हिन्दु धर्म के बड़े पर्वो में सुमार छठ पूजा को महापर्व की संज्ञा दी जाती हैं। जो बिहार से होकर अब विश्वपटल पर आ गया है। मित्र राष्ट्र नेपाल में भी इस पर्व को बड़े ही शिद्द्त के साथ मनाया जाता है। नेपाल के तराई व मधेस क्षेत्रो में इस पर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व को लेकर भारतीय सीमाई बाज़ारो में काफी रौनक रहती है। जंहा नेपाली महिलाएं छठ पर्व से सम्बन्धित सामग्रियों की खरीददारी करने आती है।
नेपाल: तराई के 12 जनपदों में धूमधाम से मनाया जाता है सूर्योपासना का महापर्व
नवलपरासी, नवलपुर व रूपंदेही में व्यापक पैमाने पर दिखता है पर्व का असर
नेपाल के तराई क्षेत्रों में बड़ी धूम-धाम से छठ पर्व को मनाया जाता है। नेपाल तराई के 12 जनपदों में इस त्योहार का धूम रहता है। नवलपरासी, नवलपुर, जनकपुर व रूपंदेही में छठ पर्व को बिहार की तर्ज पर ही मनाया जाता है। छठ का त्योहार पष्ठी का अपभ्रंश है। 4 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार का पहला दिन नहाय खाय का होता है। अब अगले चार दिनों तक सूर्य देव और छठ मइया की उपासना करी जाएगी। ऐसा कहा जाता है कि छठ पूजा करने से छठी माइया प्रसन्न होकर सभी इच्छाएं पूर्ण कर देती हैं। नेपाल में छठ पर्व को डाला छठ, छठी माई पूजा, सूर्य पष्ठी पूजा आदि कई सारे नामों से जाना जाता है।
नेपाल के नवलपरासी व पाल्हीनन्दन नगर पालिका में छठ पूजा करती महिलाएं।
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