बर्फ से ढके पहाड़, चारों तरफ हरियाली और झरनों का नजारा भला किसे पसंद नही होगा। ऐसे में इन खूबसूरत जगह को स्वर्ग कहना गलत नहीं होगा। ऐसे नजारों को देखने के लिए विदेश में जाना पसंद करते हैं। मगर क्या आप जानते हैं भारत देश में बहुत सी जगह ऐसी है जो स्वर्ग से कम नहीं लगती है। यहां की खूबसूरत वादियों में हर किसी के खो जाने का मन करता है। तो चलिए आज हम आपको भारत के ऐसे 4 गांव के बारे में बताते हैं जो किसी जन्नत से कम नहीं दिखाई देते हैं। इनके सुंदर व खूबसूरत दृश्य किसी को भी आसनी से मोहित कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं उन गावों के बारे में जो घूमने के लिए एकदम परफेक्ट है। यहां आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा। साथ ही, कई खूबसूरत चीज़ें देखने को भी मिलेंगी।
मलाणा, हिमाचल प्रदेश-
टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर जाने का शौक रखने वाले किसी भी शख्स को एक बार हिमाचल प्रदेश के मलाना गांव तो जरूर जाना चाहिए। सबसे रोचक बात यह है कि इस गांव में भारत का संविधान नहीं माना जाता है। मलाण के लोग गांव के बनाए गए नियम और कायदे का ही पालन करते हैं। यहां के निवासियों को एलेक्जेंडर दि ग्रेट का वंशज माना जाता है, जो यहां से जुड़े किस्सों को और दिलचस्प बनाता है। शांत वातावरण, प्राकृतिक सौंदर्य और बड़े शहरों के शोर-शराबे से अलग ये गांव आपको जीवन के सबसे यादगार पलों की सौगात दे सकता है. खीरगंगा की अद्भुत ट्रैकिंग भी इस जगह के बेहद नजदीक है।
स्मित गांव, मेघालय-
यह गांव मेघालय की राजधानी शिलांग से लगभग 11 कि.मी. की दूरी पर पहाड़ों पर बसा हुआ गांव है। यहां का कुदरती नजारा हर किसी अपनी ओर खीचने का काम करता है। पहाड़ों के बीच बला यह गांव एक अलग ही नजारा पेश करता है। इस गांव की खासियत है कि यह प्रदूषण मुक्त है। ऐसे में इसे एशिया का पहला सबसे साफ और खूबसूरत गांव का दर्जा दिया गया है। यहां के अधिकतर लोग सब्जियों और मसालों की खेती करके अपने जीवन का निर्वाह करते हैं। इस शांत व खूबसूरत गांव में जाकर हर कोई शांति व सुकून का अनुभव करता है। ऐसे में यहां पहुंच कर व्यक्ति अपनी जिंदगी की चल रही परेशानियों को भूल शांति महसूस करता है।
मावलिनॉन्ग, मेघालय-
यह गांव भी शिलॉन्ग के पास ही स्थित है। जो वहां से लगभग 90 कि.मी. की दूरी पर है। यह गांव बहुत साफ और चारों ओर से हरियाली से ढका हुआ है। यहां के प्राकृतिक नजारे देखकर आपका गांव से जाने का मन नहीं करेगा। आप अपने परिवार के साथ यहां घूमने का प्लान बना सकते हैं। इसके अलावा आपको यहां एशिया का सबसे मशहूर रूट ब्रिज भी देखने को मिलेगा और भी कई एडवेंचर चीज़ें करने को भी मिलेंगी। आपको बता दें कि रूट ब्रिज को देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां आते हैं।
खोनोमा गांव, कोहिमा -
खूबसूरत हरी-भरी वादियों के बीच बसा यह गांव कोहिमा से लगभग 20 कि.मी. की दूरी पर बसा है। इस गांव को एशिया का सबसे पहला हरा-भरा गांव माना जाता है। इस गांव में करीब 100 प्रजातियों के वन्य प्रणी और जीव-जन्तु मौजूद है। इसके साथ ही इस सुंदर और हरियाली से भरे गांव में करीब 200 पौधों की प्रजातियां पाई जाती है। ऐसे में जिन लोगों को हरियाली पसंद होती है। उनके घूमने के लिए यह जगह एकदम बेस्ट मानी जाती है।आपको बता दें कि इस गांव में खेती भी की जाती है और कई चीज़ों को हाथ से बनाने का काम भी किया जाता है। आप यहां घूमने के साथ-साथ अच्छे व्यंजन और शॉपिंग का भी मज़ा ले सकते हैं और आदिवासी समुदाय के लोगों से मिलने का भी मौका मिलेगा।
दिस्कित, लद्दाख-
यह गांव लद्दाख के लेह ज़िले में स्थित है। यहां का शांत वातावरण और विशाल पहाड़ इसकी खूबसूरती को बखूबी बयां करते हैं। वैसे तो ये भारत में ज़्यादा प्रसिद्ध नहीं है क्योंकि इसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। अगर आपको शांति पसंद है तो ये गांव आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है क्योंकि यहां की जनसंख्या बहुत कम है। साथ ही इसकी यह भी खासियत है कि यहां ज़्यादातर लोग अध्ययन के सिलसिले में आते हैं। आप भी अगर कभी लद्दाख जाए तो इस गांव को ज़रूर देखने जाएं।
इडुक्की, केरल-
भारत के सबसे सुंदर और आकर्षक गाँव के रूप में जाना जाने वाला इडुक्की गाँव केरल राज्य में पश्चिमी घाटों के उच्चतम बिंदु पर बसा हुआ है। इडुक्की केरल के पश्चिमी घाट की सबसे ऊंची जगह है। यहां की खूबसूरत झीलें, वाटरफॉल और घने जंगल इस जगह की खूबसूरती को चार चांद लगाते हैं। इस गांव में आपको पेड़-पौधों कई ऐसी प्रजातियां भी मिलेंगी, जो शायद आपने पहले कभी नहीं देखी होंगी। इडुक्की आर्क डैम के पास आप कैंपिंग का आनंद भी ले सकते हैं। इस गांव में आने के बाद यहां के स्थानीय निवासियों के साथ ट्रेडिशनल व्यंजनों का जायका लेना बिल्कुल मत भूलिएगा।
कौसानी गांव, उत्तराखंड -
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित यह गांव भारत के खूबसूरत पर्वतीय पर्यटक स्थलों में से एक है। पिंगनाथ चोटी पर बसा यह गांव हिमालय की खूबसूरती के दर्शन कराता है। बर्फ से ढंके नंदा देवी पर्वत की चोटी का नजारा इस गांव से बड़ा ही भव्य दिखाई देता है। यही वजह है कि इस गांव को 'भारत का स्विट्जरलैंड' भी कहा जाता है। यहां के खूबसूरत प्राकृतिक नजारे और पर्यटक स्थल लोगों को अपनी ओर खूब आकर्षित करते हैं। यह गांव प्रकृति का एक बेशकीमती नमूना है। घने जंगलों और पहाड़ों के बीच बसा यह गांव पर्यटकों के बीच बड़ा फेमस है।
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