अगर भारत घूमने वालों से उनकी पसंदीदा बीच डेस्टिनेशन पूछी जाए तो ज़्यादातर लोगों को गोवा के अलावा कोई दूसरा नाम नहीं सूझता। लेकिन भारत के पूर्वी घाटों में 7500 कि.मी. लम्बा इलाक़ा सैकड़ों घाटों से भरा हुआ है जिसे आपको कम से कम एक बार देखने की ज़रूरत है।फ़िलहाल तो स्थिति सुधरने का इंतज़ार करें। पर लॉक डाउन खुलने के बाद जब भी घूमने का समय उचित हो इन जगहों पर ज़रूर जाएँ:
1. गोपालपुर बीच
सूरज की मद्धम धूप में हौले हौले अपना रंग बदलती रेत और नज़रों के सामने अटखेलियाँ करता समन्दर का ठंडा ठंडा पानी, ऐसा सुकून भरा नज़ारा होता है शाम के वक़्त गोपालपुर बीच का। कभी-कभी तो मुझे ख़ुद यकीन नहीं होता कि दुनिया घूमने वालों की नज़र इस पर अब तक क्यों नहीं गई। अपनी लाल छटा बिखेरता हुआ सुबह का सूरज और हाथ में जाल लेकर अपने घरों से निकलते हुए मछुआरे आपने नहीं देखे हैं, तो भाई आप पक्का कुछ मिस कर रहे हो। और बाकी सब छोड़ भी दो, आपको यहाँ पर स्कूबा डाइव से लेकर विंड सर्फ़िंग, पैडल बोटिंग और कई सारे पानी वाले स्पोर्ट्स भी मिल जाएँगे।
बीच के अलावा और क्या देखें- ब्रह्मपुर में रेशम की साड़ियाँ बहुत प्रसिद्ध हैं। तरातरिणी मंदिर में दर्शन कर मन को शान्ति मिलती है। पास में ही आप चिल्का झील घूमने निकल सकते हैं, जहाँ कई देशों के पंछियों का जमावड़ा लगा रहता है। बगल के तपतापानी नामक जगह में आप पानी में डुबकियाँ लगा सकते हैं।
घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे बढ़िया है।
कैसे पहुँचें?
ट्रेन मार्ग : उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर (BBS) से गोपालपुर बीच के नज़दीक ब्रह्मपुर रेलवे स्टेशन (BAM) के लिए ट्रेन जाती है जो आपको लगभग 2:30 घंटे में मंज़िल तक पहुँचा देगी।
सड़क मार्ग: भुवनेश्वर से ब्रह्मपुर की दूरी 180 कि.मी. है और बस का न्यूनतम किराया ₹250 है।
हवाई मार्ग: ब्रह्मपुर के सबसे नज़दीक हवाई अड्डा भुवनेश्वर (BBI) का है।
2. चाँदीपुर
बालेश्वर ज़िले के शान्त वातावरण में चाँदीपुर का ये सुकून भरा बीच समुद्री ज्वार की अनोखी घटना का उदाहरण है। यहाँ समुद्री ज्वार के कारण पानी कई किलोमीटर दूर से रिसता है और धीरे धीरे करके ताल से ग़ायब हो जाता है और दर्शकों की आँखें फटी की फटी रह जाती हैं। समुद्र तट का पेड़ों से घिरा हुआ इलाक़ा आपको एक सदी पीछे खींच के ले जाता है, ऐसी दुनिया जो आपको दिल्ली की कंक्रीट वाली इमारतों में तो कतई न मिलेगी।
अगर आप सचमुच में प्रकृति प्रेमी हैं तो घोड़े की नाल केकड़ों के लिए प्रसिद्ध यह निवास स्थान चाँदीपुर सिर्फ़ आपके लिए ही है।
अक्टूबर से मार्च का समय बेस्ट रहेगा।
कैसे पहुँचें?
