नंगल जो पंजाब के रूपनगर ज़िले में स्थित कस्बा है जो शिवालिक की पहाड़ियों के पाव में बसा हुआ सुंदर शहर है। सुंदरता के साथ साथ नंगल इतिहास भी समाए हुए है। यहां पर गुरुद्वारा श्री भबौर साहिब है, जो श्री गुरु गोबिंद सिंह जी से संबंधित है। इस पवित्र जगह पर गुरु गोबिंद सिंह जी नंगल के राजे राजा रत्न राय के आमंत्रित करने पर आए थे और लगभग पूरा साल यहां पर रहे। इसी जगह गुरु जी ने चौपाई साहिब पाठ की रचना की। चौपाई साहिब पाठ में बहुत शक्ति मानी जाती है, यह बानी भय से मुक्त करती है। पांच बार लगातार सुबह चौपाई साहिब का पाठ करने से सब कठनाइयों, दुखों, कषटों का नाश होता है। सतलुज नदी पर स्थित यह गुरुद्वारा साहिब बहुत सुंदर है, सतलुज नदी का दृश्य मंतर मुगत कर देता है। रहने के लिए कमरे भी अच्छे से मिल जाते है। यहां से आप आसानी से नैना देवी माता जी के दर्शन करने के लिए भी सकते है। तख्त श्री केशगढ़ साहिब आनंदपुर साहिब के लिए भी जा सकते है। यहां पर रात रहने के बाद हम अगले दिन भाखड़ा डैम के लिए गए थे, गोबिंद सागर झील देखी।
भाबौर साहिब में रात रुकने के बाद हम अगले दिन गोबिंद सागर झील पर गए जो हिमाचल प्रदेश में स्थित है, जिस का निर्माण, भाखड़ा डैम जो इंडिया का सबसे ऊंचा डैम है, उस के लिए किया गया था। इस का नामकरण सिक्खों के दसवें गुरु गुरु गोबिंद सिंह जी के नाम पर किया गया था। यह मानव निर्मात झील पानी का बहुत बड़ा स्रोत है। देखने के लिए दृश्य भी बहुत अच्छे है। बोटिंग भी कर सकते हो। फिर हम भाखड़ा डैम को दूर से देखा और वापिस आ गए।