जब भी हम पहाड़ की बात करते हैं तो सबसे पहले ज़ेहन में उत्तराखंड और हिमाचल आता है। इन दोनों से राज्यों से इतर सिक्किम भी अपने खूबसूरत और लुभावनी वादियों के लिए जाना जाता है। सिक्किम भारत की कई सुंदर जगहों का घर है। यहाँ पर देखने के लिए कई सारी जगहें हैं। यहाँ के खूबसूरत पहाड़, मनमोहक नज़ारे और दिलकश झीलें आपकी यात्रा को शानदार बना देंगी। सिक्किम की ऐसी ही एक शानदार जगह है, लाचेन।
लाचेन उत्तरी सिक्किम के मंगन ज़िले में स्थित एक छोटा-सा क़स्बा है। लाचेन गंगटोक से लगभग 129 किमी. की दूरी पर है और समुद्र तल से 2,750 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। लाचेन सिक्किम की एक बेहद सुंदर जगह है। लाचेन में बेहद सुंदर पहाड़, लाचेन मोनेस्ट्री, खूबसूरत घाटी और मंत्रमुग्ध करने वाली झील भी है। अगर आप सिक्किम जाते हैं तो आपको लाचेन ज़रूर जाना चाहिए।
कब जाएँ?
लाचेन सिक्किम की एक बेहद लोकप्रिय जगह है। सर्दियों में ये जगह बर्फ़ से ढँक जाती है और गर्मियों में यहाँ हरियाली ही हरियाली होती है। अगर आप बर्फ़बारी देखना चाहते हैं तो दिसंबर से फ़रवरी के दौरान लाचेन आने का प्लान बना सकते हैं। वहीं यदि आप लाचेन को अच्छे-से एक्सप्लोर करना चाहते हैं तो आपको मार्च से जून के दौरान यहाँ जाना चाहिए।
कहां जाएं?
1. लाचेन मोनेस्ट्री
लाचेन में घूमने के लिए कई सारी जगहें हैं। आप लाचेन में घूमने की शुरूआत लाचेन मठ के साथ कर सकते हैं। पहाड़ और जंगल के बीच बनी लाचेन मोनेस्ट्री तिब्बती आर्किटेक्चर का एक शानदार उदाहरण है। लाचेन मठ को 1858 में तिब्बती बौद्ध धर्म के निंगमा संप्रदाय द्वारा और अपने 8 भिक्षुओं की मदद से बनाया गया था। लाचेन मठ को नगोडुब चोलिंग या लॉन्चिंग गोम्पा के नाम से भी जाना जाता है। इस मठ में गुरु पद्मसंभव की एक विशाल मूर्ति है। यदि आप लाचेन जाते हैं तो लाचेन मठ को देखने ज़रूर जाएँ।
2. शिंगबा रोडोडेंड्रोन सैंक्चुरी
लाचेन में बेहद शानदार सैंक्चुरी है जिसे शिंगबा रोडोडेंड्रोन सैंक्चुरी के नाम से जाना जाता है। वसंत के दौरान पूरा जंगल रंग-बिरंगे फूलों से भर जाता है। उस दौरान शिंगबा रोडोडेंड्रोन सैंक्चुरी बेहद सुंदर लगती है। यहाँ पर रोडोडेंड्रोन के लगभग 40 से अधिक पेड़ है। शिंगबा रोडोडेंड्रोन सैंक्चुरी लगभग 43 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है। गंगटोक से ये अभयारण्य लगभग 7 घंटे की दूरी पर है। यहाँ से आपको हिमालय के बेहद सुंदर नज़ारे देखने को मिलेंगे। अगर आपको प्रकृति से प्रेम है तो ये जगह ज़रूर पसंद आएगी।
3. चोपता घाटी
आपने उत्तराखंड की चोपता घाटी के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन क्या आपको पता है कि सिक्किम में भी एक चोपता घाटी है। चोपता लाचुंग से लगभग 2 घंटे की दूरी पर है। चोपता समुद्र तल से लगभग 4,000 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। गर्मियों में चोपता घाटी खूबसूरत अल्पाइन फूलों के कारण रंगों के शानदार मिश्रण से ढंकी रहती है और सर्दियों में ये घाटी बर्फ से ढंकी रहती है। चोपता घाटी सिक्किम की सबसे सुंदर जगहों में से एक है। आप सिक्किम की यात्रा के दौरान इस घाटी में जा सकते हैं।
