टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रेल को नई सौगात मिली है। अब भारतीय रेलवे में 'भारत गौरव' ट्रेनों को जोड़ा जाएगा, जो देश की संस्कृति और विरासत को दर्शाने वाली थीम पर बेस्ड है। बता दें कि मंगलवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बात का ऐलान किया और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 'भारत गौरव' ट्रेनों के बारे में जानकारी दी। रेल मंत्री ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत 180 भारत गौरव ट्रेनों का आवंटन किया गया है।
थीम पर आधारित होंगी ट्रेनें -
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत गौरव ट्रेनों के पहले उदाहरण के रूप में रामायण सर्किट ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है। इसके अलावा भारतीय संस्कृति एवं विरासत के अनेकानेक आयामों जैसे- शिवाजी सर्किट, दुर्ग सर्किट, ज्योर्तिलिंग सर्किट, जंगल सफारी सर्किट, जगन्नाथ सर्किट, दक्षिण भारतीय मंदिर सर्किट, सिखों के गुरुओं के स्थानों का भ्रमण कराने के लिए गुरु कृपा सर्किट आदि, पर उनकी थीम आधारित विशेष पर्यटक गाड़ियों को चलाने की योजना है। ऑपरेटरों को थीम निर्धारित करने की छूट होगी।
यात्रियों को मिलेगी हर सुविधा -
रेल मंत्री ने बताया कि भारत गौरव ट्रेनों के लिए ट्रेन ऑपरेटरों को आकर्षक रियायतें दी जा रही हैं। ऑपरेटरों को यात्रा एवं भ्रमण के सभी तत्वों को शामिल करके सस्ता एवं गुणवत्तापूर्ण पर्यटन का पूर्ण पैकेज मुहैया कराने को कहा गया है जिसमें भोजन, टैक्सी, होटल, प्रवेश शुल्क, गाइड आदि सब कुछ शामिल होगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि पैकेज में प्रति व्यक्ति मूल्य तय करने का अधिकार ऑपरेटर का होगा लेकिन विवाद की दशा में रेलवे के पास हस्तक्षेप का अधिकार होगा।
कैसी होगी भारत गौरव ट्रेन -
रेल मंत्री ने बताया कि एक ट्रेन में मुसाफिरों के लिए लग्जरी, बजट आदि विभिन्न श्रेणियों के 12 से लेकर 20 कोच तक हो सकते हैं। कोचों में थीम के मुताबिक, आंतरिक साज-सज्जा करने एवं ट्रेन के भीतर और बाहर दोनों जगह ब्रांडिंग और विज्ञापन लगाने सहित सभी आवश्यक बदलाव करने की छूट ऑपरेटर को दी जाएगी।
भारत गौरव ट्रेन के लिए एक चरण वाली आसान पारदर्शी ऑनलाइन रजिस्ट्रेश प्रक्रिया निर्धारित की गई है और रजिस्ट्रेशन शुल्क मात्र एक लाख रुपये निर्धारित किया गया है। सभी पात्र आवेदकों को कोचों का आवंटन उपलब्धता पर निर्भर है।
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