हिन्दी साहित्य के महापंडित कहे जाने वाले मशहूर घुमक्कड़ राहुल सांकृत्यायन ने कभी कहा या लिखा था - अथातो घुमक्कड़ जिज्ञासा। घुमक्कड़ के अंदर नई जगहों पर जाने की जिज्ञासा होती है। जो लो घर-परिवार की मोह में रहते हैं वो कभी भी घुमक्कड़ नहीं बन सकते हैं। घूमते हुए हम रोजाना कुछ न कुछ पाते हैं। ऐसा घूमना जिंदगी को एक अलग तरह के मायने देता है। घूमते हुए ही हमें ऐसी समुद्री बीच दिखाई देते हैं कि उस खूबसूरती के आगे सब कुछ फीका लगता है। अगर आपको खूबसूरत नजारों वाले समुद्री बीच पर जाना है तो आपको तारकरली जाना चाहिए।
महाराष्ट्र का नाम आते ही हमें बस मुंबई और पूना जेहन में आता है लेकिन इसके अलावा भी महाराष्ट्र में देखने लायक बहुत कुछ है। ऐसी ही खूबसूरत जगह है, तारकरली। तारकरली महारश्ट के सिंधुदुर्ग जिले का एक छोटा-सा गाँव है। इस गाँव में बेहद शानदार और साफ-सुथरे बीच हैं। महाराष्ट्र में ऐसी शांति और खूबसूरती और कहीं नहीं मिलेगी। महाराष्ट जाएं तो तारकरली गाँव का प्लान जरूर बनाएं।
कैसे पहुँचे?
फ्लाइट सेः अगर आप हवाई मार्ग से तारकरली जाने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट डबोलिम एयरपोर्ट है जिसे गोवा एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। गोवा एयरपोर्ट से तारकरली सिर्फ 80 किमी. की दूरी पर है। गोवा से तारकरली आसानी से पहुँच सकते हैं।
ट्रेन सेः यदि आप रेल मार्ग से तारकरली जाने का सोच रहे हैं तो सबसे निकटतम कुडल रेलवे स्टेशन है। कुडल से तारकरली सिर्फ 45 किमी. की दूरी पर है। आप टैक्सी बुक करके तारकरली जा सकते हैं।
वाया रोडः तारकरली के लिए आपको कोई डायरेक्ट बस नहीं मिलेगी लेकिन मालवेन तक जाने के लिए बस मिल जाएगी। जहाँ से तारकरली सिर्फ 6 किमी. की दूरी पर है। मालवेन से टैक्सी से तारकरली पहुँच सकते हैं।
क्या देखें?
तारकरली समुद्री बीच के लिए जाना जाता है। यहाँ आपको समुद्र के खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे। इन बीचों का आकर्षण आपका मन मोह लेगा।
1. तारकरली बीच
तारकरली को घूमने की शुरूआत आप तारकरली बीच से कर सकते हैं। तारकरली बीच यहाँ की सबसे फेमस जगहों में से एक है। दूर-दूर तक फैला ये समुद्री तट सैलानियों को काफी पसंद आता है। यहाँ का पानी भी शीशे की तरह साफ है। इस बीच के आसपास हरियाली है जो इस जगह को और भी खास बनाती है। अगर आप वॉटर स्पोर्ट्स करना चाहते हैं तो आप वो भी यहाँ कर सकते हैं। तारकरली बीच घूमने के लिए बेहतरीन जगह है।
2. सिंधुदुर्ग
समुद्री बीच वाली जगहों पर किले का होना दुर्लभ है। भारत में ऐसी कम ही जगह हैं। उन कम जगहों वाले में तारकरली भी आता है। तारकरली आएं तो सिंधुदुर्ग को देखना न भूलें। कहा जाता है कि इस किले को छत्रपति शिवाजी के शासनकाल में बनवाया गया था। लगभग 3 साल में बनने वाले इस किले को बनाने में 100 पुर्तगाली वास्तुकार और 1 हजार से ज्यादा मजदूरों को लगाया गया था। इस किले में आपको देवी-देवताओं के मंदिर भी देखने को मिलेंगे। इतिहास में दिलचस्पी रखने वालों को ये जगह जरूर पसंद आएगी।
3. आचरा बीच
तारकरली में तारकरली बीच के अलावा भी कई सारे समुद्री तट है। उन्हीं में से एक है, आचरा बीच। तारकरली से लगभग 6 किमी. की दूरी पर स्थित आचरा बीच बेहद खूबसूरत है। अगर आप भीड़भाड़ से दूर किसी शांत जगह पर जाना चाहते हैं तो आचरा बीच बिल्कुल परफेक्ट जगह है। यहाँ पर आप समुद्री नजारे तो देख ही सकते हैं इसके अलावा लगभग 260 साल पुराना रामेश्वर मंदिर भी है। आचरा बीच आएं तो इस मंदिर भी देख सकते हैं।
4. धामपुर लेक
तारकरली में समुद्री तट के अलावा आप झील का भी आनंद ले सकते हैं। तारकरली की धामपुर लेक लगभग 10 एकड़ में फैली हुई है। कहा जाता है कि इस लेक को राजा नागेश देसाई ने 1530 में बनवाया था। इस झील में आप वाटर एक्टिविटी का भी आनंद ले सकते हैं। यहाँ पर एक मंदिर भी है जिसे स्थानीय लोग भगवती मंदिर के नाम से जानते हैं। इस पुरानी झील को देखने का अपना ही अलग आनंद है।
5. कोलंब बीच
तारकरली शहर के पास में ही एक और शानदार बीच है, कोलंब बीच। डॉल्फिन को देखने के लिए कोलंब बीच फेमस है। यहाँ पर भी आप वाटर स्पोर्ट्स कर सकते हैं। कोलंब बीच सबसे खूबसूरत बीच में से एक है। आप यहाँ शानदार सनसेट देख सकते है और समुद्र की लहरों से खेल सकते हैं। यहीं पर एक क्रीक है जिसे कोलंब क्रीक के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा यहाँ पर देवबाघ गाँव और श्री शिव छत्रपति मंदिर है।
कब जाएं?
तारकरली समुद्री बीच के लिए जाना जाता है। गर्मियों में यहाँ झुलसा देने वाली गर्मी पड़ती है इसलिए गर्मियों में यहाँ जाने की गलती बिल्कुल न करें। अगर आपको तारकरली के समुद्री बीच देखने ही हैं तो सर्दियों में जाने का प्लान बनाएं। तारकरली घूमने के लिए दिसंबर से मार्च तक का समय सबसे बढ़िया है।
क्या खाएं?
समुद्री जगह पर जाएं और सी-फूड न खाओ तो उस जगह पर जाना अधूरा है। तारकरली अपने सीफूड के लिए फेमस है। तारकरली में कोंबडी वड़े, मालवानी मटन और मोरी मसाला जैसे लजीज सीफूड का जायका ले सकते हैं। इसके अलावा वेजेटेरियन के लिए सोई कढ़ी और आम रस जैसे व्यंजन है।
कहाँ ठहरें?
तारकरली एक गाँव जरूर है लेकिन काफी पॉपुलर जगह है। यहाँ आपको ठहरने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। तारकरली में रहने के लिए कई रिसॉर्ट और होटल हैं। यहाँ आप लोकल लोगों के घरों में भी रह सकते हैं। आप अपने बजट के हिसाब से इन जगहों पर रूक सकते हैं और तारकरली की यात्रा को खुशगुवार बना सकते हैं।
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