युनम पीक: हिमालय के सबसे प्यारे नजारे देखने हैं तो इस कठिन सफर पर चले जाइए

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Photo of युनम पीक: हिमालय के सबसे प्यारे नजारे देखने हैं तो इस कठिन सफर पर चले जाइए by Rishabh Dev

पहाड़ों में होना एक अलग एहसास है। पहाड़ों में हर सुबह खास होती है। अगला दिन बीते हुए दिन से खूबसूरत होता है। हर रोज पहाड़ों में हम कुछ नया देखते हैं। इस नयेपन को लाने के लिए हमें कई कठिन चढ़ाई करनी पड़ती है। पहाड़ों में ट्रेकिंग करना सबसे कठिन लेकिन मजेदार माना जाता है। हिमाचल प्रदेश में कई सारे ट्रेक हैं लेकिन कुछ ट्रेक ऐसे हैं जिनके बारे में आपने सुना भी नहीं होगा। ऐसा ही एक ट्रेक है, युनम पीक ट्रेक।

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युनम पीक समुद्र तल से 6,111 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में स्थित युनम पीक बारालाचा ला पास के पास में स्थित है। युनम पीक 25 किमी. लंबा एक कठिन ट्रेक है। बहुत कम लोग ही इस ट्रेक को करने के बारे में सोचते हैं। अगर आपने पहले कई सारे ट्रेक किए हैं तभी युनम पीक के ट्रेक करने के बारे में सोचे। कहते हैं कि सबसे खराब रास्तों के बाद ही सबसे सुंदर नजारे देखने को मिलेंगे। कुछ ऐसे ही नजारे इस रोमांचकारी ट्रेक देखने को मिलते हैं।

कब जाएं?

युनम पीक में हमेशा ठंड बनी रहती है लेकिन गर्मियों के मौसम में बर्फबारी कम होती है। जून से सितंबर का समय युनम पीक ट्रेक करन के लिए बेस्ट टाइम है। इस दौरान आप हल्की-हल्की बर्फबारी देख पाएंगे। इस दौरान मौसम में सुहावना होता है। अक्टूबर से ये जगह हद से ज्यादा ठंडी होने लगती है।

कैसे करें ट्रेक?

दिन 1: मनाली से जिस्पा

आप देश के किसी भी कोने में हों सबसे पहले मनाली पहुंचिए। मनाली से जिस्पा की यात्रा शुरू करिए जो लगभग 120 किमी. की दूरी पर है। मनाली से जिस्पा पहुंचने में आपको 4-5 घंटे का समय तो लग ही जाएगा। जिस्पा में आप कैंप में ठहरिए और इस जगह को देखने की कोशिश कीजिए। जिस्पा में डिनर करें और कैंप में नींद की आगोश में चले जाइए।

दिन 2: जिस्पा से भरतपुर

अगले दिन सुबह उठिए और शानदार नाश्ते का स्वाद लीजिए। ब्रेकफास्ट के बाद भरतपुर के लिए निकल पड़िए। जिस्पा से भरतपुर लगभग 90 किमी. की दूरी पर है। भरतपुर पहुंचने के बाद कैंप में ठहरिए और लंच करने के बाद आराम करिए। इस भरतपुर में ठहरिए जिससे पहाड़ आपको और आप पहाड़ को अपना लें।

दिन 3: भरतपुर से बेस कैंप

अगले दिन सुबह जल्दी उठिए क्योंकि भरतपुर से आपका ट्रेक शुरू होता है। नाश्ता करने के बाद भरतपुर से निकल पड़िए। भरतपुर से कुछ घंटों में आप बेस कैंप पहुंच जाएंगे। पहले जिन पहाड़ों में चलने में आपको काफी दिक्कत होगी। बेस कैंप पर अपने कैंपिंग में ठहरें और आराम करें। इसके अलावा आप आसपास के शानदार नजारों का भी लुत्फ उठा सकते हैं।

दिन 4: बेस कैंप

इस दिन नाश्ते के बाद आपको सम्मिट करने के लिए तैयार किया। उसकी डिटेल जानकारी दी जाएगी और ट्रेनिंग भी दी जाएगी। आसपास छोटी-सी चढ़ाई करें और आसपास की जगहों को एक्सप्लोर करें। रात में डिनर के बाद जल्दी सो जाएं।

दिन 5: बेस कैंप से सम्मिट

अगले दिन बेहद जल्दी उठिए और नाश्ते के बाद सम्मिट के लिए निकल पड़िए। युनम पीक की सबसे कठिन चढ़ाई का सामना आपको करना पड़ेगा। सम्मिट पर पहुंचने के बाद आप दुनिया के सबसे खूबसूरत नजारे को देख रहे होंगे। युनम पीक से आपको कई पर्वत श्रंखलाएं देखने को मिलेंगी। कुछ देर युनम पीक पर ठहरने के बाद वापस बेस कैंप पर लौट जाइए और डिनर करने के बाद थकावट आपको खुद ब खुद सुला देगी।

दिन 6: बेस कैंप से भरतपुर और फिर मनाली

पहाड़ों पर चढ़ना जितना कठिन है उतरना भी एक प्रकार से मुश्किल ही होता है क्योंकि आप शरीर और दिमाग दोनों से टूट चुके होते हैं। आप थोड़े चिड़चिड़े भी हो जाते हैं। अगले दिन ब्रेकफास्ट के बाद भरतपुर पहुंचिए और फिर मनाली। मनाली में आप रात में ठहर सकते हैं या उसी दिन अपने ठिकाने की ओर निकल सकते हैं।

नोट:

1- युनम पीक ठंडी जगह है तो गर्म कपड़े अपने साथ जरूर रखें।

2- इस ट्रेक को बिना गाइड के तो गलती से भी न करें।

3- अपने साथ स्टिक और टार्च भी जरूर रखें।

4- अगर आप दिल के मरीज हैं या अस्थमा हैं तो इस कठिन ट्रेक को न ही करें तो अच्छा है।

5- अपने साथ 16 किलो के बैगपैक से ज्यादा न ऱखें जिससे आपको बाद में दिक्कत हो।

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