पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस का बुखार चीन से होते हुए पूरी दुनिया में फैल गया है। पूरी दुनिया में अब तक कोरोना वायरस के 94,000 से ज़्यादा केस सामने आए हैं, जिसे देखकर दुनिया भर में बड़े बड़े कार्यक्रम रद्द करने पड़े। भारत में अब इसकी शुरुआत सबसे बड़े त्यौहार होली से हो गई है। कोरोना वायरस के कारण इस साल वृंदावन में कई भागवताचार्यों ने होली खेलने का त्यौहार रद्द कर दिया गया है।
होली भारत के प्रमुख त्यौहारों में है जहाँ ख़ूब रंग खेला जाता है और खाने में गुजिया परोसी जाती हैं। वृंदावन में होली का त्यौहार कैसे मनाया जाता है, बताने की ख़ासा ज़रूरत है नहीं, सबको पहले से ही मालूम है। बचपन में दूरदर्शन पर वृंदावन की होली ही तो दिखाई जाती थी।
कोरोना वायरस के कारण डर का जो माहौल पैदा हुआ है, उससे संस्थाओं में लोगों पर भी होली मनाने या ना मनाने का विवाद खड़ा हो गया है। चूँकि कोरोना वायरस शरीर के ज़रिए आसानी से फैलता है, इसलिए होली के त्यौहार पर इसके बढ़ने की संभावना बहुत ज़्यादा है।
मथुरा और वृंदावन में हर बार की तरह इस बार भी लट्ठमार होली की परंपरा जारी रहेगी। लेकिन आगरा में कोरोना वायरस के संदिग्ध हालात मिलने पर होली खेलने के कुछ समारोहों को रद्द होने की संभावना है जिनमें वृंदावन की विधवाओं की होली भी शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस साल होली मिलन समारोह का प्रोग्राम रद्द कर दिया है।
इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने होली मिलन समारोह का प्रोग्राम रद्द करने की घोषणा की।
इसके साथ ही राष्ट्रपति भवन से भी ट्वीट आया है कि होली पर माननीय राष्ट्रपति किसी होली मिलन समारोह का हिस्सा नहीं होंगे।
मेरी सलाह मानें तो इस साल होली के त्यौहार पर कोरोना ख़तरे के चलते रंगों से होली खेलने से बचें। होली खुशियों का त्यौहार है, वायरस का नहीं।
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