अगर आप शहरों की भाग दौड़ और भीड़ भाड़ से मानसिक डिप्रेशन में हैं या कुछ दिनों के लिए सुकून वाली जगह ढूंढ रहे हैं तो आपके लिए उत्तराखंड उत्तम रहेगा।
शहरों में आज सबसे ज्यादा लोग मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। दिनभर की भागदौड़ और स्ट्रेस भरी जिन्दगी से व्यक्ति कभी खुद के लिए समय निकालना भी चाहे, तो वो भी मुश्किल है। अगर आप भी अपने डेली रूटीन से बोर हो गए हैं और कुछ दिन सुकून और शांति से बिताना चाहते हैं, तो उत्तराखंड के ऑफबीट स्पॉट्स ऋषिकेश घूमने जा सकते हैं।
कल्पतरू आयुर्वेदशाला आयुर्वेद स्पा
ऋषिकेश में नदी के किनारे बैठने से अच्छी बात और क्या होगी। ठंडी हवाएं, गंगा आरती की धुन और बहते पानी की आवाज आपको कुछ देर शहर की चहल-पहल से दूर ले जाएगी। और ज्यादा रिलेक्स होने के लिए राम झूले के ठीक पास स्थित एक आयुर्वेद स्पा सेंटर है। यहां पर फुल बॉडी डिटॉक्सीफिकेशन, ध्यान, राजयोग, रिलेक्सेशन थैरेपी, एस्ट्रोलॉजी, ब्यूटी सैलून, आयुर्वेद शास्त्रीय पंचकर्म की सुविधा बहुत ही मामूली कीमत पर उपलब्ध हैं।
बैराज
आप ऋषिकेश में पर्यटकों की भीड़-भाड़ से बचना चाहते हैं तो हमारे पास आपके लिए एक ऐसी ऑफबीट प्लेस है, जहां जाकर आपको बहुत अच्छा फील होगा। इस जगह का नाम है बैराज। दरअसल, बैराज एक छोटा सा पुल है, जहां आप घंटों आराम कर सकते हैं। इतना ही नहीं यहां बैठकर आप सूर्यास्त और सूर्योदय का आनंद ले सकते हैं। यहां की यात्रा यकीनन आपको सकारात्मक ऊर्जा से भर देगी।
गुरू वशिष्ठ गुफा
शहर से लगभग 25 किमी दूर आपको गुरू वशिष्ठ गुफा देखने को मिलेगी। अगर आप ध्यान करना चाहते हैं या भीड़-भाड़ से दूर किसी शांत जगह पर समय बिताना चाहते हैं, तो यह जगह आपके लिए एकदम परफेक्ट है।
लिटिल बुद्धा कैफे
कोई भी यात्रा हो, स्वादिष्ट भोजन के बिना अधूरी मानी जाती है। अगर आप ऋषिकेश गए हैं, तो लक्ष्मण झूला के पास स्थित लिटिल बुद्धा कैफे आपकी भूख को शांत करेगा। यहां आपको अलग-अलग वैरायटी के फूड्स मिल जाएंगे। हैश ब्राउन से लेकर सलाद, फल, पिज्जा और शेक तक इस ट्री हाउस स्टाइल के रेस्तरां में खाने के लिए बहुत कुछ है। आप यहां की सामने वाली बालकनी में हर्बल चाय की चुस्की लेते हुए घंटों वक्त बिता सकते हैं।
बीटल्स आश्रम
प्राचीन काल में चौरासी कुटिया के नाम से जाना जाने वाला आश्रम उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित एक पॉपुलर आश्रम है। वर्ष 1986 में लिवरपूल के बीटल्स बैंड के वहां रहने के बाद इस जगह को बहुत लोकप्रियता मिली, जिसके बाद इस आश्रम ने अच्छी-खासी पहचान हासिल कर ली थी। यहां बैंड के सदस्यों ने ध्यान का अभ्यास किया। वर्ष 2015 में इस आश्रम को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया था।
यह जगह आमतौर पर प्रकृति प्रेमियों, ध्यान के प्रति उत्साही लोगों और शांति चाहने वाले लोगों को बेहद आकर्षित करती है। माना जाता है कि बीटल्स आश्रम की अपनी अनूठी शक्ति है, जो पर्यटकों को वास्तविक शक्ति और मूल्य का अहसास कराती है।
वैसे तो पूरा ऋषिकेश घुमने लायक है ख़ासतौर पर यह कुछ जगहें थी जो मन को सुकून और शांति का अनुभव करवाती हैं। इसलिए चले आइये कुछ दिन घुमने ऋषिकेश और मानसिक तौर पर मजबूत बनिये।
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जय भारत
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