आपने बचपन में दादा-दादी से भूतों के किस्से सुने होंगे। एक छोटे बच्चे के रूप में, आपने कभी महसूस नहीं किया कि यह कितना डरावना हो सकता है अगर ये कहानियाँ वास्तविक जीवन में घटने लगे। उन कहानियों के वास्तविक पात्रों के साथ कुछ संबंध रहा होगा, लेकिन इन डरावनी कहानियों का इस्तेमाल बच्चों को गलत काम करने से रोकने और त्वरित निपटान के लिए किया जाता था।
ये भी हो सकता है कि दादा-दादी ने इन डरावनी कहानियों को अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर सुना हो या उन्हें फिल्मों या उनके परिवारों से इन कहानियों के बारे में पता चला हो। लेकिन आज की आधुनिक पीढ़ी इन भूतों की कहानी पर विश्वास नहीं करती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इस दुनिया में भूतों या आसुरी शक्तियों का कोई अस्तित्व नहीं है। आज हम भारत के उन स्थलों के बारे में बात करने जा रहे हैं जो छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे अधिक भुतहा स्थान माने जाते हैं। यहां के डरावने अनुभवों के चलते यहां शाम के बाद कोई नहीं भटकता।
1. वाई शेप ब्रिज, भिलाई-:
कई साल पहले भिलाई में यातायात की समस्या को दूर करने के लिए एक पुल का निर्माण किया गया था। इस पुल के बनने से स्थानीय लोगों को काफी राहत मिली। दूर का सफर अब पुल बनने से काफी कम हो गया था। यह बिल्ड कुछ वाई-शेप में बनाया गया था। लेकिन बनने के कुछ दिनों बाद लोगों ने यहां कुछ असामान्य घटनाओं को घटते देखा। जानकारों का मानना है कि पुल की सड़क पर भूत रहता है। जो रात 12 बजे से 4 बजे के बीच इस सड़क पर घूमते नजर आते हैं। कुछ लोगों का दावा है कि कुछ सफेद कपड़ों में महिला अचानक गाड़ी के सामने आ जाती है और लिफ्ट मांगती है। इसलिए जानकार व्यक्ति रात में नहीं गुजरता। ऐसा माना जाता है कि यह आत्मा अजनबियों को अपना शिकार बनाती है।
2. जगदलपुर का हॉंटेड हाऊस -:
यह प्रेतबाधित घर छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित है, और कहा जाता है कि रात के वक्त जो भी व्यक्ति रहने जाता है वह कभी वापिस नहीं आता क्योंकि इस घर में कुछ ऐसी बुरी आत्माएं है जो लोगों को मारने में रुचि रखती है। बहुत सारे लोग हिम्मत करके उस घर में घुसने की कोशिश भी की पर फिर कभी वापिस नहीं आए। लोगों का मानना है कि कोई भी व्यक्ति उस घर में जाता है तो उसे मार दिया जाता है या वो आत्माएं उस व्यक्ति के अन्दर प्रवेश कर किसी दुर्घटना के द्वारा उसे मौत के घाट पहुंचा देती है। यहाँ पर अगर कोई परिवार भी रहने आ जाता है तो आत्माएं उसे बाहर निकालने के लिए अद्भुत घटनाएं या किसी व्यक्ति को मार डालती है। जिससे परिवार के लोग उस घर को छोड़कर चले जाते है।
3. तारबाहर रेलवे क्रॉसिंग -:
तारबहार रेलवे क्रासिंग एक समय कभी सामान्य क्राॅसिंग की ही तरह था। बिलासपुर स्थित रेलवे क्रासिंग को हाल ही में प्रेतबाधित घोषित किया गया है। साल 2011 की एक घटना में इस रेलवे क्रासिंग पर एक साथ 18 लोग ट्रेन के नीचे आकर मारे गए थे, तब से इस जगह पर लोगों को अजीब सा अनुभव होने लगा है। कहा जाता है आज भी उन मरे हुए लोगों की आत्माएं दिखाई देती है। रात के वक्त वहां से जाने वाले लोगों को अक्सर भूतों का सामना करना पड़ता है। कुछ लोगों ने यह भी दावा किया है कि मरे हुए लोगों की डेडबाॅडीज नजर आती है और देखते ही देखते गायब हो जाती है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कुछ लोगों को क्राॅस करते हुए देखा गया है और उनके ऊपर से ट्रेन चली जाती है फिर भी उन्हें कुछ नहीं हुआ। इसलिए इसे भूतिया जगह कहा जाने लगा है। अक्सर यहाँ के लोग शाम के वक्त जाने से हिचकिचाते है।
4. लाल बंगला -:
रायपुर इलाके में स्थित इस बंगले को आप छत्तीसगढ़ के सबसे भूतिया जगहों में से एक माना जाता है। कहा जाता है कि इस बंगले में रहने वाले एक परिवार के चार लोगों ने किसी अनजान कारण से एक साथ मिलकर आत्महत्याएं की थी। जिसके बाद इस बंगले को प्रेतबाधित बंगला कहा जाने लगा क्योंकि इस बंगले के अन्दर और इसके आसपास परिसर में इन मृत व्यक्तियों की आत्माएं दिखाई देने लगी। इस बंगले में जो रात के वक्त घुसने की हिम्मत करता था तो अचानक से उनका दम घुटने लगा। जैसे कि कोई उनका गला घोंट रहा हो।
5. गराज रोड़ (बत्तीस बंगला)
बत्तीस बंगला इलाके में स्थित यहां एक रोड का 2-3 किमी का एक लम्बा रास्ता है। दिन के समय यह रास्ता गहरी झाड़ियों और घने पेड़ पौधों के कारण डरावना दिखता है और कहा जाता है कि रात के समय इस रास्ते से सफर करना काफ़ी खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि लोगों से जो कहानी सुनी है, उसके अनुसार उनका कहना है कि रात के वक्त इस रोड से सफर करने वाले व्यक्ति से एक औरत लिफ्ट माँगती है और गाड़ी के पीछे बैठ जाती है और 5-10 मिनट तक बातें करती है और कुछ समय बाद वह व्यक्ति पीछे मुड़कर देखता है या उससे कोई सवाल पूछता है तो वह झट से वहाँ से गायब हो जाती है फिर वह आसपास कहीं नजर नहीं आती है। इस कारण लोगों में इस रूट को लेकर बहुत घबराहट है इसलिए गराज रोड से आज भी लोग रात के समय सफर करने से कतराते है।
6. कोटमसार गुफा -:
छतीसगढ़ के जगदपूर से लगभग 30 किमोमिटर की दूरी पर मौजूद कोटमसार गुफा भी हॉरर प्लेस में शामिल है। यह सबसे प्राचीन जगह भी है। प्राचीन काल में इस गुफा में आदिवासी लोग निवास करते थे। कहते है कि आदिवासियों की आत्मा आज भी इस गुफा में निवास करती है। शाम के समय यहां जाने से हर कोई बचाता है क्योंकि, यहां कई अजीबो-गरीब आवाजें सुनाई देती हैं।
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