चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार 20 फरवरी से पंजीकरण शुरू करेगी। चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण ऑफलाइन और ऑनलाइन शुरू होंगे। चारों धामों की धारण क्षमता के हिसाब से श्रद्धालुओं को वहां दर्शन की अनुमति होगी। श्रद्धालुओं की सुविधा और चारों धामों में भीड़ को कम करने के लिए इस बार टोकन व्यवस्था लागू होगी।
पर्यटन विभाग के एप से करना होगा रजिस्ट्रेशन
चार धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन के लिए परिवहन और पर्यटन विभाग दो अलग-अलग एप की जगह एक ही एप का इस्तेमाल करेगा। पिछले साल चार धाम यात्रा के लिए पर्यटन और परिवहन विभाग के दो अलग-अलग एप से पंजीकरण शुरू किया गया था, जिस कारण श्रद्धालुओं को समस्या का सामना करना पड़ा था, जिसको देखते हुए इस बार एक ही एप के जरिए श्रद्धालु पंजीकरण करेंगे। बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए एसओपी बनाने के निर्देश दिए गये हैं। इस बार चारधाम यात्रा के लिए 1600 बसें चलेंगी। केएमओयू की 50 बसें मंगाई जाएगी। जबकि 50 बसें रोडवेज की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी।
दर्शन के लिए लागू होगी टोकन व्यवस्था
इस बार चार धाम यात्रा की शुरुआत विधिवत 27 अप्रैल से शुरू होने की संभावना है और श्री गंगोत्री- यमुनोत्री धाम के कपाट परंपरा गत रूप से अक्षय तृतीया के दिन खुलते है। जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल और हेमकुंट साहिब के मई माह में खुलेंगे। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 18 फरवरी शिवरात्रि के अवसर पर तय होगी।। इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चारों धामों में टोकन व्यवस्था लागू होगी ताकि भीड़ को भी नियंत्रित किया जा सके और श्रद्धालु अपनी बारी में ही दर्शन कर सके। ऐसा करने से दर्शन के वक्त अव्यवस्था नहीं फैलेगी और सभी श्रद्धालु अपनी बारी के हिसाब से चार धामों में दर्शन कर सकेंगे। साथ ही इस बार देहरादून से केदारनाथ के लिए हेली सेवा शुरू करने पर भी विचार हो रहा है।
चारधाम यात्रा के लिए क्या क्या की गई है तैयारियां?
जिलाधिकारियों को जोशीमठ के समीपवर्ती क्षेत्रों में आवास व्यवस्था,यात्रा मार्गों के सुदृढ़ीकरण,पैदल मार्ग सुरक्षात्मक उपाय, लैंडस्लाईड आदि संवेदनशील जोन में जेसीबी तैनात करने, सफाई व्यवस्था बनाये रखने, चारों धामों हेतु स्वास्थ्य सुविधाओं, मार्गों के सुधार के लिए धनराशि की मांग,प्रत्येक धाम में केरिंग कैपिसिटी तय करने, यमुनोत्री मार्ग सुदृढ़ीकरण, केदारनाथ मार्ग पर साफ सफाई, घोड़े खच्चरों का पंजीकरण, सहित समस्त जिलाधिकारियों से यात्रा सीजन 2022 का उपयोगिता पत्र उपलब्ध कराने केे निर्देश दिये गये है जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
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