थमसर पास: हिमाचल प्रदेश की इस दुर्गम यात्रा में मिलते हैं जन्नत से सुन्दर नजारे

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Photo of थमसर पास: हिमाचल प्रदेश की इस दुर्गम यात्रा में मिलते हैं जन्नत से सुन्दर नजारे by Rishabh Dev

नई-नई जगहों पर जाने का अपना मजा है और अनुभव है। अगर आपको रोमांच पसंद है तब तो नई जगहों की खोज चलती ही रहेगी। पहाड़ों में रोमांच करने का सबसे अच्छा तरीका है, ट्रेकिंग। हिमाचल प्रदेश कई शानदार ट्रेक रूटों से भरा हुआ है। हिमाचल प्रदेश में कई ट्रेक तो ऐसे हैं जिनके बारे में कुछ ही लोग जानते हैं। ऐसा ही एक जबर और कठिन ट्रेक है, थमसर पास ट्रेक।

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थमसर पास हिमाचल के मंडी जिले में धौलाधार रेंज में आता है। इस पास तक पहुँचने में छोटा भंगाल और बड़ा भंगाल भी देखने को मिलता है। इस ट्रेक में कुदरत की असली सुंदरता देखने को मिलेगी। इस ट्रेक के रास्ते में आप ग्लेशियर, नदियाँ और घने-घने जंगलों से होकर गुजरेंगे। आपको स्थानीय गद्दी लोगों से बात करने का मौका मिलेगा। यहाँ से आपको कई सुंदर घाटियाँ देखने को मिलेंगी।

ट्रेक रूट:

दिन 1: बरोट पहुँचे

थमसर पास का ट्रेक करने के लिए सबसे पहले आपको बरोट पहुँचना होगा। आप बरोट दो रास्तों से आ सकते हैं। पहला दिल्ली से आप बिर पहुँचे और फिर वहाँ से बरोट जाएँ। इसके अलावा आप जोगिन्दरनगर से बरोट पहुँच सकते हैं। बरोट बेहद खूबसूरत जगह है। पास में ही उह्ल नदी गुजरती है। आप बरोट में ही रात गुजार सकते हैं।

दिन 2: पलाचक वैली

अगले दिन सुबह नाश्ता करने के बाद राजगुंधा गाँव पहुँचिए। बरोट से राजगुंधा 22 किमी. की दूरी पर है। आप गाड़ी से आसानी से राजगुंधा पहुँच सकते हैं। राजगुंधा से ही थमसर पास का ट्रेक शुरू होता है। राजगुंधा से आपको पलाचक वैली पहुँचना होगा। राजगुंधा से पलाचक 7-8 किमी. की दूरी पर है। पहले दिन का ट्रेक आसान है तो आपको बहुत ज्यादा थकावट नहीं होगी। पलाचक में कुछ घर हैं जिनमें आप ठहर सकते हैं।

दिन 3: पलाचक से पनहार्तु

अगले दिन सुबह नाश्ता करने के बाद पलाचक से पनहार्तु के लिए निकल पड़िए। इस दिन आप ग्लेशियर में चलेंगे। ऐसा अनुभव आपको पहली बार करने को मिलेगा। ग्लेशियर और बर्फ पर चलने के बाद आपको एक शानदार झरना देखने को मिलेगा। इसके बाद आप घास के मैदान पनहार्तु में पहुँच जाएँगे। यहीं पर आप डिनर करेंगे और रूकेंगे।

दिन 4: थमसर पास

पनहार्तु में ब्रेकफास्ट करने के बाद आप इस ट्रेक की मंजिल थमसर पास के लिए चल पड़ेंगे। थमसर पास समुद्र तल से 15,748 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। आप थमसार पास पहुँचने के बाद हैरान रह जाएँगे। ऐसा खूबूसूरत नजारा आपने पहले कभी नहीं देखा होगा। यहाँ से आपको दूर-दूर तक ऊँचे-ऊँचे पहाड़ दिखाई देंगे। थमसर पास से आप हिमालय की पीर पंजाल, कालीहानी और बड़ा बंगाल की रेंज देखने को मिलेगी। कुछ घंटे थमसर पास पर गुजारने के बाद वापस पनहार्तु लौट आइए।

दिन 5: पनहार्तु से राजगुंधा

ऐसा कहा जाता है कि ट्रेक चढ़ने से ज्यादा उतरना आसान होता है लेकिन थमसर पास जैसै ट्रेक से लौटना भी कठिन ही माना जाता है। शरीर में थकावट तो होती ही है दिमाग भी थक जाता है। पनहार्तु से राजगुंधा पहुँचिए और जी भर के आराम करिए।

दिन 6: राजगुंधा से बिर

अगले दिन नाश्ता करने के बाद बिर के लिए निकल पड़िए। आप राजगुंधा से बिलिंग के लिए ट्रेक भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप राजगुंधा से गाड़ी से बरोट होते हुए बिर पहुँच सकते हैं। इसके अलावा सीधे बिलिंग भी गाड़ी से जा सकते हैं लेकिन वो रास्ता थोड़ा कठिन है। बिर पहुँचने के बाद आप दिल्ली या फिर किसी और जगह के लिए निकल सकते हैं।

कब जाएँ?

थमसर पास ट्रेक हिमाचल प्रदेश की सबसे कठिन जगहों में से एक है। सर्दियों में यहाँ जमकर बर्फबारी होती है। थमसर पास ट्रेक करने का सबसे सही समय जून से अक्टूबर तक का होता है। इस दौरान मौसम साफ होता है जिससे आपको सुंदर-सुंदर नजारे देखने को मिल सकेंगे।

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