ट्रेन मार्ग : उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर (BBS) से चाँदीपुर के नज़दीकी बालासोर रेलवे स्टेशन (BLS) के लिए ट्रेन जाती है जो आपको लगभग 4:00 घंटे में मंज़िल तक पहुँचा देगी।
सड़क मार्ग : भुवनेश्वर से बालासोर की दूरी 200 कि.मी. है और बस न्यूनतम किराए ₹200 में आपको मंज़िल तक पहुँचा देगी।
हवाई मार्ग : बालासोर के सबसे नज़दीक हवाई अड्डा भुवनेश्वर (BBI) का है।
3. रामकृष्ण बीच
विशाखापट्टनम के आख़िरी कोने में बसा हुआ रामकृष्ण बीच आंध्र प्रदेश का सबसे जोरदार बीच है। डूबता हुआ सूरज रामकृष्ण बीच का बेस्ट अनुभव है। इस बीच का नाम रामकृष्ण मिशन के नाम पर रखा गया है। माँ काली का मंदिर यहाँ से पास में ही है, इसलिए शाम के वक़्त भक्तों की भीड़ इस बीच पर भी ख़ूब आती है। दोस्तों के साथ घूमने के लिए, एक हसीन शाम की ख़्वाहिश में या फिर अच्छे आंध्रा स्टाइल डिनर के लिए भी ये बीच एक बहुत अच्छा ऑप्शन है।
घूमने के लिए विशेष जगहें- सबमरीन संग्रहालय, काली माता मंदिर, वुडा पार्क, मत्स्यदर्शिनी और युद्ध के शहीदों का स्मारक बीच से सटी रोड पर एक क़तार में लगे हैं।
घूमने का सबसे सही समय अक्टूबर से मार्च का है।
कैसे पहुँचें?
ट्रेन मार्ग : उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर (BBS) से रामकृष्ण बीच के सबसे नज़दीकी विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन (VSKP) के लिए ट्रेन जाती है जो आपको लगभग 8:00 घंटे में मंज़िल तक पहुँचा देगी।
सड़क मार्ग: भुवनेश्वर से विशाखापट्टनम की दूरी 450 कि.मी. है और बस ₹800 के न्यूनतम किराए में आपको मंज़िल तक पहुँचा देगी।
हवाई मार्ग : रामकृष्ण बीच के सबसे नज़दीक हवाई अड्डा विशाखापट्टनम (VTZ) का है।
4. रुशिकोंडा
विशाखापट्टनम से महज़ 20 कि.मी. दूर रुशिकोंडा का बीच आपका दिल चोरी कर लेगा। उगता हुआ सूरज रुशिकोंडा का बेस्ट अनुभव है। यह बीच रामकृष्ण बीच से कुछ छोटा है और एकांत वाली जगह है। अपनी परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने के लिए तो यह जगह जन्नत है। ताड़ और आम के पेड़ों से घिरा हुआ ठंडा बीच, उसके ऊपर सूरज की रौशनी में डूबा बंगाल की खाड़ी वाला गर्म पानी आपकी सालों की थकन दूर कर देता है। पैरासेलिंग और सर्फ़िंग करने वालों के लिए भी ये जगह ख़ास है।
घूमने के लिए और जगहें भगवान शिव का कैलाशगिरी मंदिर, आईएनएस सबमरीन संग्रहालय के अलावा कंबलाकोंडा अभयारण्य और विशाखापट्टनम चिड़ियाघर रुशिकोंडा के नज़दीक ही हैं।
घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च की टिकट बुक कराएँ।
कैसे पहुँचे?
ट्रेन मार्ग: उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर (BBS) से रुशिकोंडा बीच के नज़दीकी विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन (VSKP) के लिए ट्रेन जाती है जो आपको लगभग 8:00 घंटे में मंज़िल तक पहुँचा देगी।
सड़क मार्ग : रुशिकोंडा के लिए भुवनेश्वर से विशाखापट्टनम की दूरी 450 कि.मी. है और बस ₹800 के न्यूनतम किराए में आपको मंज़िल तक पहुँचा देगी।
हवाई मार्ग: रुशिकोंडा बीच के सबसे नज़दीक हवाई अड्डा विशाखापट्टनम (VTZ) का है।
5. इलियट बीच
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से 13 कि.मी. दूर बसंत नगर में फैला इलियट बीच शहर के पागलपन से दूर एक सागर की गहराइयों सी शान्ति देता है। अडयार नदी यहाँ से ही समुद्र में मिलती है। आस-पास के लोग इसे "बेसी" के नाम से ज़्यादा जानते हैं। कॉलेज के दोस्तों के साथ घूमने का काफ़ी अच्छा टूरिस्ट स्पॉट आपको इलियट बीच में मिलेगा।
घूमने के लिए और जगह- अष्टलक्ष्मी मंदिर और वेलंगिनी चर्च बीच से ख़ास दूर नहीं हैं।
सबसे बेहतरीन अनुभव के लिए दिसम्बर बढ़िया है। बाकी घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च का समय परफ़ेक्ट है।
कैसे पहुँचे?
ट्रेन मार्ग: इलियट बीच के सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन तमिलनाडु का चेन्नई रेलवे स्टेशन (MAS) है जो बीच से करीब 16 कि.मी. की दूरी पर है।
सड़क मार्ग: इलियट बीच के लिए चेन्नई रेलवे स्टेशन से आपको लगातार बसें मिल जाएँगी।
हवाई मार्ग : इलियट बीच के सबसे नज़दीक हवाई अड्डा चेन्नई (IATA: MAA, ICAO: VOMM) का है।
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