जैसे ही भारत के उन शहरों की बात आती है जो अपने रंगों की वजह से मशहूर है तो हम सभी के दिमाग में गुलाबी शहर कहा जाने वाला जयपुर याद आता है। करीब 95% लोग जानते हैं की जयपुर को इस नाम से जाना जाता है पर जयपुर के इस नाम के पीछे की कहानी क्या है इसके बारे में 50% लोग भी नहीं जानते। इसलिए मैं आज उन सभी रंगीन शहरों के पीछे की कहानी बताउंगी ताकि अगली बार कोई आपसे पूछे की इस शहर का नाम इस रंग से क्यूँ है तो आपके पास जवाब तैयार हो।
1. जयपुर, द पिंक सिटी

राजस्थान तो अपने विभिन्नताओं के लिए पहले से ही मशहूर है और उसके खूबसूरती में चार चाँद लगाता है ये गुलाबी शहर। ऐसा माना जाता है की 1876 वेल्स के राजकुमार और महारानी विक्टोरिया जयपुर आने वाले थे और उस वक़्त शहर के राजा थे महाराज सवाई मान सिंह जिन्होंने राजकुमार और महारानी विक्टोरिया के स्वागत के लिए यह आदेश दिया की पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंग दिया जाए। उस आदेश के बाद से आज तक जयपुर के हर घर को गुलाबी रंग से रंगा जाता है और पूरे विश्व में शहर की गुलाबी खूबसूरती की चर्चा है।
2. जोधपुर, द ब्लू सिटी

राजस्थान की एक और बेहतरीन खूबसूरती है जोधपुर जिसे हम ब्लू सिटी के नाम से भी जानते हैं। जोधपुर पहुँचते ही आपको नीले आसमान जैसी खूबसूरती धरती पर नज़र आएगी। शहर की सबसे ऊँची चोटी मेहरानगढ़ के किले में जाईये और वहाँ से इसे नीले शहर की सुन्दरता को देखिए। ऐसा माना जाता है कि शहर के घरों को नीले रंग से रंगने का काम वहाँ के ब्राह्मण समाज के लोगों ने किया था ताकि शहर को एक अलग रूप दे सकें। समय के साथ-साथ शहर के लोगों ने इसे अपना लिया और वहाँ आम तौर पर सभी घर आपको नीले रंग के ही मिलेंगे। एक मान्यता यह भी है की नीला रंग कीड़ों को दूर भगाता है। इस तरह हम जोधपुर को द ब्लू सिटी के नाम से भी जानते हैं।
3. उदयपुर, द वाइट सिटी

उदयपुर, राजस्थान को वो शहर जिसे झीलों का शहर और द वाइट सिटी भी कहा जाता है। उदयपुर को सफ़ेद शहर कहने का कारण है वहाँ के सफ़ेद संगमरमर की कारीगरी। वहाँ के राजा महाराजाओं के महलों में आपको संगमरमर की बारीक़ कारीगरी देखने को मिलेगी। यह शहर वेनिस ऑफ़ द ईस्ट के नाम से भी प्रसिद्ध है। अगर आपको आलिशान महल और झीलों की शांति महसूस करनी हो तो राजस्थान की वाइट सिटी ज़रूर जायें।
4. जैसलमेर, द गोल्डन सिटी

जैसलमेर, राजस्थान का सुनहरा शहर। भारत का सबसे बड़ा रेगिस्तान है थार रेगिस्तान जो यात्रियों के बीच काफ़ी मशहूर है। इस रेगिस्तान में जब सूरज की किरणें पड़ती हैं तो इसका रंग सुनहरा या भूरा हो जाता है। थार रेगिस्तान के इस रंग के कारण ही जैसलमेर को सुनहरे शहर का नाम मिला है। इस सुनहरे रंग और शहर को देखने के लिए हर वर्ष सैंकड़ों यात्री यहाँ आते हैं। यहाँ के अनेकों रंग, यहाँ का राजस्थानी गाना और नृत्य इन सभी की ओर यात्री खिंचे चले आते हैं। यहाँ का पारम्परिक नृत्य कलबेलिया यात्रियों के बीच काफी प्रसिद्ध है।
5. तिरुवनंतपुरम, द एवरग्रीन सिटी

ऐसे तो केरल का हर शहर ही हरियाली से भरा है पर ये तिरुवनंतपुरम ही था जिसे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने एवरग्रीन सिटी का नाम दिया था। अरेबियन महासागर और पश्चिमी घाटी के पास बसा यह शहर हरियाली से भरपूर है। इसलिए अगर आपको भारत की प्राकृतिक सुन्दरता का मज़ा लेना है तो तिरुवनंतपुरम ज़रूर जायें।