विकिपीडिया के अनुसार " घूमने फिरने का अधिकार मानव के मूलभूत अधिकारों में से एक अवधारणा है जिसके अंतर्गत एक देश के निवासी को उस देश की सीमा का अंदर कहीं भी घूमने फिरने का हक़ है | " लेकिन हमारे देश में कई बार ऐसा भी हुआ है कि कुछ लोगों ने इस विचार की धज्जियाँ उड़ाते हुए अपने आप को नैतिकता और क़ानूनी आचार संहिता से ऊपर समझ लिया है |
मैं आप के लिए भारत में मौजूद 10 ऐसी जगहों की सूची लाया हूँ जो भारतीयों को प्रवेश ना देने के लिए बदनाम है | और तो और दिलचस्प व अपमानजनक बात तो यह है कि इनमें से कई स्थान आज भी भारतीयों के लिए प्रवेश वर्जित रखते हैं |
तो चलिए देखते हैं :
ऊनो-इन
1. ऊनो-इन होटल, बैंगलोर
आखरी बार आई खबर के अनुसार ये जगह बंद करवा दी गयी थी , इस होटल की स्थापना केवल भारत में आने वाले जापानी सैलानियों के मनोरंजन के लिए की गयी थी | एक प्रमुख दैनिक अख़बार में छपी रिपोर्ट के अनुसार ग्रेट बैंगलोर सिटी कॉरपोरेशन (जीबीसीसी) ने भारतीयों की ओर से लगातार आने वाली शिकायतों को गहराई से समझा और आख़िरकार इस नस्लवादी होटल को बंद करवा दिया है।
कसोल
2. फ्री कसोल कैफे, कसोल
एक सामान्य सा कैफ़े पिछले साल तब खबरों मे आया जब वहाँ के प्रबंधक ने भारतीयों को कैफ़े के अंदर प्रवेश करने से मनाही दे दी | इस कहानी के कई पहलू हैं | एक राष्ट्रीय अख़बार द्वारा समझी गई कहानी के अनुसार एक दिन कैफ़े के प्रबंधक शंकर का "मूड खराब" था, और इस वजह से उसने एक भारतीय लड़की को भोजन का मेन्यू दिखाने से इनकार कर दिया। हालाँकि कई लोगों ने यह शिकायत करी है कि कैफे में भारतीयों के खिलाफ नस्लवाद आम बात है। कसोल में स्थित होने के कारण यह सुनिश्चित हो गया है कि भारत के कुछ ऐसे लोकप्रिय स्थान भी हैं जहाँ भारतीयों का प्रवेश वर्जित है |
कुंदनकुलम
3. रूसी कॉलोनी, कुंदनकुलम
कई लोगों ने दावा किया है कि कुंदनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना के आवासीय परिसर में एक "रूसी कॉलोनी" है जहाँ भारतीयों को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। इस कॉलोनी में पावर प्रोजेक्ट के लिए काम करने वाले कई रूसी नागरिकों के घर है | कॉलोनी में घरों, होटलों, क्लब हाउस के साथ अन्य ज़रूरी सुविधाओं और खेल कूद के साधनों से परिपूर्ण है।
रेड लॉलीपॉप हॉस्टल
4. रेड लॉलीपॉप हॉस्टल, चेन्नई
मंडावली में स्थित यह ख़ास होस्टल केवल विदेशियों या बाहर रहने वाले भारतीयों के लिए ही आरक्षित है | कोई भारत में रहने वाला भारतीय यहाँ नही रुक सकता | अगर आप इस होस्टल की वेबसाइट को देखें तो वहाँ आप को बड़े बड़े शब्दों में लिखा मिलेगा कि "यह भारत में पहली बार आने वाले अतिथियों के लिए ही एक ख़ास तरह का होस्टल है जहाँ प्रवेश पासपोर्ट देख कर दिया जाता है | "
आरम्बोल
5. "केवल विदेशियों के लिए" समुद्र तट और रिहायशी झोपडियाँ, गोवा
गोवा के कुछ समुद्रतटों और रिहायशी झोपड़ियों में भारतीयों का प्रवेश वर्जित होने की सूचना मिलती रहती है | आरम्बोल तट पर स्थित एक बेहद लोकप्रिय रिहायशी झोपड़ी भारतीयों को कमरे तक उपलब्ध नहीं करवाती है क्योंकि यहाँ के प्रबंधकों का कहना है की भारतीयों की "नीयत खराब" होती है |
पुडुचेरी
6. "केवल विदेशियों के लिए आरक्षित" समुद्र तट, पुडुचेरी
गोवा के कुछ क़िस्सों और सूचनाओं की तरह ही पुडुचेरी में भी समुद्र तट के किनारे कुछ ऐसे निजी रेस्तराँ और होटल हैं जहाँ भारतीयों का प्रवेश वर्जित है |
ब्रॉडलैंड्स
7. ब्रॉडलैंड्स होटल, चेन्नई
यह होटल जो देखने में लगता है मानो हिप्पी दौर से निकल कर आया हो, हाल ही में सुर्ख़ियों में आया था जब भारतीयों ने यहाँ कमरा बुक करने की कोशिश की | सन 2010 में एक महत्वपूर्ण अख़बार द्वारा निकाली गयी रिपोर्ट के अनुसार अगर आप के पास विदेश का पासपोर्ट नहीं है तो इस होटल में कमरा बुक करना तो भूल ही जाइए |
नोरबुलिंगका संस्थान
8. नोरबुलिंगका कैफे, धर्मशाला
इंटरनेट पर डाले गये कई दावों के अनुसार इस कैफ़े में हर उस शक्स को प्रवेश देने से मना कर दिया जाता है जो थोड़ा सा भी भारतीय प्रतीत होता है | अगर ये दावे सच निकले तो इससे बड़ा नस्लवाद का उदाहरण दूसरा कोई और नहीं हो सकता |
अरुणाचल प्रदेश
9. अरुणाचल प्रदेश का वा हिस्सा जो चीन के क़ब्ज़े में है, अरुणाचल प्रदेश
भारत का स्वर्ग कहे जाने वाले उत्तर पूर्वी इलाक़ों से कई खबरें और कहाँिया आती ही रहती हैं जिनके अनुसार भारतीय राष्ट्रीयता वाले किसी भी व्यक्ति को ऐसे कई क्षेत्रों में प्रवेश करने की सख़्त रूप से मनाही है जो चीन ने अपने क़ब्ज़े में कर रखे हैं |
डपसांग
10. सासेर ला, डपसांग
रिपोर्ट के अनुसार ससोमा से आगे का इलाक़ा, उदाहरण के तौर पर कहे तो सासेर ला और डपसांग मैदान के पहाड़ी बेस परमिट सिस्टम का हिस्सा नहीं हैं | यहाँ घूमने के लिए आप को भारतीय सेना और गृह मंत्रालय की अनुमति की आवश्यकता पड़ती है | माना जाता है कि अनुमति पाने का सबसे अच्छा तरीका है विदेशी राष्ट्रीयता प्राप्त कर लीजिए और लिया जाने वाला शुल्क चुका दीजिए | 4 भारतीयों वाले 8 लोगों के समूह का प्रवेश शुल्क है 8000 रुपये |
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