Day 1
भारतीय गौरव का प्रतीक "चितौड़गढ़" जहाँ पहुँच कर रोम रोम सिहर जाता है! चितौड़गढ़ के रणबांकुरो की महागाथा सुन कर, पन्ना धाई का बलिदान, रानी पद्मावती का जौहर भरतीय स्त्री के सौर्य और सम्मान का प्रतीक है!
चितौड़गढ़ का अभेद्य दुर्ग और वहाँ की प्राकृतिक परिस्थितियों को देखकर तत्कालीन शासको की शासन व्यवस्था का अनुमान लगाना अदभुत है!
चितौड़गढ़ मे आप वीर गाथाओ को सुनते सुनते थक जायेंगे! किले के प्रवेश द्वार से लेकर बाहर निकलने तक आप अपने शरीर मे नई ऊर्जा का अहशास् करेंगे!
यहाँ आप कुम्भा महल, पन्ना धाई महल, रानी पदमिनी महल, विजय स्तंभ, जैन मंदिर, कई जल श्रोत, विशाल परिसर और बहुत से अविस्मरणीय दृश्य जो जीवन भर आपकी यादों में बने रहेंगे!