उदयपुर शहर की सीमा में किसी भी दिशा से प्रवेश किया जाता है तो गंतव्य साइन बोर्ड के साथ एक वाक्य दिखाई देता है "झीलों की नगरी" में आपका स्वागत है । यह किसी भी पर्यटक को एक अंदाज़ा दे सकने योग्य है की इस शहर में क्या देखने की अपेक्षा की जा सकती है । अनंत सुंदरता और बहुत अधिक मात्रा में पानी ।
मुख्यतः शहर में 2 बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध झीलें हैं, जिनका नाम है फतेहसागर झील और पिछोला झील, वैसे झीलें और भी हैं पर ये दोनों सबसे पर्यटकों द्वारा ज्यादा देखी जाती है ।
शायद उदयपुर के सबसे खूबसूरत गंतव्यों में से एक :
यह लेख पिछोला झील के एक तट पर स्थित अंबराई घाट के बारे में है, जो कि मांझी घाट और हनुमान घाट के नाम से भी जाना जाता है । यह पुराने शहर में स्थित है जहाँ पहुँचने का रास्ता बेहद पतली गलियों से होकर गुजरता है, पर जब पर्यटक घाट पर पहुँच जाते हैं तो सुरम्य दृश्य उनका वहां इंतेज़ार कर रहा होता है और साथ ही अगर ठंडी हवाएं और चल रही हो तो सोने पर सुहागा ।
मेरा यह विशिष्ट दौरा नवम्बर 2018 में किया गया था, तो कुछ एक आध बातें इस जगह के बारे में बदली है जैसे की अब यहाँ जाने का टिकट लेना होता है, जिसकी जानकारी गूगल मैप्स पर देखी जा सकती है, जहाँ तक बाकी समस्त अनुभवों की बात है तो वो ज़्यादा बदलेंगे नहीं क्योंकि यहां से दिखाई दे सकने वाले दृश्य तो सतत ही हैं ।
आप यहाँ से गणगौर घाट, जो कि एक और प्रसिद्ध घाट है उदयपुर में, होटलों में ताज लेक पैलेस, जगमंदिर, ओबेरॉय उदयविलास, लीला पैलेस और सबसे ख़ास आकर्षण उदयपुर शहर की शान, मेवाड़ के शाही परिवार का निवास सिटी पैलेस को निहार सकते हैं और उन खुबसूरत नज़ारों को कैमरा में हमेशा के लिए कैद कर सकते हैं ।
साथ ही यह क्षेत्र बहुत सारे भोजनालयों और कैफ़े से गुलज़ार है तो खाने पीने के विकल्पों की यहाँ आस पास कोई कमी नहीं होगी ।
जैसा की ऊपर वर्णित है, घाट तक पहुँचने का रास्ता तंग गलियों से गुजरता है इसलिए बड़े वाहनों से यहां जाना सही नहीं है, एक बड़ा वाहन काफ़ी लोगों की परेशानी का सबब बन जाता है और जाम की स्थिति बनी रहती है । बेहतर है दो पहिया वाहन, ऑटो रिक्शा से जाना या फिर जो यात्री जगदीश मंदिर या गणगौर घाट की ओर से पैदल आते हैं वो दायजी सेतु से भी यहां पहुँच सकते हैं जो कि कहीं ना कहीं कुल दूरी को कम कर देगा ।
अंबराई घाट कुछ ऐसे चुनिंदा जगहों में से है जिसे दिन के किसी भी पहर में घुमा जा सकता है , लेकिन सुर्यास्त के समय और रात की तो बात की कुछ और है जैसा की आप सभी पाठक छायाचित्रों में देख सकते हैं ।
आप सभी पर्यटन समुदाय सदस्यों और पाठकों को लेख पढ़ने के लिए सादर धन्यवाद, उम्मीद है मेरी यह छोटी सी यात्रा विवरण आपको पसंद आई ।