15 अगस्त हर भारतवासी के लिए कितना महत्वपूर्ण दिन है ये हम सभी जानते हैं। इस दिन भारत ने पहली बार आज़ादी का स्वाद चखा था। अंग्रेज़ों के लंबे समय तक चले शासन के बाद 15 अगस्त, 1947 को भारत ने आज़ादी अपने नाम कर ली थी। भारत में 15 अगस्त की अहमियत से हम सभी वाकिफ हैं। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि भारत के अलावा भी कुछ देश ऐसे हैं जिनका स्वतन्त्रता दिवस भी 15 अगस्त के दिन ही मनाया जाता है? सुनने में ये बात आपको यकीनन खटक सकती है लेकिन सच्चाई यही है कि विश्व के कुछ और देशों में भी आज़ादी का जश्न 15 अगस्त को मनाया जाता है।
1. बहरीन
15 अगस्त 1971 में बहरीन ने पहली बार आजादी का स्वाद चखा था। भारत की ही तरह बहरीन में भी कई सालों तक अंग्रेजों का राज रहा था। बाद में युनाइटेड नेशन्स द्वारा किए गए सर्वे के बाद इस देश को आखिरकार स्वतंत्र घोषित कर दिया गया था। युनाइटेड नेशन्स के इस सर्वे के बाद बहरीन और अंग्रेजों के बीच समझौता कर लिया गया था। हालांकि बहरीन का असल स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त के दिन होता है लेकिन इस देश मे हमेशा से 15 अगस्त को ही आजादी दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। फिलहाल पर्यटकों के बीच भी बहरीन घूमने का खूब जोश चढ़ा हुआ है। बहरीन का राजधानी शहर मनामा घुमक्कड़ों को खूब पसंद आता है। बहरीन में आप पर्ल डाइविंग कर सकते हैं, संग्रहालय देख सकते हैं और कुछ ऐतिहासिक किलों की भी सैर कर सकते हैं।
2. नॉर्थ और साउथ कोरिया
नॉर्थ और साउथ कोरिया के लिए भी उनका आजादी दिवस 15 अगस्त के दिन ही मनाया जाता है। रोचक बात ये है कि स्वतंत्रता दिवस ऐसा अकेला उत्सव है जो इन दोनों देशों में एक ही दिन मनाया जाता है। 15 अगस्त के अलावा इन दोनों देशों में और कोई त्योहार या महोत्सव एक दिन नहीं मनाया जाता है। 1945 में 15 अगस्त के दिन कोरिया को जापानी शासन से आजादी मिली थी जिसने अमेरिका और सोवियत रूस की सहायता से कोरिया पर राज जमाया हुआ था। आजादी मिलने के तीन साल बाद कोरिया उत्तर और दक्षिण दो हिस्सों में विभाजित हो गया। साउथ कोरिया आज एक बेहद आधुनिक देश है जहाँ संस्कृति और नई टेक्नोलॉजी का बढ़िया तालमेल देखने को मिलता है। साउथ कोरिया के प्राचीन मंदिरों को देखने के लिए दुनियाभर से पर्यटकों की भीड़ का आना-जाना लगा रहता है। राजधानी शहर सियोल में आधुनिक और नायाब बिल्डिंगें, आर्किटेक्चर और पार्टी जैसा माहौल मिलेगा। सियोल की नाइट लाइफ नहीं देखने लायक होती है।
3. लीख़्टेनश्टाइन
ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड के बीच स्थित इस देश में ना तो हवाईअड्डे की सुविधा है और ना आर्मी की सुरक्षा। विश्व के सबसे छोटे देशों में शुमार लीख़्टेनश्टाइन को रोमन साम्राज्य का अंश माना जाता है। लीख़्टेनश्टाइन में स्वंतत्रता दिवस 15 अगस्त के है दिन मनाया जाता है। वजह ये है कि 1866 में 15 अगस्त के दिन लीख़्टेनश्टाइन जर्मन शासकों के राज से आजाद हुआ था। ऐल्प्स पर्वतमाला से घिरा हुआ लीख़्टेनश्टाइन जर्मन भाषा का इस्तेमाल करने वाला विश्व का सबसे छोटा देश भी है। खास बात ये भी है कि लीख़्टेनश्टाइन यूरोप के सबसे खूबसूरत गाँवों का घर भी है जो ट्रेकिंग करने का शौक रखने वालों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं हैं। छोटा देश होने के बावजूद अकेले लीख़्टेनश्टाइन में 30 ऐसे रास्ते हैं जहाँ ट्रेकिंग की जा सकती है।
4. रिपब्लिक ऑफ कांगो
15 अगस्त, 1960 को कांगो ने फ्रांसीसी राज से आजादी पाई थी। इसके पहले तकरीबन 80 सालों तक कांगो पर फ्रांस का राज रहा था। कांगो के स्वतंत्रता दिवस को देश में राष्ट्रीय दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है। घूमने के लिए भी कांगो बेहद खूबसूरत जगह है। यहाँ आपको वो सभी चीजें और लैंडस्केप मिलेंगे जो एक परफेक्ट वेकेशन के लिए जरूरी होते हैं। कांगो के लोग भी इस देश की तरह शांत और सुंदर स्वभाव के हैं। साफ-सुथरा माहौल और बेशुमार प्राकृतिक छटा वाले इस देश को देखना हर घुमक्कड़ की बुक्सेट लिस्ट में जरूर शामिल होना चाहिए।
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