मॉनसून किसी मैजिक से कम नहीं है। हो सकता है कि इस मामले में सबकी राय अलग हो क्योंकि बाढ़ और पानी की वजह से स्कूल हफ्ते भर बंद रहते हैं। बच्चे इन छुट्टियों का आनंद तो लेते ही हैं, साथ ही बड़े भी आराम फरमाते हुए लज़ीज़ खाने का लुत्फ़ उठाते पाए जाते हैं। मॉनसून में मौसम साफ़ और सुहाना हो जाता है जो कि सबको अपनी ओर आकर्षित करता है। जब शाम के समय थोड़ी ठंड महसूस होती है तो लोग गरम चीजें खाना पसंद करते हैं। ऐसे समय सभी अपने-अपने हिसाब से मौसम के मज़े लेते होंगे। गर्मी से निजात पाने और मॉनसून का लुत्फ़ उठाने सैलानी बाहर निकलना चाहते हैं। यहाँ हम उन जगहों को लिस्ट करने जा रहे हैं जो कि बेहतरीन मॉनसून डेस्टिनेशन के रूप में सबसे ज्यादा पसंद की जाती हैं:
1. मेघालय
उत्तर पूर्व में बहुत सारी जगहें हैं जो वास्तव में सुंदरता से भर जाते हैं जब बादलों और बारिश का समय होता है। मेघालय ऐसे ही कई गुणों की वजह से मेरा पसंदीदा है, हालांकि सिक्किम भी मेरे दिल के करीब है लेकिन मॉनसून में मेघालय की बात निराली है (सॉरी, सिक्किम!)। सबसे मुख्य आकर्षण है चेरापूंजी, मावस्मई गाँव, पूर्वी खासी हिल्स जो कि धरती के खूबसूरत जगहों में शुमार है। आपको भी अगर ऐसा ही लगता है तो इसका लाभ ज़रूर उठाएँ। आप मॉनसून के दौरान यहाँ जाएँ और देखें कि कितना भीगा जा सकता है! नोहसिंगिथियांग फॉल्स (315 मीटर, कई भागों वाले झरने) भी इस समय अपने बेहतरीन फॉर्म में रहते हैं। अगर आप मॉनसून ट्रेक पर हैं, तो आपको नोंगखनुम द्वीप पर जाना चाहिए और लैंगशियांग फॉल्स (337 मीटर) पर भी 10 कि.मी. की दूरी तय करनी चाहिए। अगर आप ड्राइव या ट्रेक नहीं करना चाहते हैं, तो बस शिलांग में रहें और हरियाली का आनंद लेते हुए तरोताज़ा हो जाएँ।
2. कूर्ग
कूर्ग में भी झरना ही प्रमुख आकर्षण है, लिहाजा आप मॉनसून में यहाँ आ सकते हैं लेकिन थोड़ी सावधानी रखें। ड्राइव करते वक्त आपको संभल कर रहना होता है। कूर्ग में आपको ज्यादातर होम स्टे की सुविधा मिलेगी, और एक आलसी, बरसाती सप्ताह बिताने के लिए कॉफ़ी एस्टेट एक शानदार जगह है और इसमें बहुत सारी कॉफी और बेहतरीन भोजन उपलब्ध हैं। दूसरा आकर्षण ये है कि मॉनसून के दौरान तालकावेरी जैसी जगहों पर जाकर बेहतरीन अनुभूति होती है। यहाँ आप बादलों के बीच सैर करने का आनंद ले सकते हैं। बादलों में घूमते हुए आपको यकीन ही नहीं होगा कि आप आसमान में टहल रहे हैं या धरती पर हैं।
3. बूंदी
बात जब राजस्थान की हो तो आप हरियाली की कल्पना नहीं कर पाते, जो कि बहुत ही गलत बात है। मॉनसून के दौरान बूंदी गाँव में जाएँ तो आप देखेंगे कि आप गलत सोचते हैं। सबसे पहले तो मॉनसून के दौरान भीमताल फॉल्स आपको आकर्षित करता है जो कि गाँव के बाहर है। बरसात के दिनों में यह बेहद खूबसूरत लगता है। तारागढ़ किले से नीचे देखने पर हरियाली आँखों के सामने तैरने लगती है, साथ ही महल और किला देखकर आप लट्टू हो जाते हैं। गाँव लघु चित्रों और कुओं के लिए भी काफी प्रसिद्ध है।
4. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
आप कहेंगे कि ये क्या बात हुई? ये तो मॉनसून के दौरान बंद रहता है! हाँ, आप सही जानकारी रखते हैं लेकिन यहाँ कुछ सीक्रेट है जो आप नहीं जानते! दरअसल जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का अधिकांश हिस्सा मॉनसून के दौरान बंद रहता लेकिन एक इलाका झिरना खुला होता है। अब मॉनसून के समय आपको भले ही बड़ी बिल्लियाँ न दिखे लेकिन हिरण, मृग, भालू और अन्य ऐसे कई जानवर दिखाई देंगे। आप जीप सफारी ले सकते हैं, और पूरा पार्क मॉनसून वनस्पतियों से पूरी तरह से बदले स्वरूप में देखकर चकाचौंध हो जाएँगे। आपको यहाँ रहने के लिए घर आसानी से मिल जाता है क्योंकि मॉनसून पीक सीजन नहीं होता है। आप कोसी नदी पर वाइट वाटर राफ्टिंग कर सकते हैं जो कि साल के बाकी समय में नहीं किया जा सकता है।
5. दार्जिलिंग
आपने ज़रूर सोचा होगा कि इस लिस्ट में सिक्किम भी होगा, लेकिन ऐसा है नहीं! खैर, मैंने इस पर विचार किया, क्योंकि मैंने कुछ साल पहले सिक्किम में मॉनसून वीक गुजारा था और मैंने बादल और रिमझिम फुहारों की अपेक्षा की थी लेकिन सूरज ने सारे सपने चकनाचूर कर दिए। बारिश के बदले धूप सेंकने को मिला, जो कि मॉनसून मनाने के लिहाज से बेहद निराशाजनक रहा। लेकिन जून के महीने में गर्मी के साथ दार्जिलिंग में मॉनसून दस्तक देता है। बारिश खूब मुसलाधार तो नहीं लेकिन ठीक-ठाक होती है जिसका आप आनंद ले सकते हैं। अमूमन ऐसे समय कभी धूप तो कभी बारिश होती है। टूरिस्ट भी अधिक देखने को नहीं मिलते हैं। जुलाई में, आपको साफ़ आसमान देखने को मिलेंगे। लेकिन अगर आप गम बूट्स में घूमना पसंद करते हैं, तो पेट हल्का रखें और घूमने निकल जाएँ।
6. मुन्नार
मैं खुद केरल से हूँ, इसलिए हर तरह के मौसम में मुन्नार गया। मुझे मॉनसून में जाना बहुत पसंद है क्योंकि वहाँ हर जगह झरने होते हैं, चाय के बागान पहले से कहीं अधिक हरे-भरे दिखते हैं। इसके साथ ही बारिश होने पर मौसम आश्चर्यजनक रूप से ह्यूमिड होना बंद हो जाता है। यहाँ लगातार बारिश नहीं होती है लिहाजा आप घूमने का समय आसानी से निकाल सकते हैं। साथ ही आप अपने मनपसंद ड्रिंक और स्नैक्स लेकर कहीं अड्डा भी जमा सकते हैं। सबसे ख़ास बात कि मॉनसून के दौरान मुन्नार में सबकुछ सस्ता मिलने लगता है।
7. फूलों की घाटी
