है।नवरात्रि पर यहां खास पूजा अर्चना की जाती है और भव्य मेले का आयोजन भी किया जाता है।
2.बाराबती किला
बाराबती किला कटक शहर में स्थित ओडिशा का एक ऐतिहासिक स्मारक है।इसका निर्माण 14 वीं शताब्दी में गंगा राजवंश द्वारा किया गया था।इस किले के मुख्य आकर्षणों में इसके अलंकृत नक्काशीदार प्रवेश द्वार और 20 गज चौड़ी खाई शामिल है, जो संभवतः किले को आक्रमणकारियों से बचाने के लिए खोदी गई थी। इस जगह को घूमने में 2 घंटे से ज्यादा का समय नहीं लगेगा और इस किले के पास बाराबती स्टेडियम जहां आप घूम सकते है।यह किला महानदी के तट पर स्थित है।
3.धबलेश्वर
धबलेश्वर एक द्वीप है जहां भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है।आस पास के सुंदर प्राकृतिक नजरों को देखने के लिए यहां बहुत से श्रद्धालु आते है।महानदी के तट पर स्थित इस मंदिर पर जाने के लिए आप नाव या boat का भी सहारा ले सकते है।आप चाहे तो यहां स्थित फुटओवर ब्रिज से भी जा सकते है उसके लिए आपको एक मामूली शुल्क का भुगतान करना होगा।
4.भितरकनिका वन्यजीव अभयारण्य
अगर आप प्रकृति प्रेमी है तो आपको भितरकनिका वन्यजीव अभयारण्य जरूर देखना चाहिए जोकि एशिया का एक लोकप्रिय वन्यजीव अभयारण्य है, जो वनस्पतियों और जीवों की दुर्लभ प्रजातियों के लिए जाना जाता है।यह वन्यजीव अभयारण्य 650 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।यहां पर आप ओलिव रिडले समुद्री कछुए, एशियन ओपन बिल, ब्लैक आइबिस, एग्रेट्स, डार्टर और मध्य-एशिया और यूरोप की कई अन्य प्रजातियों जैसे जानवरों की एक विशाल विविधता देख सकते है।यह ओडिशा का एक बहुत ही लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट भी है जहां खास कर बच्चे जाना पसंद करते है।
5.स्टोन रिवेटमेंट
कथजुरी नदी के तट पर स्थित स्टोन रिवेटमेंट 11वीं शताब्दी में बनाया गया उस समय के तकनीकी का एक अद्भुत उदाहरण है। पत्थरो से निर्मित इस दीवार का निर्माण उस समय बाढ़ के पानी से शहर को बचाने के लिए किया गया था।इसका निर्माण उस समय किया गया था जब हमारे पास कोई तकनीक उपलब्ध नहीं थी लेकिन फिर भी इसे देख कर आप अचंभित में पड़ जायेंगे की किस प्रकार इसका इतना सटीक निर्माण किया गया है।
6. डियर पार्क
कटक के मधुसूदन नगर में स्थित डियर कटक का एक बहुत प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट है। जहां आप बहुत से हिरण को खेलते देख सकते है।चारो तरफ़ खूबसूरत और आकर्षक वातावरण में पर्यटक फोटोग्राफी कर सकते है। हिरणों के झुंड और खूबसूरत हरियाली भरा माहौल आपको एकदम तरो ताज़ा कर देगा।अगर आप एक प्रकृति प्रेमी है तो आपको यहां जरूर जाना चाहिए।
7.पारादीप समुद्रतट
ओडिशा अपने खूबसूरत समुद्र तट के लिए जाना जाता है। पारादीप बीच महानदी और बंगाल की खाड़ी के संगम पर स्थित एक खूबसूरत समुद्र तट है। यह समुंद्र तट भारत के सबसे बड़े बंदरगाह के लिए भी जाना जाता है।साफ और स्वच्छ पानी ,हरे भरे पेड़ पौधे और खूबसूरत समुंद्री ड्राइव के लिए यह बीच पूरी ओडिशा ही नही बल्कि भारत में लोकप्रिय है।अगर आप कटक जाए तो यहां जाना बिल्कुल भी न भूले।इस समुद्र तट पर जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर और मार्च के बीच है जब मौसम मध्यम और आरामदायक होता है।
कटक घूमने का सबसे अच्छा समय
कटक का मौसम अक्सर बंगाल की खाड़ी से प्रभावित होता है।जिसके कारण गर्मियों में अक्सर गहरे समुद्र में अवसाद बन जाता है जिससे असामयिक बारिश होती है, फिर भी अधिकांश समय मौसम उष्णकटिबंधीय रहता है।इसलिए कटक घूमने का सबसे अच्छा मौसम नवंबर से मार्च तक का माना जाता है जब यहां का मौसम एकदम खुशनूमा होता है।इसके अलावा इस समय शहर में विभिन्न प्रकार के उत्सवों का भी समय होता है जिससे पूरा शहर एक अलग ही उत्साह में नजर आता है।
कैसे पहुंचे
वायु मार्ग
कटक का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा भुवनेश्वर का बीजू पटनायक हवाई अड्डा है जो कटक से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप हवाई अड्डे से कटक तक बस या कैब के जरिये कटक पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग
कटक का अपना रेलवे स्टेशन है, जो देश के अन्य भागों जैसे दिल्ली, कोलकता, मुंबई समेत सभी प्रमुख शहर से जुड़ा है।
सड़क मार्ग
कटक आस पास के शहरो भुवनेश्वर, कोणार्क, पुरी, कोलकता और देश के बाकी हिस्सों से सड़कों के जरिए जुड़ा है।आप कहीं से भी बस या निजी साधनों के द्वारा कटक पहुंच सकते थे।
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