जीवन में यात्रा करना एक अलग ही सुंदर अनुभव होता है। यात्रा करने से हर किसी व्यक्ति को देश-दुनिया के विषय में बहुत कुछ सीखने को मिलता है। इससे व्यक्ति एक सीमा के अंदर बंधे रहने से मुक्त होता और जीवन में नई चीजों के बारे में जानता है।अक्सर हम यात्रा के दौरान फेमस जगहों की सैर करते हैं पर कुछ पक्के घुम्मकर हर बार एक नई जगह की तलाश में रहते हैं।तो आज हम रीवा से कुछ दूर एक गांव जिसका नाम हैं "अमिलिया"के आस पास की कुछ बेहद ही ख़ूबसूरत पर्यटक स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आप अपने नेक्स्ट ट्रिप में शामिल कर सकते हैं।
अमिलिया जलप्रपात
अमिलिया जलप्रपात गांव में स्थित एक सुंदर जलप्रपात है। इस जलप्रपात को त्रिगुण जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है। यह जलप्रपात सीधी अमिलिया रोड में बना हुआ है। यहां पर सुंदर पहाड़ियों का दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह जलप्रपात बहुत सुंदर है। यहां पर चट्टाने देखने के लिए मिलती है।
सोन घड़ियाल अभयारण्य
मध्य प्रदेश में सोन घड़ियाल वन्यजीव अभयारण्य भारत के उन कुछ स्थानों में से एक है जहाँ आप घड़ियालों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं।सोन घड़ियाल वन्यजीव अभयारण्य सोन नदी की लंबाई के अधिकांश भाग में फैला हुआ है। जंगल की सीमा बाणसागर बांध स्थल से शुरू होती है और पिपरघर गांव पर समाप्त होती है जहां सोन उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में प्रवेश करता है। एक समय था जब सोन नदी में घड़ियालों की भरमार हुआ करती थी। लेकिन हाल के वर्षों में मगरमच्छों की इस प्रजाति ने इस अभयारण्य में भी अस्तित्व के लिए संघर्ष किया है। स्थानीय अधिकारियों द्वारा की गई पर्याप्त जागरूकता और संरक्षण पहलों ने घड़ियालों को बेहतर तरीके से जीवित रहने की अनुमति दी है। यही कारण है कि सोन घड़ियाल वन्यजीव अभयारण्य भारत के उन कुछ स्थानों में से एक है जहाँ आप इन जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास में देखेंगे।
बाणसागर बांध
बाणसागर बांध अमिलिया से कुछ दूरी पे हैं पर ये घूमने के लिहाज़ से एक दम परफेक्ट जगह हैं।बाणसागर या बान सागर बांध भारत के मध्य प्रदेश में गंगा बेसिन में स्थित सोन नदी पर एक बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना है।सोन नदी पर बाणसागर बांध का निर्माण शाहडोल जिले के देवलोंद गांव के निकट किया गया था। यह सतना, कटनी और रीवा जिलों से घिरा हुआ है। 7वीं शताब्दी के प्रसिद्ध संस्कृत विद्वान बाण भट्ट के नाम पर इस परियोजना को "बाणसागर" कहा जाता था, जिनके बारे में माना जाता है कि वे भारत में इस क्षेत्र से आए थे। बाणसागर बांध 24-11-30 उत्तर अक्षांश और 81-17-15 पूर्व देशांतर पर स्थित है। बरसात के दिनों में यहां का दीदार करने का मजा कुछ और ही हैं।
सोन नदी
सोन नदी मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में अमरकंटक पहाड़ी के पास से शुरू होती है और पटना जिले, बिहार, भारत के पास गंगा नदी में विसर्जित होती है।सोन नदी मध्य भारत के पांच राज्यों (छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार) को कवर करती है। यह भारत की सबसे लंबी नदियों में से एक है और गंगा की दूसरी सबसे बड़ी सहायक नदी है।अमिलिया से आप इस नदी तक आराम से पहुंच सकते हैं। सोन नदी का व्यू काफी मनोहर हैं,जो आपके थकावट भरी जिंदगी को थोड़ी राहत देगी।
व्यू प्वाइंट
एक पर्यटक हमेशा एक सुंदर दृश्य को देखने के लिए बेचैन रहता हैं,पर अमिलिया आ के आपका यह इंतजार भी खत्म हो जाएगा। यहां का व्यू प्वाइंट बहुत ही ख़ूबसूरत है जिसे आप घंटों बैठ के दीदार कर सकते हैं। यहां आप चाय का आनन्द उठा सकते हैं एक अच्छे से व्यू के साथ जो आपके थकावट भरी जिंदगी में थोड़ी राहत लायेगी।
वैसे तो आप हमेशा हिमाचल प्रदेश के सुंदर से गांव के बारे में सुनने होगे और वहां का दीदार किया होगा पर एक बार आप अमिलिया आइए आप हिमाचल प्रदेश की ख़ूबसूरती भूल जाएंगे।
कैसे पहुंचें?
रीवा में कोई हवाई अड्डा नहीं है। निकटतम हवाई अड्डे खजुराहो, इलाहाबाद हवाई अड्डे, जबलपुर और वाराणसी में हैं।यहां से आप टैक्सी ले कर बहुत ही आसानी से अमिलिया पहुंच सकते हैं।
रीवा पश्चिम-मध्य रेलवे जोन में आता है। रीवा रेलवे स्टेशन 50 किलोमीटर सतना-रीवा शाखा लाइन के माध्यम से सतना से जुड़ा हुआ है। रीवा स्टेशन से आप टैक्सी ले कर बहुत ही आसानी से अमिलिया पहुंच सकते हैं।
रीवा अच्छी तरह से सड़कों से जुड़ा हुआ है। स्टेट हाईवे और नेशनल हाईवे शहर से गुजरते हैं। अन्य शहरों से बसें रीवा शहर में आती हैं। शहर से होकर जाने वाले राजमार्ग एनएच 7, एनएच 27, एनएच 35 और एनएच 75 हैं।
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