राजस्थान के इस वाटरफॉल को देख कर आपकी आँखें फटी की फटी रह जाएंगी

Tripoto
19th May 2023
Photo of राजस्थान के इस वाटरफॉल को देख कर आपकी आँखें फटी की फटी रह जाएंगी by Priya Yadav

राजस्थान का नाम लेते ही जेहन में जो तस्वीर दिखती है वो है खूबसूरत महलों और दूर तक फैले खूबसूरत रेत के मैदानो के,पर इसके अलावा भी राजस्थान की खूबसूरती दर्शाने के लिए वहां प्रकृति ने बहुत कुछ दिया है।जिसे देखकर आपको अपनी आंखों पर यकीन नहीं होगा।महलों और रेतो से हट कर राजस्थान की खूबसूरती का एक पहलू और भी है और वो है वहां की खूबसूरत पहाड़ और झरने। आज हम आपको राजस्थान के ऐसे ही एक खूबसूरत वाटरफॉल के बारे में बताएंगे जिसकी प्राकृतिक सुंदरता आपको अचंभित कर देगी। राजस्थान के बूंदी और कोटा शहर से कुछ ही दूरी पर स्थित भीमलत वाटरफॉल की खूबसूरती आपके मन को मोह लेगी तो आइए जानते है इस वाटरफॉल के बारे में।

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भीमलत वॉटरफॉल

भीमलत वॉटरफॉल राजस्थान के दक्षिणी क्षेत्र में बूंदी नामक जिले में बिजौलिया मार्ग पर स्थित है।यह वाटरफॉल बिजौलिया मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।झरना एक ऊंची पहाड़ी पर से 200 फीट नीचे गिरता है। जहां से यह झरना गिरता है वह भीमलत बांध भीलवाड़ा सीमा में आता है।बरसात के मौसम में इस वाटरफॉल की खूबसूरती और भी अधिक आकर्षक दिखाई देती है जब चारो तरफ हरियाली और पानी का वेग भी बढ़ा हो।बारिश के दौरान यहां आस-पास झरने बहते हैं, जो सुंदरता का अहसास कराते हैं। सावन में यहां का वातावरण और भी अधिक सुरम्य हो जाता है।प्राकृतिक और समृद्ध वन संपदा से भरपूर प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक भीमलत को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया गया है। यहां झरने के आस-पास रेलिंग और पर्यटकों के लिए बेंच लगाई गई है।भीमलत झरने के समीप ही प्राचीन भीमतल महादेव का मंदिर स्थित है।यह मंदिर जमीन से कुछ नीचे स्थित है और वहां तक सीढ़ियों से पहुंचा जा सकता है। इस मंदिर की खासियत यहां अनवरत रूप से शिव का अभिषेक होना है।

भीमलत वॉटरफॉल का ऐतिहासिक महत्व

भीमलत वाटरफॉल का संबंध महाभारत काल से माना जाता है।ऐसी मान्यता है ही महाभारत काल के दौरान जब पांडव अज्ञातवास के समय इस स्थान पर आए थे तब प्यास बुझाने के लिए भीम ने लात मारकर इस स्थान पर एक बड़ा गड्ढा बना दिया था जिसमे से जल की धारा फूट पड़ी थी जो आज भी इस स्थान पर बहती है।इसी कारण इस जगह को भीमलत के नाम से जाना जाता है।

भीमलत महादेव मंदिर

भीमलत झरने के समीप ही प्राचीन भीमतल महादेव का मंदिर स्थित है.।यह मंदिर जमीन से कुछ नीचे स्थित है ।यहां पर पहुंचने के लिए आपको सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ेगा।यहां स्थित महादेव के शिवलिंग की खास बात यह है कि यह चट्टानों से उतरा हुआ है और कभी भी शिवलिंग सूखा नहीं रहता।पहाड़ों से पानी शिवलिंग पर गिरता रहता है और महादेव का अभिषेक होता रहता है।इस मंदिर को देखकर आपको खजुराहो के मंदिरों का अहसास होगा।

भीमलत वॉटरफॉल में क्या करें

भीमलत वॉटरफॉल में मस्ती करने के बाद आप यहाँ आराम कर सकते हैं और यहाँ के स्वादिष्ट पकवानों का मजा ले सकते हैं। यहाँ पर कई जूस की दुकाने भी है, जहां पर आप जूस पीकर अपने शरीर को एनर्जी दे सकते हैं। अपनी भीमलत वॉटरफॉल (Bhimlat Waterfall) की यात्रा के दौरान आपको महादेव मंदिर के दर्शन भी अवश्य करना चाहिए।

भीमलत के प्रसिद्ध भोजन

भीमलत की यात्रा के दौरान आप यहां के भोज्य पदार्थो का का स्वाद चखना बिल्कुल न भूले। ये यहां की कुछ लोकप्रिय और प्रसिद्ध डिश हैं जैसे- खस्ता फ्राई, दाल बड़े, जूस, गट्टे की सब्जी, दाल बाटी चूरमा यहां के प्रमुख व्यंजन हैं।

भीमलत जलप्रपात घूमने जाने का सबसे अच्छा समय

यदि आप राजस्थान के भीमलत जलप्रपात घूमने जाने की योजना बना रहे हैं, तो हम आपको बता दें कि भीमलत जलप्रपात घूमने जाने के लिए सबसे अच्छा समय मानसून का माना जाता हैं। क्योंकि बारिश के मौसम में इस झरने का दृश्य देखने योग्य होता हैं। जब 60 मीटर की ऊंचाई से इसका पानी जोरदार कोलाहल के साथ नीचे कुण्ड में गिरता हैं।भीमलत जलप्रपात घूमने जाने का सबसे अच्छा समय जून से अक्टूबर के बीच है, जब मानसून रहता है।

कैसे पहुंचे

फ्लाइट से: यहाँ का निकटतम एअरपोर्ट जयपुर का सांगानेर हवाई अड्डा है जो बूंदी शहर से लगभग 200 कि।मी। की दूरी पर स्थित है। बूंदी शहर से भीमलत की दूरी 39 किलोमीटर है। आप टैक्सी या कैब की मदद से झरने तक पहुँच सकते हैं।

ट्रेन से: बूंदी शहर का निकटतम रेलवे स्टेशन कोटा में है। कोटा रेलवे स्टेशन भारत के सभी प्रमुख शहरों से ट्रेन के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। कोटा रेलवे स्टेशन से बस याटैक्सी के माध्यम से अपनी डेस्टिनेशन तक पहुँच सकते हैं।

सड़क मार्ग: बूंदी शहर जयपुर से 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप राजस्थान परिवहन की बस से भी बूंदी पहुँच सकते हैं या फिर अपनी कार या किसी प्राइवेट टैक्सी से भी यहाँ बड़ी आसानी से पहुँच सकते हैं।

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