हिमालय की दुर्गम पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित है अमरनाथ धाम। भारतीय संस्कृति की सुप्रसिद्ध तीर्थ यात्राओं में बाबा अमरनाथ की यात्रा का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। बाबा अमरनाथ की गुफा समुद्र तल से करीब 3,800 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। गुफा में मौजूद शिवलिंग की खासियत है कि ये खुद-ब-खुद बनता है। ऐसा कहा जाता है कि कहा जाता है कि चंद्रमा के घटने-बढ़ने के साथ-साथ इसके शिवलिंग के आकार में बदलाव आता है। अमरनाथ का शिवलिंग ठोस बर्फ से निर्मित होता है। जबकि जिस गुफा में यह शिवलिंग मौजूद है, वहां बर्फ हिमकण के रूप में होती है
कब से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा 2023?
इस साल अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरु होने वाली है। यात्रा के लिए पंजीकरण 17 अप्रैल से ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड के माध्यम से शुरू होंगे। कश्मीर घाटी के अनंतनाग जिले में अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा का प्रबंधन श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड करता है। श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग नरूला ने कहा कि इस बार की सुविधा 500 यात्रियों के लिए प्रतिदिन दोनों मार्गों के लिए उपलब्ध रहेगी। यानी अनंतनाग जिले के पहलगाम ट्रैक से और गांदरबल जिले के बालटाल से। वहीं इस वर्ष 62 दिन जारी रहेगी यात्रा। 62 दिवसीय श्री अमरनाथ जी यात्रा इस वर्ष 1 जुलाई को शुरू होगी और इसका समापन 31 अगस्त 2023 को होगा।
अमरनाथ यात्रा करने से पहले जरूरी तैयारी
1. अमरनाथ यात्रा में 13 वर्ष से कम या 75 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति भाग नहीं ले सकता है। 6 सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाओं के लिए अमरनाथ यात्रा पर प्रतिबंध है।
2. आपके राज्य द्वारा एक अधिकृत अस्पताल/डॉक्टर द्वारा जारी एक स्वास्थ्य प्रमाण पत्र होना चाहिए।
3. पंजीकरण करते समय स्वास्थ्य प्रमाण पत्र पीडीएफ प्रारूप में अपलोड किया जाना चाहिए, इसका आकार 1 एमबी से अधिक नहीं होना चाहिए
4. फोटो केवल .JPEG या .JPG होनी चाहिए और फोटो का आकार 1MB से अधिक नहीं होना चाहिए।
5. यात्रा के दौरान आपको जिन आवश्यक दस्तावेज़ों की ज़रूरत होगी | अपनी पहचान के लिए वोटर आई.डी.,ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, आदि लेकर जाए |
कैसे पहुंचे अमरनाथ?
हवाई मार्ग से अमरनाथ दर्शन करने के लिए निकटतम हवाई अड्डा श्रीनगर में है। निकटतम रेलवे स्टेशन जम्मू है। जम्मू रेलवे स्टेशन देश के अन्य शहरों से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। जम्मूू और श्रीनगर सड़क मार्ग से जुड़े हुए हैं। यहां बस और टैक्सी सेवा आसानी से उपलब्ध है। मूल रूप से, तीर्थयात्रियों के लिए दो रास्ते तय किए जाते हैं – पहलगाम से और बलताल से।
श्रीनगर से पहलगाम – श्रीनगर से पहलगाम के बीच बहुत सी शेयर्ड कैब्स चलती है | इन दोनों शहरों के बीच की दूरी लगभग 88 किमी है और राष्ट्रीय राजमार्ग 1 ए और के.पी. रोड के माध्यम से आपको लगभग 2 घंटे 18 मिनट लग जाएंगे।
ट्रेकिंग मार्ग: पहलगाम – चंदनवारी – पिस्सु टॉप – शेषनाग- पंचतरणी – अमरनाथ गुफा
श्रीनगर से बलताल: श्रीनगर से बलताल के लिए सीधी टैक्सी मिलती है। यह आपको राष्ट्रीय राजमार्ग 1 के माध्यम से लगभग 3 घंटे 14 मिनट (95.2 किमी) में पहुंचा देती है
ट्रेकिंग मार्ग: बलताल – डोमेल – बरारी मार्ग – संगम – अमरनाथ
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