भारतीय रेल, जहाँ की आबोहवा ही कुछ अलग-अलग होती है। रेल के सफर में अजनबी भी अपने बन जाते हैं। एक-दूसरे के साथ बातों के साथ-साथ खाना भी शेयर करते हैं। इसलिए तो रेल के सफर सबसे खूबसूरत शहर है। यहाँ पूरे देश के लोग मिलेंगे और उनकी संस्कृति भी। एक जगह पर इतनी संस्कृति को देखना बहुत मुश्किल है लेकिन रेल के सफर में इसके दर्शन आपको रोज हो जाएंगे। रेल के साथ-साथ हर रेलवे स्टेशन कुछ खासियत रखता है और रेल के सफर की सबसे खूबसूरत बात है वहाँ का खाना। जो लोग बड़े चाव से खाते हैं और खाए भी क्यों न, होता ही इतना मज़ेदार।
रेल की यात्रा में नागालैंड से लेकर गुजरात का मीठा स्वाद आपको मिल जाएगा। एक ही सफर में भोजन में विवधाताएँ रेल ही दे सकती है। अगर आपने अलग-अलग रेलवे स्टेशन के जायजा का चटखारा नहीं लिया है तो निकल पड़िए एक सफर पर। आपकी थोड़ी कठिनाई कम करने के लिए हम आपके लिए कुछ स्टेशनों के लज़ीज़ फूड के बारे में बता रहे हैं, जिनका स्वाद ज़रूर लें। मुझे तो ट्रेन से यात्रा करना, लोगों से बात करना और ट्रेन रूकने पर उस स्टेशन के स्थानीय फूड का स्वाद लेना बहुत पसंद है।
यहाँ मैं अपने 15 पसंदीदा रेलवे स्टेशनों के बारे में बता रह हूँ जहाँ आप बेहतरीन और लाजवाब खाने का स्वाद ले सकते हैं।
1. रतलाम स्टेशन पर कांदा पोहा
हर किसी को पता है के मध्य प्रदेश के लोगों की सुबह पोहे से होती है। वही कुछ मध्य प्रदेश के रतलाम रेलवे स्टेशन पर भी मिल जाएगा। लेकिन रतलाम जंक्शन का पोहा लोगों को बड़ा पसंद आता है। इस कांदा पोहा को दुकानदार देसी तरीके से बनाते हैं। जिसे देखकर लोग अपने आपको पोहा लेने से रोक नहीं पाते हैं। आपका सफर भी रतलाम रेलवे स्टेशन से हो तो चाय के साथ इस पोहे का स्वाद लेना न भूलिएगा।
2. अजमेर स्टेशन पर कढ़ी कचौरी
राजस्थान का स्पेशल नाश्ता है, कढ़ी कचौरी। कढ़ी-कचौरी का जो बनाने का तरीका है वो भी देखने लायक है। कचैरी को कैंची से काटकर खस्ते के रूप में डाल जाता है और फिर उसमें गर्म-गर्म दही कढ़ी को मिला देते हैं। इसको दुकानदार अजमेर स्टेशन पर बेचते हुए आसानी से दिख जाएंगे। यदि आपने पहले से ही इसका स्वाद लिया है तो आपको तो स्वाद पता ही होगा और आप लेने से चूकेंगे नहीं। जिन्होंने अभी तक कढ़ी-कचौरी नहीं खाई है वो जरूर इस फूड को खाएं। मेरा दावा है कि आप जब भी दोबारा कढ़ी कचौरी देखेंगे तो लेने से चूकेंगे नहीं।
3. जालंधर स्टेशन पर छोले भटूरे
पंजाब जहां की सुबह परांठों से होती है और लस्सी तो उनके लिए पानी की तरह है। चिकन तो उनके दिल में बसता है, उसे देखकर ही मुंह में पानी आ जाता है। ऐसे ही लाजवाब खाने से भरा हुआ है पंजाब। लेकिन पंजाब की एक डिश के बारे में भूल गया, छोले-भटूरे। पंजाब के हर गली-मुहल्ले में छोले-भटूरे की दुकान मिल जाएगी। पंजाब में छोले भटूरे के कई बड़े भोजनालय हैं। जब पंजाब के हर जगह छोले भटूरे हैं तो रेलवे स्टेशन कैसे छूट जाएगा? जालंधर रेलवे स्टेशन के छोले भटूरे सबसे ज्यादा फेमस हैं। अगर आपने यहां के छोले भटूरे मिस कर दिए तो बहुत कुछ मिस हो जाएगा।
4. अमृतसर स्टेशन की फेमस अमृतसरी लस्सी
यदि आप पंजाब में हैं तो बिना लस्सी पीकर लौट आओ ऐसा हो नहीं सकता। वो पंजाब ही क्या देखा? जब हाथ में लस्सी का गिलास न आया हो। अमृतसर रेलवे स्टेशन की लस्सी सबसे अच्छी है और फेमस भी है। बस इतना ध्यान रखना कि बड़े गिलास के पीने के लिए पेट में जगह हो। अमृतसर से होकर कहीं जा रहे हो तो लस्सी को पीकर कुछ मीठा हो जाए।
5. गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर लाल साह
देश में सबसे ज्यादा चाय का उत्पादन असम में होता है। यहां के रोलिंग टी गार्डन्स दुनिया की बेहतरीन चाय का उत्पादन करते हैं। उसी टी गार्डन्स को देखने के लिए पूरी दुनिया से पर्यटक आते हैं। यही चाय हजारों लोगों की आजीविका का माध्यम है। यहा की चाय सबसे अच्छी मानी जाती है और चाय में भी बहुत सरी वैरायटी हैं। जिनमें सबसे अचछी होती है, लाल साह। यही वजह है कि लाल साह लोगों की पसंदीदा चाय बनी हुई है। लाल शाह बिना दूध के चीनी के साथ बनाई जाती है और असम के गुवाहटी रेलवे स्टेशन के अलावा, कई और स्टेशनों पर भी मिल जाती है।
6. कर्जत स्टेशन पर वड़ा पाव
आपकी यात्रा मराठा यानी महाराष्ट से होकर गुजर रही हो और रेलवे स्टेशन पर दिखते वड़ा पाव से मुंह फेर लेना किसी पाप से कम नहीं है। महाराष्ट के वड़ा पाव की तो दुनिया दीवानी है तो आप कैसे मुंह फेर सकते हैं। वड़ा पाव को अच्छे से तल कर दिया जाता है, जो मुंह में पहुंचकर पूरी तरह से घुल जाते हैं और दिमाग पर छाप छोड़ देते हैं। वड़ा पाव के साथ जीने की चटनी तो सोने पर सुहागा का काम करती है। कर्जत रेलवे स्टेशन के आस-पास का सुरम्य दृश्य वड़ा पाव की झांकी से होता है। उस दृश्य का अनुभव कुछ ऐसा है कि आप वड़ा पाव को लेने से अपने हाथ को रोक ही नहीं पाएंगे।
7. हावड़ा में चिकन कटलेट
चाहे मटन हो, मछली या चिकन, कटलेट या चॉप, कोलकाता शहर के लोग इस कम्फर्ट स्नैक को बहुत पसंद करते हैं। लोग बड़े आराम से इसे खाते हैं। ये इतना फेमस है कि लोग शहर के रेलवे स्टेशन तक भी ये सब खाने के लिए चले जाते हैं। हावड़ा रेलवे स्टेशन पर, शहर के कुछ बेहतरीन कटलेट वेंडर हैं और यहां के चिकन कटलेट का तो जवाब ही नहीं हैै। अगर आप हावड़ा जा रहे है ंतो हावड़ा रेलवे स्टेशन की भीड़ को छोड़कर इस कटलेट का मजा लें।
8. टुंडला में आलू की टिक्की
टुंडला, शायद ही आपने इस जगह का नाम सुना होगा। रिमोट इलाके होने के बावजूद उत्तर प्रदेश की ये जगह जायके के मामले में किसी भी जगह से पीछे नहीं है। वैसे तो उत्तर प्रदेश के हर शहर में आलू टिक्की मिल जाएगी लेकिन टुंडला की आलू टिक्की जैसा स्वाद और कहीं नहीं मिलेगा। टिक्की में मीठे और मसाले का परफेक्शन इस जगह पर ही है। अगर आप आलू टिक्की खाने के शौकीन हैं तो टुंडला स्टेशन पर उतरिए, आपकी इच्छा जरूर पूरी हो जाएगी। कुछ लोग तो इस जगह पर इसलिए ही आते हैं क्योंकि उनको आलू टिक्की खानी होती है।
9. चित्तौड़गढ़ स्टेशन पर पकौड़े
राजस्थान तो अपने शाहीपन के लिए जाना जाता है। आप तो यही सोचते होंगे कि यहां का सबसे अच्छा खाना पकवानों से भरी राजस्थानी थाली है, लेकिन ऐसा नहीं है। अगर आप चित्तौगढ़ जा रहे हैं तो शहर के किले, महलों को पार करके रेलवे स्टेशन जाएं और चाय के साथ पकौड़े लें। तब आपको पता चलेगा कि राजस्थान के लोग सादा खाने के भी शौकीन हैं। चित्तौगढ़ रेलवे स्टेशन की खासियत पकौड़े हैं। यहां जाएं और चाय के साथ पकौड़े का स्वाद लें।
10. मद्दुर में मद्दुर वड़ा
कर्नाटक भी कुछ खासियत लिए बैठा है। इसी राज्य के शहर मांडया में मदुर वड़ा बहुत फेमस है, जो पूरी तरह से बिस्कुट की तरह होता है। यहां दिलकश शाम में इस स्वादिष्ट वड़े के साथ एक कप चाय के साथ शाम का नाश्ता होता है। अगर आप मदुर स्टेशन पर रुकने वाली ट्रेन में कभी होंगे, तो आपको ट्रेन से उतरने की भी जरुरत नहीं पड़ेगी और गर्मागर्म वड़े के पास पहुंच जाएंगे।
