रोहतासः बिहार की एक और खूबसूरत जगह जहाँ घुमक्कड़ों के लिए बहुत कुछ है

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Photo of रोहतासः बिहार की एक और खूबसूरत जगह जहाँ घुमक्कड़ों के लिए बहुत कुछ है by Rishabh Dev

घुमक्कड़ी एक नशा है जिसकी अगर लत लग गई तो दुनिया खूबसूरत लगने लगती है। ये नशा हमें ऐसी जगहों पर ले जाता है जिनके बारे में बहुत लोगों को पता भी नहीं होता है। जहाँ टूरिस्ट फेमस जगहों पर जाते हैं ये घुमक्कड़ अनछुई जगहों पर दिखाई पड़ते हैं। इन्हें नहीं मतलब होता है कि वो नई जगह कैसी होगी? उन्हें तो उस जगह को देखना है, समझना है और फिर पूरी दुनिया को बताना है। घुमक्कड़ी कोई शौक नहीं है ये तो एक प्रजाति है। जो होना अपने आप में शानदार एहसास है। अगर आप खुद को घुमक्कड़ कहते हैं तो आपको रोहतास जाना चाहिए।

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अब बहुतों को लग रहा होगा कि ये रोहतास है कहाँ? नाम से तो हिमाचल की कोई जगह लग रही हैं। क्या कहें घुमक्कड़ी को उत्तराखंड-हिमाचल को समेट दिया गया है? जो हिमाचल नहीं गया क्या वो घुमक्कड़ नहीं कहा जाएगा? रोहतास, जहाँ प्रकृति के सभी रंग हैं, जहाँ हरियाली आपका दिल खुश कर दे और जहाँ का इतिहास बेहद गौरवशाली है। वो रोहतास बिहार में है। बिहार सुनकर अब चौंकिएगा मत क्योंकि बिहार बेहद खूबसूरत है। बस आपको बिहार को लेकर सोच बदलने होगी और वो सोच बदलेगी घुमक्कड़ी। आइए तो बिहार के इसी खूबसूरत नगीने रोहतास के सफर पर चलते हैं।

रोहतास

रोहतास कभी बिहार की समृद्ध जगहों में एक थी। अकबर ने राजा मानसिंह को रोहतास गढ़ किला का राजा बनाकर भेजा। रोहतासगढ़ किले के नाम पर ही इस जगह का नाम रोहतास पड़ा। 1582 में यहाँ रोहतास सरकार हुआ करती थी। रोहतास सरकार में चैनपुर, सासाराम, जपला, कुटुंबा जैसी जगहें शामिल थी। ये जगह अंग्रेजों के कब्जे में रही। 1764 के बक्सर के युद्ध के बाद रोहतास पर अंग्रेजों को शासन हुआ। 1774 में ब्रिटिशी कैप्टन थामस गोडार्ड ने रोहतास गढ़ पर कब्जा करके उसे तहस-नहस कर दिया। आजाद भारत में रोहतास शाहाबाद का हिस्सा बन गया। बाद में 1972 में रोहतास एक अलग जिला बन गया।

क्या देंखें?

रोहतास खूबसूरती और इतिहास का एक खूबसूरत संगम हैं। यहाँ बड़े-बड़े किले हैं तो यहाँ पहाड़, झरने और हरियाली भी है। आपके पास रोहतास में देखने के लिए बहुत कुछ होगा।

1- रोहतासगढ़ किला

रोहतासगढ़ का किला रोहतास की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। ये किला जितना देखने में खूबसूरत है उतनी ही खूबसूरती इसके आसपास दिखाई देती है। यकीन मानिए जब आप यहाँ आएंगे तो आपका दिल खुश हो उठेगा। नजारे आपका मन मोह लेंगे। कहा जाता है कि इस राजा हरिश्चन्द्र के बेटे रोहिताश्रव ने इस किले को बनवाया था। हालांकि बाद में इस किले को अच्छे से बनवाया राजा मानसिंह ने। भारत के सबसे प्राचीन किलों में से एक है रोहतासगढ़ किला। ये किला कैमूर की पहाड़ी पर स्थित है जो रोहतास से 40 किमी. की दूरी पर है। रोहतास जाएँ तो इस किले को अपनी बकेट लिस्ट में जरूर रखें।

