
चार धाम यात्रा की तैयारी शुरू हो चुकी है।उत्तराखंड सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि इस बार चार धाम पंजीकरण 20 फरवरी से शुरू होगा और तीर्थ यात्रा प्रक्रिया पिछले वर्षों की तुलना में आसान होने की उम्मीद है।
गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने कहा कि इस बार 20 फरवरी से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की जा रही है ।उन्होंने बताया कि तीर्थयात्री राज्य पर्यटन विभाग के मोबाइल ऐप पर भी पंजीकरण करा सकते हैं।साथ ही अधिकारियों को 31 मार्च तक यात्रा की तैयारियां पूरी करने और अन्य राज्यों के साथ जानकारी साझा करने का निर्देश दिया गया है। ताकि वे अपने-अपने क्षेत्रों में श्रद्धालुओं को सूचित कर सकें।
पिछले साल चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की संख्या 46 लाख थी,वही इस बार ये और ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है।बैठक में यात्रा मार्ग के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे प्रत्येक तीर्थस्थल में वहन क्षमता तय करें और आस-पास के स्थानों में आवास प्रदान करने की व्यवस्था करें।यात्रा मार्गों की मरम्मत करना,संवेदनशील भूस्खलन क्षेत्रों में जेसीबी तैनात करना और यात्रा सीजन के दौरान पर्याप्त सफाई, स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था और अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाओं को बनाए रखने के भी निर्देश दिए गए।साथ ही सीमा सड़क संगठन, लोक निर्माण विभाग और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को 31 मार्च से पहले ब्लास्टिंग का काम बंद करने और डेंजर जोन में इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले वाले साइनबोर्ड लगाने का निर्देश दिया गया है।
सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि क्षेत्रों में चलने वाले घोड़ों और खच्चरों का शीघ्र पंजीकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है, जबकि परिवहन विभाग को 15 मार्च तक चार धाम यात्रा मार्ग पर जाने वाली बसों की संख्या तय करने के साथ-साथ वाहनों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है।

श्रद्धालुओं के लिए टोकन व्यवस्था लागू होगी
इस बार समिति श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए टोकन प्रणाली शुरू करके दर्शन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए एक एप्लिकेशन विकसित कर रही है।जबकि विशेष प्रार्थनाओं (रुद्राभिषेक) के लिए ऑनलाइन पंजीकरण किया जाएगा।इससे धामों में भीड़ कम होगी और वहां व्यापारिक गतिविधियों को मदद मिलेगी साथ ही व्यवस्था बनी रहेगी।
पिछले साल मई में चार धाम तीर्थस्थलों के लिए राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दैनिक तीर्थयात्री बद्रीनाथ के लिए 15,000, केदारनाथ के लिए 12,000, गंगोत्री के लिए 7,000 और यमुनोत्री के लिए 4,000 तीर्थयात्री थे, लेकिन विरोध के बाद यात्रा के पहले 45 दिनों के लिए 1,000 की सीमा बढ़ा दी गई थी।
चार धाम यात्रा की तिथि
चार धाम यात्रा की शुरुआत उत्तरकाशी जिले में अक्षय तृतीया (इस वर्ष 22 अप्रैल) के अवसर पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू होती है।वहीं बद्रीनाथ धाम के कपाट इस साल 27 अप्रैल को सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर खुलेंगे,और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 18 फरवरी को तय की जाएगी।
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