अलेप्पी को पूर्व का वेनिस भी कहा जाता है | मैं एक ट्रेड शो के सिलसिले में कोची में था जिसे मैं दो दिन में निबटा सकता था | और फिर दो दिन तक मुझे कोची में घूमना था, ख़ास कर के भारत के मशहूर बैकवाटर्स की ओर | मेरी सूची में सबसे ऊपर था पुन्नमदा झील या अलेप्पी बैकवाटर्स में हाउस बोट की सवारी करना, मगर वो तब ही मुमकिन था जब जगह और समय उपलब्ध हो और मौके पर ही हाथों हाथ बुकिंग करवाई जाए | केरल में भाषा की काफ़ी समस्या है मगर यहाँ के स्थानीय लोगों की ज़िंदादिली और मददगार स्वाभाव के चलते ये समस्या ज़्यादा महसूस नहीं होती है | अब चूँकि अलेप्पी में तो बैकवाटर्स, नारियल व ताड़ के पेड़ों, नौकायन और चावल के खेतों के अलावा ज़्यादा कुछ है नहीं, तो आप को और स्थान देखने के लिए कुछ घंटे का सफ़र करके आगे जाना होगा |
दिन 1: कोच्चि से अलेप्पी पहुँचे और फिर अलेप्पी के रामाडा में चेक इन करे |
दिन 2: स्थानीय इलाक़ों में यात्रा करें और एक हाउस बोट में रात बिताएँ
दिन 3: कृष्णापुरम पैलेस में जाएँ और फिर पांडवन पारा की ओर निकल जाएँ |
दिन 4: पथिर्मनल द्वीप।
रामाडा अलेप्पी
रामाडा में मैं अक्सर आता जाता रहता हूँ इसलिए मैंने रामाडा को चुना | इसके अलावा इस होटल से पुन्नमदा झील का बेहद सुंदर दृश्य देखने को मिलता है | कुछ ही दूर झील है जहाँ आप आराम से चलकर जा सकते हैं और समय बिता सकते हैं |
कृष्णापुरम
कृष्णापुरम पैलेस एक महल और संग्रहालय है जो अलाप्पुझा के पास कायांकुलम में स्थित है। ये महल कभी त्रावणकोर के महाराजा का था | महल के पास ही एक बड़ा तालाब है जिसके बारे में माना जाता है कि इसमें एक छिपी हुई सुरंग भी थी जिसे भागने के लिए रास्ते के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। पुरातत्व विभाग ने इस सुरंग तक पहुँचने से मना किया हुआ है |
पांडवन पारा
नाम से पता चलता है कि पांडवन चट्टान महाभारत के पांडवों से ताल्लुक रखती है | देश निष्कासन के समय पांडव यहाँ की ही गुफा में रहे थे | पांडवों की चट्टान कही जाने वाली ये जगह पिकनिक मनाने की बढ़िया जगह है | चट्टान के दक्षिणी छोर पर राम का एक पदचिन्ह भी है जो यहाँ के प्रमुख आकर्षणों में से एक है |
बैकवाटर्स यात्राएँ
अलेप्पी पहुँच कर यहाँ के बैकवाटर्स में नाव में घूमने का मज़ा मैंने सबसे पहले ही ले लिया और यहाँ की सुंदरता की जितनी भी बातें की जाए, असल में तो चारों तरफ फैली सुंदरता का मज़ा तो देखकर ही आता है |
पथिरमन्ना
ये छोटा सा द्वीप अलेप्पी के बैकवाटर्स में स्थित है | अगर आप पक्षी प्रेमी हैं तो यहाँ उड़ते हज़ारों तरह-तरह के पक्षी आपका मन मोह लेंगे | ये द्वीप 10 एकड़ से ज़्यादा में नहीं फैला हुआ है लेकिन ये 10 एकड़ ही नैसर्गिक सुंदरता का अतुल्य उदाहरण हैं | यहाँ आराम से बैठिए और जीवन का आनंद लीजिए |
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