2- शेरशाह मकबरा

रोहतास से 15 किमी. दूर है सासाराम और यहाँ है शेरशाह सूरी का मकबरा। ये मजार भारत की दूसरी सबसे ऊँची मजार है। मुगल आर्किटेक्चर का बेहद शानदार नमूना ये मकबरा। मकबरे के चारों तरफ पानी भरा हुआ है जो इस जगह को और खूसबूरत बनाता है। आप यहाँ जाएं तो इस मकबरे से सूरज को डूबते या सूरज को उगते हुए देखना चाहिए। यकीन मानिए आप वो नजारा देखकर खुश हो उठेंगे। मजार के अंदर दीवारों पर कुछ लिखा हुआ है। यहाँ के मेहराब देखकर आप चौंक जाएंगे। रोहतास आएँ तो इस जगहों को भी जरूर देखें।

3- टोन्स वाटरफाॅल

रोहतास के सासाराम जाएँ तो यहाँ के खूबसूरत वाटरफाॅल है, टोन्स वाटरफाॅल। प्रकृति के बीच इस वाटरफाॅल को देखकर आप खुश हो उठेंगे। जो भी इस जगह पर जाता है इसकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाता है। ये जगह सासाराम की सबसे खूबसूरत जगह है। आप यहाँ जाएंगे तो आपको इस जगह की सुंदरता के बारे में पता चलेगा। आप यहाँ पर अपने दोस्तों और परिवार के साथ जा सकते हैं। अगर आप अकेले जाएं तो शांति से बैठकर इस जगह का आनंद ले सकते हैं।

4- मंझर फाॅल

ये वाटरफाॅल भारत के सबसे खूबसूरत झरने में से एक है। अगर आप बिहार आएँ तो इस वाटरफाॅल को देखना न भूलें। ये वाटरफाॅल देहरी और सासराम के बीच में स्थित है। इसके आसपास हरियाली ही हरियाली है। आपको यहाँ आने के बाद कहीं और जाने का मन नहीं करेगा। इन खूबसूरत जगहों से ही तो मिलकर बना है बिहार। इसी तरह सासाराम में धुआं कुंड वाटरफाॅल भी है। धुआं कुंड प्रकृति की खूबसूरत कारीगरी का शानदार नमूना है लेकिन वहाँ लोगों की भीड़ बनी रहती है, खासकर वीकेंड में। इसलिए आपको वीकेंड में यहाँ नहीं जाना चाहिए।

5- कैमूर हिल्स

रोहतास की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करती है कैमूर हिल्स। कैमूर हिल्स के आसपास सोन नदी बहती है और चारों तरफ जंगल ही जंगल है। जो इस जगह को बेहद खूबसूरत बनाता है। इसी पहाड़ी पर कई झरने हैं, रोहतासगढ़ किला है और शेरगढ़ किला भी यहीं पर है। इसलिए रोहतास आओगे और कैमूर हिल्स नहीं आओगे तो बहुत कुछ नहीं देख पाओगे। इसलिए सासाराम में कैमूर हिल्स तो जाना बनता है।

6- शेरगढ़ किला

रोहतास जिले की एक और खूबसूरत जगह है शेरगढ़ किला। ये किला भी कैमूर पहाड़ी पर ही है। बिहार कितना खूबसूरत है और अपने अंदर कितना कुछ समेटे हुए है, ये आपको रोहतास के शेरगढ़ किले को देखकर समझ आएगा। ये किला पहाड़ी के ऊपर नहीं बल्कि अंदर बना हुआ है। इस किले को यहाँ के राजा शेरशाह सूरी ने बनवाया था। वे इसी किले में अपनी सेना और परिवार के साथ रहते थे। बाद में मुगलों ने उनके परिवार और सैनिकों को इस किले में ही मार डाला। इस किले का सबसे खूबसूरत नजारा आपको किले की सबसे ऊँची जगह पर मिलेगा। जब आप ट्रेक करके किले के छोर पर पहुँचेंगे तो यकीन मानिए आप सारी थकान भूल जाएँगे। आपको दूर-दूर तक सिर्फ और सिर्फ हरियाली ही दिखाई देगी। पास में बहती हुई दुर्गावती नदी इस नजारे को और भी खूबसूरत बना देती है।

कैसे पहुँचे?

ट्रेन सेः अगर आप सासराम ट्रन से जाना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन सासाराम है। जहाँ से रोहतास सिर्फ 15 किमी. की दूरी पर है। आप टैक्सी बुक करके सासाराम से रोहतास पहुँच सकते हैं।

फ्लाइट सेः अगर आप फ्लाइट से रोहतास जाना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट पटना है। पटना से रोहतास लगभग 115 किमी. है। आप पटना से टैक्सी या बस से रोहतास पहुँच सकते हैं।

रोड सेः अगर आप खुद की गाड़ी से रोहतास आ रहे हैं तो नेशनल हाइवे-2 से रोहतास आप पहुँच जाएँगे।

क्या आपने कभी बिहार की ऐसी ही किसी जगह की यात्रा की है? अपने सफर का अनुभव यहाँ लिखें।

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