सुनने और समझने दोनों में बड़ा अटपटा लगता है, कि दुनिया के वो सारे 5 देश जहाँ एयरपोर्ट नहीं है, यूरोप में हैं ! बिल्कुल सही पढा आपने, इसकी वज़ह है इन छोटे देशों में जगह की कमी या फिर पूरी तरह से पर्वतीय क्षेत्र मे स्थित होना। तो आइये जानते हैं इन देशों के बारे में और साथ ही पता लगाते हैं कि क्या कुछ है घुमक्कड़ों के लिए यहाँ पर...🛺
1. एंडोरा
UN का मेंबर और यूरोप का छठा सबसे छोटा देश है जो पाइरेनीस पर्वत पर स्थित है। फ्रांस और स्पेन इसके पड़ोसी देश हैं। इसकी राजधानी अण्डोरा ला वेला यूरोप की सबसे ऊँची (1,023 मीटर) राजधानी है। ये दुनिया का 16 वाँ सबसे छोटा देश है, जो आकार में इतना छोटा है कि इसके जैसे 6500 देश मिलाकर एक भारत बनेगा। अधिकारिक भाषा कैटलान है पर यहाँ स्पेनिश, पुर्तगाली और फ्रेंच भाषायें भी बोली जाती है। इसकी मुद्रा युरो है। युरोपियन यूनियन का सदस्य न होने पर भी इसे उनसे विशेष दर्जा प्राप्त है।
ये एक टैक्स हेवन देश है। हर साल यहां तकरीबन 1 करोड़ से ज्यादा टूरिस्ट छुट्टियां मनाने आते हैं। और यहां की अर्थव्यवस्था का 80% GDP अकेले टूरिज्म से आता है I ये मुख्यत: अपने 175 किमी लंबे स्कीइंग ग्राउंड और विश्व के बेहतरीन स्की रिसार्ट्स के जाना ऑर ट्रैवल किया जाता है। यहां का निकटतम एयरपोर्ट 12 किमी दूर है जहां से टूरिस्ट इसे एक्सेस कर सकते हैं। रोड और रेल्वे से अच्छी तरह कनेक्टेड हैं।
2. लिकटेंस्टाइन
पश्चिम यूरोप का सब तरफ़ से जमीन से घिरा हुआ, स्विटजरलैंड और ऑस्ट्रिया का पड़ोसी ये देश आकार मे इतना छोटा है कि इसके जैसे 62500 देश मिलाकर एक भारत बनेगा 😲 ये यूरोप का चौथा सबसे छोटा देश है। उज्बेकिस्तान के अलावा ये दुनिया का दूसरा डबली लैंडलॉकड देश भी है। इसके सबसे नजदीक जूरिक एयरपोर्ट है जो करीब 130 किमी दूर है। रेल्वे और रोड से काफ़ी अच्छी तरह से कनेक्टेड है।
जर्मन भाषा बोलने वाले देशों में से ये एकलौता है पूरी तरह आल्प्स पर्वत पर बसा हुआ है। और इस वज़ह से ये विंटर स्पोर्ट्स के लिए बहुत प्रसिद्ध है। आपको आश्चर्य होगा ये जानकर कि यहां नागरिकों से ज्यादा कंपनियां रजिस्टर हैं। टूरिज्म यहाँ की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा है।
3. मोनाको
केवल 2 वर्ग किमी के आकार वाला ये देश वैटिकन सिटी के बाद दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश है। समुद्रतट वाले देशों में इसकी तटीय सीमा भी दुनिया मे सबसे छोटी है जोकि मात्र 3.83 किमी लंबी है। पश्चिमी यूरोप में तीन और फ्रांस से घिरा और एक ओर यानी दक्षिण में भूमध्य सागर से घिरा ये देश, दुनिया की सबसे महंगी और अमीर जगहों में से एक है। यहां फ्रेंच आधिकारिक भाषा है पर इंग्लिश और इटालियन भाषा भी अच्छी संख्या मे लोगों द्वारा बोली जाती है।
इतना सब जानने के बाद ये अंदाजा लगाना कठिन नहीं है कि यहां की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा टूरिज्म से आता है जोकि यहां के सुहावने क्लाइमेट, कसीनो और बहुत बड़ी गैंबलिंग इंडस्ट्री की देन है। यहां पर किसी भी व्यक्ति से आयकर नहीं लिया जाता है और इसलिए ये एक टैक्स हेवन भी माना जाता है। हर साल होने वाले मोनाको ग्रां प्री पूरी दुनिया बहुत बड़ी रेस मानी जाती है जिसे देखने हर साल लाखों लोग आते हैं। इनका भी अपना कोई एयरपोर्ट नहीं है, सबसे नजदीक का एयरपोर्ट फ्रांस के नीस शहर में है। रोड और रेल सुविधाओं की बढ़िया कनेक्टिविटी है। यहां का विश्व प्रसिद्ध मोंटे कार्लो हार्बर कसीनो और ग्रां प्री फार्मूला वन रेसिंग के लिए जाना जाता है।
4. सान मरीनो
दक्षिणी यूरोप में चारों ओर से इटली से घिरा ये देश केवल 61 वर्ग किमी के क्षेत्र मे एपिनेन पर्वत के उत्तर-पूर्वी किनारे पर बसा है। इटालियन यहां की मुख्य भाषा है।
हर साल 20 लाख टूरिस्ट्स यहां घूमने के लिए आते हैं, जिसकी वज़ह यहां की इटली से अत्यधिक नजदीकी और फुटबॉल गेम्स और विश्व प्रसिद्ध सान मरीनो ग्रां प्री फार्मूला वन कार रेस है। टूरिज्म यहां की अर्थव्यवस्था का 22 % हिस्सा है। यहां घूमने आयें तो फेरारी का म्युजियम जरूर देखें।
5. वैटिकन सिटी
दुनिया का सबसे छोटा देश चारों ओर से इटली से घिरा हुआ है, और इसका भी अपना कोई एयरपोर्ट नहीं है। रोम का लियोनार्डो दा विंची-फिमिसिनो हवाई अड्डा वेटिकन सिटी से लगभग 30 किमी दूर है। रोड से बाकी जगह जाया जा सकता है। यहां मुख्यतौर पर क्रिश्चियन धार्मिक टूरिज्म और सिटी टूर ही किया जाता है।
इनके नजदीक आप इन देशों को जरूर एक्सप्लोर करें..
यूरोप के सबसे ज्यादा विकसित टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक फ्रांस अपने कल्चर, आर्ट, फैशन, खाने और खूबसूरत शहरों के पूरी दुनिया मे प्रसिद्ध है।