छठ पर्व का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जा रहा है। चार दिन तक चलने वाले के दौरान लोग भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर सूर्य भगवान की प्रार्थना करते हैं। बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में मनाए जाने वाले इस त्योहार में लोग अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए सूर्य भगवान की पूजा करते हैं। आइए जानते हैं कि छठ पूजा के दौरान भारत में कहाँ-कहाँ सूर्य मंदिर में जाकर दर्शन कर सकते हैं।
सूर्य मंदिर, रांची
झारखंड की राजधानी रांची से 39 किलोमीटर से दूर बुंडू के पास सूर्य मंदिर है। संगमरमर से बने सूर्य मंदिर में 18 पहियों और 7 घोड़ों के रथ पर विराजमान भगवान सूर्य आकर्षण का केंद्र है। यहाँ पर हर साल छठ पर्व के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
सूर्य मंदिर, ओडिशा
ओडिशा के कोणार्क में सूर्य मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित है। रथ के आकार में बने इस मंदिर को छठ पर्व के अलावा भी लोग दर्शन करने आते हैं। यहाँ पत्थर के बने रथ में 12 पहिए है और रथ में 7 घोडे़ हैं। 13वीं शताब्दी में बनाए गए इस मंदिर में काफी संख्या में भक्त आते हैं।
सूर्य मंदिर, गुजरात
अहमदाबाद से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर मोढ़ेरा में बने सूर्य मंदिर में छठ पर्व के दौरान जा सकते हैं। सम्राट भीमदेव सोलंकी प्रथम ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। सोलंकी सूर्यवंशी थे और वे सूर्य को कुलदेवता के रूप में पूजते थे।
सूर्य मंदिर, औरंगाबाद
बिहार में छठ का पर्व काफी धूमधाम से मनाया जाता है। यहाँ औरंगाबाद जिले में स्थित देव सूर्य मंदिर में छठ पर्व के दौरान काफी संख्या श्रद्धालु पहुंचते हैं। छठ पूजा के दौरान यहाँ लगने वाला मेला बहुत ही प्रसिद्ध है। इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि इसका निर्माण स्वयं देवताओं के वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा ने अपने हाथों से किया है।
सूर्य मंदिर, गया
हाँबिहार के गया को धार्मिक शहर भी कहा जा सकता है। यहाँ पर बौद्ध धर्म से संबंध और पितृ-पक्ष से लेकर काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं। इसके साथ ही यहाँ स्थित दक्षिणार्क सूर्य मंदिर में भगवान सूर्य की प्रार्थना करने लोग आते हैं। छठ पर्व के समय में श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए सूर्य भगवान की पूजा करते हैं।
सूर्य मंदिर, भोजपुर
बिहार के भोजपुर जिले के बेलाउर गांव में काफी प्राचीन सूर्य मंदिर है। राजा द्वारा बनवाए 52 पोखरों में से एक पोखर के बीच में यह सूर्य मंदिर स्थित है। यहाँ छठ महापर्व के दौरान हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
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