4. थांगु वैली
सिक्किम की सबसे खूबसूरत और अद्भुत जगहों में से एक है थांगु वैली। चोपता से थांगु घाटी लगभग 5 किमी. की दूरी पर स्थित है। थांगु वैली समुद्र तल से 3,900 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। थांगु घाटी गुरुडोंगमर लेक और चोपता झील के बीच में है। थांगु वैली से घाटी का बेहद सुंदर नजारा दिखाई देता है। ये जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहाँ पर आने के लिए आपको सेना से अनुमति लेनी की ज़रूरत पड़ती है। इस जगह को देखे बिना सिक्किम की यात्रा अधूरी रहेगी।
5. त्सो लहामो लेक
सिक्किम में कई सारी सुंदर झीलें हैं। त्सो लहामो लेक भी उन शानदार झीलों में से एक है। इस झील को छो ल्हामो, चोलमू झील और चोलमू झील के नाम से जाना जाता है। त्सो लहामो झील समुद्र तल से 5,330 मीटर की ऊंचाई पर स्थित दुनिया की सबसे ऊंची झीलों में से एक है। ये झील गुरुडोंगमर लेक से लगभग 5 किमी. की दूरी पर है। बर्फ़ से ढँके पहाड़ों के बीच में स्थित त्सो लहामो लेक तीस्ता नदी के स्त्रोतों में से एक है। त्सो लहामो झील तक जाने के लिए आपको सेना की परमिशन लेनी पड़ेगी।
6. ल्होनक घाटी
ल्होनक घाटी सिक्किम की सबसे सुंदर जगहों में से एक है। लाचेन की यात्रा के दौरान आप ल्होनक घाटी को एक्सप्लोर कर सकते हैं। ल्होनक वैली सिक्किम की एक ट्रेकिंग डेस्टिनेशन है। यदि आप रोमांच के शौक़ीन हैं तो ल्होनक वैली में ट्रेक के लिए जा सकते हैं। ल्होनक वैली लाचेन से लगभग 60 किमी. की दूरी पर है। ल्होनक वैली सिक्किम के आख़िरी छोर पर है। यहाँ आप बर्ड वॉचिंग कर सकते हैं। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो आपको ये जगह ज़रूर पसंद आएगी। इन जगहों के अलावा आप लाचेन में कई सारी जगहों को देख सकते हैं।
कैसे पहुँचे?
रेल मार्ग: यदि आप ट्रेन से लाचेन जाने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल का न्यू जलपाइगुड़ी रेलवे स्टेशन है। न्यू जलपाइगुड़ी से लाचेन लगभग 155 किमी. की दूरी पर है। आप शेयरिंग टैक्सी या कैब से लाचेन पहुँच सकते हैं।
हवाई मार्ग: अगर आप फ़्लाइट से लाचेन जाना चाहते हैं तो सबसे नज़दीक में पाक्योंग एयरपोर्ट और बागडोगरा एयरपोर्ट है। गंगटोक पहुँचकर आप टैक्सी लेकर लाचेन पहुँच सकते हैं।
वाया रोड: लाचेन सिक्किम की सड़क मार्ग से अच्छी तरह से कनेक्टेड है। लाचेन पहुँचने के लिए आपको पहले गंगटोक पहुँचना होगा। गंगटोक से लाचेन लगभग 107 किमी. की दूरी पर है। गंगटोक से आपको लाचेन जाने के लिए शेयरिंग टैक्सी लेनी होगी। इसके अलावा आप कैब बुक करके भी लाचेन पहुँच सकते हैं। अगर आपके पास ख़ुद की गाड़ी है तो आप आराम से लाचेन पहुँच सकते हैं।
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