11. चेन्नई सेंट्रल स्टेशन पर घी प्याज रवा डोसा
कई लोगों का मानना है कि दक्षिण भारत में हर जगह मिलने वाला खाना एक जैसा ही होता है, अगर आप भी ऐसा ही कुछ सोचते हैं तो आप गलत हैं। आप जो दक्षिण भारत में डोसा खाते हैं, अलग-अलग जगह उसका अलग स्वाद होता है। इनमें मुझे तमिलनाडु का डोसा सबसे अच्छा लगता है। चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर तो डोसा कई अलग-अलग वैराइटी के बनते हैं लेकिन मैं इस बात की गारंटी ले सकता हूं कि घी प्याज रवा डोसा खाने के बाद आप इसे बार-बार मांगेंगे।
12. चारबाग स्टेशन की लखनवी बिरयानी
नवाबों के शहर लखनऊ का जिक्र होते ही बहुत सारे स्वादिष्ट व्यंजनों की तस्वीर आंखों के सामने आने लगती है। लखनऊ के खाने में जादू है इस शहर की तरह। चाहे वो मशहूर टुंडे के कबाब हों या लाजवाब चाट। लखनऊ खाने के शौकीन वाली शख्सियत के लिए सबसे मुफीद जगह है। इस शहर के बारे में सबसे अच्छी बात ये है कि आपको इन सभी लजीज व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए गलियों में भटकने की जरूरत नहीं है। चारबाग रेलवे स्टेशन अपने आप में ही एक खाने का खजाना है और यहां मिलने वाली लखनवी बिरयानी तो लाजवाब है। जिसे खाकर आपको लखनऊ से इश्क हो जाएगा।
13. खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर आलू पूरी
खड़गपुर कई बड़े शहरों की तरह ही एक स्टूडेंट हब है, यहां स्टूडेंट्स की आबादी ज्यादा हे। यही वजह है कि यहां खाने-पीने की बहुत सारी ऐसी जगहें हैं जो सस्ती भी हैं और स्वादिष्ट भी। इनमें से एक मजेदार जगह जो हर किसी को आकर्षित करती है, खड़गपुर रेलवे स्टेशन। इस व्यस्त स्टेशन पर खाने के लिए सबसे मशहूर है दम आलू। जो गर्मागर्म तली हुई पूरियां के साथ मजा ही आ जाता है। यहां दम आलू और पूरी बेचने वालों की लाइन लगी रहती है। आप चाहे इन्हें नाश्ते में खाएं या लंच में ये आप पर डिपेंड करता है।
14. जमशेदपुर के टाटानगर स्टेशन पर फिश करी
रेलवे स्टेशन की कैंटीन में खाना खाने से पहले कई बार सोचते हैं, क्या करें वहां की क्वालिटी ही कुछ ऐसी ही होती है। लेकिन जरूरी तो नहीं हर जगह अनुभव खराब ही हो। जमेशदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन की कैंटीन में आए तो अपने पुराने अनुभवों को भूलकर नया अनुभव लें। इस कैंटीन का खाना खाकर आप यही कहेंगे कि इसका तो कोई जवाब नहीं। ये कैंटीन दिखने में वैसी ही है जैसी बाकी रेलवे स्टेशन पर होती है, लेकिन यहां के खाने की कोई तुलना नहीं है। कैंटीन में फिश करी बनती है। उसके लिए ताजा मछली और सादे उबल चावल से बनाई जाती है और फि स्वादिष्ट फिश करी का मजा लेते हैं। अगर आपको यहां आने का मौका मिले तो जरूर खाएं।
15. मथुरा स्टेशन पर पेड़ा
आप मीठा खाने के शौकीन हो या न होे लेकिन आपले मथुरा के फेमस पेड़ों के बारे में जरूर सुना होगा। कई वैरायटी और अलग-अलग फ्लेवर में मिलने वाले ये पेड़े सालों से मथुरा के आकर्षण का केंद्र रहे हैं। इस शहर की कुछ सबसे फेमस मिठाई मथुरा स्टेशन पर रुकने वाली गाड़ियों के अंदर पेड़ों के डब्बे बेचते हुए नजर आते हैं। जिसे देखकर मेरा दिल तो एक-दो डब्बों पर कभी रुकता ही नहीं, दोस्तों और परिवार के लिए जी-भर के ले जाता हूं। अगर आपकी गाड़ी भी मथुरा से गुजर रही है तो पेड़े लेना मत भूलिएगा।