ज्यादातर लोग मई में जाना चाहते हैं जब बारिश नहीं हुई होती है, लेकिन उस समय फूल पूरी तरह निकले नहीं होते हैं। लिहाजा मैं मॉनसून के दौरान वर्षा के बाद जाने का सुझाव देता हूँ, क्योंकि फूल बारिश के बाद ही मस्ती से खिलते हैं। जुलाई बेहतरीन समय होता है जब घाटी अपने सबसे अच्छे और सबसे शानदार रूप में होता है, इसलिए पश्चिमी हिमालय बारिश में कितना खूबसूरत दिखता है, ये इसी समय महसूस किया जा सकता है।
8. गोवा
मॉनसून के अलावा केवल एक बार ही मैं किसी दूसरे मौसम में गोवा गया हूँ, क्योंकि शेड्यूल मेरे हाथों से बाहर था - जब मेरे पिता ने फैमिली ट्रिप की योजना बनाई थी। वैसे भला कौन होगा जो मॉनसून के समय समुद्र तटों पर नहीं जाना चाहेगा। लेकिन ऐसी कुछ चीजें हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए: समुद्र खुरदरे हो सकते हैं, इसलिए आप अधिकांश उत्तरी गोवा में तैरने में सक्षम नहीं होंगे। दक्षिण गोवा के कुछ समुद्र तट, जैसे सेर्नाबतिम, थोड़े बेहतर हो सकते हैं। यदि आप उत्तरी गोवा में जाते हैं, तो मैं अराम्बोल की सिफारिश करता हूँ क्योंकि झील हमेशा एक बेहतरीन विकल्प होती है, भले ही समुद्र थोड़ा उबड़-खाबड़ हो। हर समय लाइफगार्ड की बात सुनें। लेकिन गोवा में झरने और किलों की यात्रा करने के लिए इससे बेहतर समय नहीं है। वे मॉनसून में पूरी तरह से खूबसूरत होते हैं।
9. लेह
कौन होगा जो लेह नहीं जाना चाहेगा! अगर आप भी जाना चाहते हैं तो इस बार मॉनसून के दौरान ऐसा करें। जून से सितंबर तक, आप मनाली-लेह और श्रीनगर-लेह दोनों मार्गों से जा सकते हैं, दोनों ही बाकी के अधिकांश समय बंद हो सकते हैं। यह उन अविश्वसनीय अनुभवों में से एक है जो आप वर्ष के किसी भी समय अनुभव नहीं कर सकते हैं। अधिक साहसी व्यक्ति मनाली का रास्ता चुन सकते हैं, वहीं कम साहसी लोग कम ऊँचाई वाले श्रीनगर मार्ग से जा सकते हैं। अपने स्टील के घोड़े और सामान लेकर निकल पड़ें।
10. चंबा
चंबा के बारे में लोग अब भी बहुत कम जानते हैं जो कि प्यारे राज्य का सबसे खूबसूरत स्थान है, और जून-जुलाई घूमने के लिए सबसे अच्छा समय है। गर्मी बहुत कम है - जून में गर्मी रहती है लेकिन साथ ही मॉनसून की शुरुआत हो जाती है - और सर्दी वास्तव में कंपा देने वाली होती है। मॉनसून अविश्वसनीय रूप से रोमांटिक होता है। इस छोटे से शहर में ऋषिकेश के करीब होने का अतिरिक्त लाभ है, जहाँ आप आध्यात्मिक जागरण के लिए जाते हैं। आप ऋषिकेश में भी कुछ दिनों की योजना बना सकते हैं, और जब आप खुद जब एक बार ठान लेते हैं, तो बारिश होने पर, क्या फर्क पड़ता है?
क्या आप इनमें से किसी जगह पर गए हैं? Tripoto पर अपनी यात्रा का अनुभव ज़रूर शेयर करें! मज़ेदार ट्रैवल वीडियो के लिए हमारे यूट्यूब चैनल पर जाएँ!
ये आर्टिकल अनुवादित है। ओरिजनल आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।