ज़िंदगी यूँ तो छोटी है ही, मगर एक खड़ूस बॉस के नीचे काम करना पड़े तो और भी घट सकती है | एक सर्वे के मुताबिक, पत्थर-दिल बॉस के कारण 77% कर्मचारी तनावग्रस्त रहते हैं |
लेकिन अगर आप लकी हैं तो आप ऐसे विनम्र, ज़िंदादिल और खुशमिजाज़ बॉस के साथ काम जो आपको आपके जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा तो देगा ही , साथ ही सबको खुश भी रखेगा |
ऐसे ही एक ज़िंदादिल बॉस हैं मिक्स मार्शल आर्ट्स कंपनी एवोल्व के फाउंडर छत्री सित्योतॉन्ग| क्यों? क्योंकि इनकी कंपनी की इस साल 30% बढ़ोतरी की खुशी में ये अपने 100 कर्मचारियों को छुट्टी पर घुमाने मालदीव के एक 5 सितारा रिज़ोर्ट में ले गये |
साल में एक बार होने वाले इस रिट्रीट को इवोल्व कल्चर का एक सामान्य हिस्सा मानने वाले सित्योतॉन्ग कहते हैं कि इस तरह के पुरस्कार " इवोल्व एमएमए के कर्मचारियों की मेहनत के लिए शुक्रिया के रूप में एक छोटा सा तोहफा है " |
"मेरे कर्मचारियों में से कई लोग दुनिया घूमना तो चाहते हैं मगर साधन नहीं होने से घूम नहीं पाते हैं | मेरी इवोल्व टीम के ज़्यादातर लोग ग़रीब , या त्रासदीग्रस्त परिवारों से हैं | उनके लिए ग़रीबी से निकल कर सपनों की दुनिया बसाने का इवॉल्व सबसे बड़ा मौका है | अच्छे लोगों को अच्छा ही मिलना चाहिए | यही न्याय है | हम दुनिया के सबसे बढ़िया लोगों में से कुछ को ही नौकरी पर रख पाते हैं, और 200 आवेदनों में से केवल 1 को नौकरी मिलती है | ऐसे में बढ़िया कर्मचारी को पुरस्कार भी बढ़िया ही मिलना चाहिए | हम खूब मेहनत करते हैं और मस्ती के समय दिल खोल कर मौज करते हैं | " बिज़नेस एशियावन के साथ एक इंटरव्यू में उन्होने बताया |
कुछ बॉस तो कर्मचारियों को खाने-पीने के साथ खुश करने की कोशिश करते हैं, मगर सित्योतॉन्ग ने अपने कर्मचारियों की इस ट्रिप पर करीब 3.3 करोड़ रुपए (£392,000) खर्च किए हैं |
पेश हैं इस रिट्रीट की कुछ तस्वीरें जिनमें खुशी साफ झलकती है :
आप पूरा एलबम यहाँ देख सकते हैं |
तस्वीरों का श्रेय : इवॉल्व एमएमए
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