उत्तरप्रदेश में वाराणसी के पास सारनाथ एक छोटा सा गांव है। सारनाथ बौद्ध धर्म के तीर्थ स्थान के रूप में प्रसिद्ध है। भारत के राष्ट्रीय चिह्न चतुर्मुख सिंह स्तंभ की विशाल मूर्ति, भगवान बुद्ध का मंदिर, चौखंडी स्तूप आदि कई दर्शनीय और धार्मिक स्थलों के साथ सारनाथ अपने पुरातत्व महत्व के लिए भी प्रसिद्ध है।
सारनाथ का इतिहास - History of Sarnath
सारनाथ स्थित डियर पार्क में ही गौतम बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद पहला संदेश दिया था। पहले बौद्ध संघ की स्थापना भी यहीं की गई थी। सारनाथ का बौद्ध धर्म से गहरा नाता है और यह भारत के चार प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थलों में एक है। डीयर पार्क में स्थित धमेख स्तूप पर ही गौतम बुद्ध ने ‘आर्य अष्टांग मार्ग’ का संदेश दिया था। सारनाथ में कई स्तूप हैं। इन्हीं में से एक है चौखंडी स्तूप, जहां बुद्ध की हड्डियां रखी गई हैं।
सारनाथ के दार्शनिक स्थल - Philosophical point of Sarnath
सारनाथ में कई दर्शनीय स्थल हैं जिनका धार्मिक महत्व भी हैं। यह स्थल निम्न हैं:-
अशोक का चतुर्मुख सिंघ स्तम्भ
भगवान बुद्ध का मंदिर
धमेखस्तूप
चौखण्डीस्तूप
जैन मंदिर
मूलगंधकुटीK