अनजानी और अनछुई जगहों पर बार-बार जाना हर किसी को पसंद होता है हालाँकि ऐसा करना आसान नहीं होता है। जब भी पहाड़ों की सुंदरता का ज़िक्र होता है तो सबसे पहला नाम हिमाचल प्रदेश का ही आता है। ऐसी जगहों पर जाने के बाद लौटने का बिल्कुल भी मन नहीं करता है। हिमाचल प्रदेश में एक ऐसी ही अनछुई और शानदार हैं, जो सुंदरता के साथ रोमांच से भरी हुई है। इस जगह का नाम है, चांशल।
चांशल वैली जिसे चांशल पास के नाम से भी जाना जाता है। चांशल पास डोडरा और रोहड़ू को शिमला ज़िले से जोड़ने का काम करता है। रोहड़ू से चांशल 50 किमी. की दूरी पर है। चांशल पास में चांशल चोटी भी है जो 4,520 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ से आपको हिमालय के जो नज़ारे देखने को मिलेंगे, उसे देखकर आप दंग रह जाएँगे। हिमाचल में ऐसी सुंदरता वाली जगहें कम ही देखी होंगी। चांशल वैली में कई सारे ट्रेक हैं जो रोमांच पसंद लोगों के लिए किसी तोहफ़े से कम नहीं है। हम आपको ऐसी ही कुछ ट्रेक के बारे में बताने जा रहे हैं।
1- चन्द्रनाहन लेक
चन्द्रनाहन लेक हिमाचल प्रदेश की एक छोटी-सी लेक है जो समुद्र तल से 13,900 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित है। इसी जगह पर पब्बा नदी का उद्गम स्थान है। इस ट्रेक का कुछ हिस्सा का हरा-भरा है और कुछ हिस्से में जमकर बर्फ़ मिलेगी। इस ट्रेक को करना आसान नहीं है लेकिन बहुत ज़्यादा कठिन भी नहीं है। यहाँ पहुँचकर आपको लगेगा कि आप किसी जन्नत जैसी जगह पर आ गए हों। चन्द्रनाहन लेक का ट्रेक जांग्लिक गांव से शुरू होता है। इस ट्रेक को पूरा करने में आपको 6 दिन का समय लगेगा। 6 दिन पहाड़ों में रहना एक अलग ही अनुभव है।
2- बुरान घाटी ट्रेक
शिमला ज़िले को ट्रेक के लिए नहीं जाना जाता है लेकिन यहाँ पर कुछ बेहद शानदार ट्रेक हैं। उन्हीं में से एक है, बुरान घाटी ट्रेक। बुरान घाटी ट्रेक को बरुआ पास के नाम से भी जाना जाता है। बुरान घाट समुद्र तल से 4,578 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इस ट्रेक को मई-जून और सितंबर-अक्टूबर के दौरान किया जाता है। रोहड़ू से शुरू होने वाला ये ट्रेक करचम में जाकर ख़त्म होता है। इस ट्रेक को करने में 6 दिन का समय लगता है।
3- रूपिन पास
रूपिन पास ट्रेक हिमाचल प्रदेश के सबसे कठिन ट्रेक में से एक है। रूपिन पास ट्रेक बावटा से शुरू होता है और हिमाचल प्रदेश के सांगला में ख़त्म होता है। लगभग 40 किमी. लंबे इस ट्रेक में आपको जंगल, पहाड़, बुग्याल, वाटरफॉल और बर्फ़ से ढँकी चोटियाँ देखने को मिलेगी। इस ट्रेक को वो ही लोग कर सकते हैं जिन्होंने पहले 4000 मीटर से ज़्यादा ऊँचाई वाला कोई ट्रेक किया हो। रूपिन पास समुद्र तल से 15,350 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित है। इस ट्रेक को पूरा करने में लगभग 7 दिन का समय लगता है।
4- सौर ताल
सौर ताल लेक ट्रेक हिमाचल प्रदेश के उन ट्रेक में से एक है, जिनके बारे में बहुत कम लोगों को पता है। ऐसी अनछुई और सुंदर जगह को देखकर आप प्रफुल्लित हो उठेंगे। सौर ताल ट्रेक प्रिणी से शुरू होता है। सौर लेक समुद्र तल से 3,700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इस ट्रेक को पूरा करने में 6 दिन का समय लगता है। जंगलों और पहाड़ों से होकर गुजरने वाला ये ट्रेक हर कदम पर आपको एक नई दुनिया दिखाएगा। अगर आप किसी नए ट्रेक पर जाना चाहते हैं तो सौर ताल ट्रेक एकदम परफ़ेक्ट रहेगा।
5- गिरी गंगा ट्रेक
गिरी गंगा ट्रेक हिमालय के सबसे लोकप्रिय ट्रेक में से एक है। गिरी गंगा ट्रेक खड़ापत्थर से शुरू होता है। शिमला से खड़ापत्थर लगभग 70 किमी. की दूरी पर है। गिरी गंगा ट्रेक काफ़ी आसान ट्रेक है। अगर आप ट्रेक करना शुरू कर रहे हैं तो ये ट्रेक आपके लिए बेस्ट रहेगा। खड़ापत्थर से गिरी गंगा ट्रेक करने के दो रास्ते हैं। आप किसी रास्ते से भी इस ट्रेक को कर सकते हैं। गिरी गंगा ट्रेक के दौरान आप इस जगह की सुंदरता से रूबरू होंगे।
6- चांशल पास ट्रेक
चांशल पास ट्रेक हिमाचल प्रदेश के ऑफ़बीट ट्रेक में से एक है जो शिमला के काफ़ी नज़दीक है। चांशल पास समुद्र तल से 13,000 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित है। चांशल पास ट्रेक शिमला से शुरू होता है। शिमला से आप खरशाली और फिर मडुई थच पहुँचेंगे। मडुई थच से आप चांशल पास पहुँच जाएँगे। शिमला से चांशल ट्रेक को करने में आपको 3-4 दिन का समय लगेगा। चांशल पास से दिखने वाला अद्भुत नजारा आपके ज़ेहन में हमेशा के लिए चिपक जाएगा।
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